फेंगल तूफान से कर्नाटक, केरल और तेलंगाना में भारी बारिश:तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई में लैंडस्लाइड, मकानों पर 40 टन की चट्टान गिरी, 7 लोग लापता
तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले केबंगाल की खाड़ी से 25 नवंबर को उठा फेंगल तूफान 30 नवंबर, शाम 7:30 बजे पुडुचेरी के कराईकल और तमिलनाडु के महाबलीपुरम के बीच समुद्र तट से टकराया था। तूफान अब आगे बढ़ चुका है, और केरल, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में पहुंच गया है। तमिलनाडु में 2 दिन से हो रही बारिश के कारण तिरुवन्नामलाई में अन्नामलाईयार मंदिर की पहाड़ी पर भूस्खलन हुआ। NDRF के मुताबिक लगभग 40 टन वजनी चट्टान पहाड़ से लुढ़ककर वीयूसी नगर की सड़क पर बने घरों पर गिरी जिससे 2 घर जमींदोज हो गए। 7 लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है। रिपोर्ट्स के मुताबिक राजकुमार, मीना, गौतम, इनिया और उसी इलाके की राम्या, विनोदिनी और महा भी लापता हैं। NDRF के 30 कर्मी हाइड्रोलिक लिफ्ट का इस्तेमाल कर रेस्क्यू करने में लगे हैं। लैंड स्लाइड से जुड़ी तस्वीरें... फेंगल तूफान- कहां क्या असर बारिश से जुड़ी तस्वीरें... तमिलनाडु के पुडुचेरी में टूटा बारिश का 30 साल पुराना रिकॉर्ड तूफान फेंगल रविवार को कमजोर पड़ गया था। इसके असर से हुई मूसलाधार बारिश से 3 लोगों की मौत हो गई। पुड्डुचेरी जिले में 24 घंटे में 49 सेमी बारिश हुई। यह 20 साल की सबसे अधिक बारिश है। शहरी इलाकों में पानी भरने से सेना को बुलाया गया। सेना ने 200 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। एक हजार लोगों को राहत शिविरों में भी पहुंचाया गया है। सऊदी अरब ने 'फेंगल' तूफान नाम दिया इस तूफान का नाम 'फेंगल' सऊदी अरब की तरफ से प्रस्तावित किया गया है। यह एक अरबी शब्द है, जो भाषाई परंपरा और सांस्कृतिक पहचान का मिश्रण है। यह शब्द वर्ल्ड मीटियोलॉजिकल ऑर्गनाइजेशन (WMO) और संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग (UNESCAP) के नामकरण पैनल में क्षेत्रीय विविधता को दर्शाता है। चक्रवातों के नामों का चयन करते समय यह सुनिश्चित किया जाता है कि नामों का उच्चारण आसान हो, वे याद रखने में सरल हों, और सांस्कृतिक रूप से निष्पक्ष हों। यह ध्यान रखा जाता है कि नाम ऐसे हों जिनसे अलग-अलग क्षेत्रों और भाषाओं के बीच कोई विवाद पैदा न हो या किसी का अपमान न हो। कैसे रखे जाते हैं साइक्लोन के नाम
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