फतेहपुर सीकरी पहुंचे सुनक, मुगलिया स्मारक की आर्ट काे जाना:इससे पहले कलाकृति एम्पोरियम पहुंचे ब्रिटेन के पूर्व PM, पच्चीकारी देख बोले-आर्ट ऑफ सेक्रीफाइज

आगरा टूर के दूसरे दिन ब्रिटेन के पूर्व PM ऋषि सुनक और उनका परिवार रविवार को फतेहपुर सीकरी पहुंचा। यहां उन्होंने यहां के विभिन्न स्मारकों को दीदार किया। मुगलिया स्मारक की आर्ट के बारे में जाना। इससे पहले वे परिवार के साथ कलाकृति एम्पोरियम पहुंचे। पच्चीकारों की पच्चीकार देख बोले-आर्ट आॅफ सेक्रीफाइज। दूसरे दिन के टूर की शुरुआत एम्पोरियम भ्रमण से हुई। वे परिवार के साथ कलाकृति एम्पोरियम पहुंचे। यहां उन्होंने संगमरमर से बनी विभिन्न कलाकृतियों काे देखा। लगभग एक घंटे तक उन्होंने एम्पोरियम का भ्रमण किया। इसके बाद वे फतेहपुर सीकरी रवाना हुए। दीवान-ए-आम बुकिंग से उन्होंने प्रवेश किया। इसके बाद गाइड शमसुद्दीन ने उन्हें दीवान-ए-आम, दीवान-ए-खास, खजाना महल, ज्योतिष पीठ, चौपड़, पंचमहल, अनूप तालाब, ख्वाब गाह, तुर्की सुल्ताना, जोधावाई पैलेस, बीरबल पैलेस समेत कई स्मारकों देखा। इनके बारे में जाना। इस मौके पर संरक्षण सहायक दिलीप सिंह ने ऋषि सुनक और परिवार का बुके भेंट कर स्वागत किया।

Feb 16, 2025 - 14:00
 56  501822
फतेहपुर सीकरी पहुंचे सुनक, मुगलिया स्मारक की आर्ट काे जाना:इससे पहले कलाकृति एम्पोरियम पहुंचे ब्रिटेन के पूर्व PM, पच्चीकारी देख बोले-आर्ट ऑफ सेक्रीफाइज
आगरा टूर के दूसरे दिन ब्रिटेन के पूर्व PM ऋषि सुनक और उनका परिवार रविवार को फतेहपुर सीकरी पहुंचा। य

फतेहपुर सीकरी पहुंचे सुनक, मुगलिया स्मारक की आर्ट को जाना

News by indiatwoday.com

ब्रिटेन के पूर्व PM का भारत दौरा

ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक हाल ही में फतेहपुर सीकरी का दौरा किया। उन्होंने मुगलिया स्मारक की समृद्ध कला का अनुभव किया, जो भारत की ऐतिहासिक संस्कृति को दर्शाता है। इस दौरे के दौरान, सुनक ने पच्चीकारी के अद्भुत नमूनों का अवलोकन किया, जिसे उन्होंने “आर्ट ऑफ सेक्रीफाइज” के रूप में परिभाषित किया। यह बयान भारत की समृद्ध कलात्मक धरोहर के प्रति उनकी प्रशंसा को दर्शाता है।

फतेहपुर सीकरी की महत्ता

फतेहपुर सीकरी, जो कि एक विश्व धरोहर स्थल है, मुगलों की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। यहां की वास्तुकला और कलाकृतियाँ, विशेष रूप से पच्चीकारी, भारतीय कला की अद्वितीयता को दर्शाती हैं। सुनक के इस दौरे ने न केवल दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया है, बल्कि इस स्मारक के महत्व को वैश्विक स्तर पर भी उजागर किया है।

आर्ट और संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग

सुनक ने इस बात पर जोर दिया कि कला और संस्कृति दो ऐसी चीजें हैं जो देशों को एक साथ ला सकती हैं। उन्होंने पच्चीकारी की तकनीक की सराहना की और इसे ब्रिटेन में भी बढ़ावा देने की इच्छा व्यक्त की। इससे यह स्पष्ट होता है कि कला सिर्फ सजावट नहीं, बल्कि विभिन्न संस्कृति और इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

सुनक का यह दौरा भारत-यूके संबंधों के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है। दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए यह एक उल्लेखनीय कदम है।

निष्कर्ष

ऋषि सुनक का फतेहपुर सीकरी में किया गया यह दौरा भारतीय संस्कृति को वैश्विक स्तर पर मान्यता दिलाने का एक प्रयास है। जहां एक ओर यह यात्रा कला को एक नई पहचान देती है, वहीं दूसरी ओर यह भविष्य में और अधिक सांस्कृतिक सहयोग की संभावनाओं को भी जन्म देती है।

कीवर्ड:

फतेहपुर सीकरी, सुनक मुगला स्मारक, ऋषि सुनक भारत दौरा, पच्चीकारी, आर्ट ऑफ सेक्रीफाइज, ब्रिटेन पूर्व PM, भारतीय संस्कृति, मुगलिया कला, कला सहयोग, संस्कृति का आदान-प्रदान For more updates, visit indiatwoday.com.

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow