फूलपुर में सक्सेज रहा ‘बटेंगे तो कटेंगे’ का नारा:उपचुनाव में CM की 2 जनसभाओं से बदला समीकरण, लगातार यहां 3 बार खिला कमल
प्रयागराज की फूलपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा का कमल एक बार खिल गया है। भाजपा के दीपक पटेल ने सपा प्रत्याशी को करीब 12 हजार मतों से हराया। उपचुनाव के पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नारा ‘बटेंगे तो कटेंगे’ खूब चर्चाओं में रहा। मुख्यमंत्री के इस नारे का असर फूलपुर सीट पर भी दिखा। यह नारा यहां सक्सेज रहा। दरअसल, यहां एक तरफ सपा प्रत्याशी मुज्तबा सिद्दीकी मैदान में थे तो दूसरी भाजपा के दीपक पटेल। शनिवार को हुई मतगणना में भाजपा के दीपक पटेल फूलपुर में कमल का फूल खिलाने में सफल हुए। उपचुनाव के दौरान फूलपुर में CM योगी बार आए थे जबकि अखिलेश यादव भी एक जनसभा किए थे। सीएम ने यहां की जनसभा में ‘बटेंगे तो कटेंगे’ का नारा दिया जिसका असर भी दिखा। लगातार बढ़त बनाए रहे दीपक पटेल मतगणना कुल 34 राउंड तक हुई। पहले राउंड में सपा के मुज्तबा सिद्दीकी भाजपा प्रत्याशी से आगे रहे लेकिन दूसरे राउंड से ही दीपक पटेल बढ़त बनाने लगे। लगातार मतगणना के अंतिम राउंड तक दीपक पटेल बढ़त बनाए रहे। कुल 1,77,514 वोटों की गिनती हुई। भाजपा को 78289 वोट मिले जबकि सपा को 66984 वोट मिले थे। बसपा प्रत्याशी जितेंद्र सिंह तीसरे नंबर पर रहे उन्हें 20342 मत मिले थे। 7 प्रत्याशी ऐसे जिन्हें मिले NOTA से भी कम वोट इस उपचुनाव में 1145 ऐसे वोटर्स रहे जिन्हें 12 प्रत्याशियों में से कोई भी पसंद नहीं आया। यही कारण रहा कि इन वोटरों ने EVM में NOTA का बटन दबाया। 7 प्रत्याशी ऐसे हैं जिन्हे NOTA से भी कम मत मिले। कमलेश कुमार को 994 वोट, दिलीप कुमार 1068, योगेश कुमार को 629 वोट, गायत्री को 644, दिलीप कुमार यादव को 437 वोट, विकास सिंह को 588 मत मिले। इसी तरह कांग्रेस से बगावत करने वाले निर्दल प्रत्याशी सुरेश चंद्र यादव को महज 1389 मत मिले हैं। 2017 से फूलपुर में खिल रहा है BJP का कमल वर्ष 2008 के परिसीमन के दौरान फूलपुर विधानसभा सीट अस्तित्व में आई थी। पहला विधानसभा चुनाव वर्ष 2012 में हुआ था जिसमें सपा के प्रत्याशी रहे सईद अहमद को 72898 मत मिले थे और इसमें सपा की जीत हुई थी। अगली बार 2017 के विधानसभा चुनाव में यह सीट भाजपा के खाते में चली गई थी, BJP प्रत्याशी प्रवीण चुनाव जीते थे। प्रवीण पटेल दूसरी बार 2022 के विधानसभा चुनाव में भी फूलपुर से विधायक चुने गए। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा से उन्हें टिकट मिला तो वह चुनाव जीत गए और यह विधानसभा सीट पर अब उपचुनाव हुए। इसमें भी भाजपा को बढ़त मिली।
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