फोटो में देखें मऊ की छठ पूजा:डूबते सूर्य को व्रती महिलाओं ने दिया अर्घ्य; घाटों पर लगा श्रद्धालुओं का तांता

मऊ में बिहार समेत पूर्वांचल का पवित्र महापर्व छठ का खूबसूरत नजारा देखने को मिला है। नदी और तालाब स्थित विभिन्न घाटों पर व्रती महिलाओं ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। गुरुवार की शाम को छठ मनाने के लिए नदी एवं तालाब के घाटों पर श्रद्धालुओं का हुजूम देखने को मिला। इस दौरान पुलिस द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए। नगर के सहादतपुरा स्थित ब्रह्मस्थान, तमसा तट स्थित ढेकुलिया घाट, गाय घाट समेत जनपद में 400 से अधिक स्थानों पर छठ पूजा का आयोजन किया गया। इन सभी स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए। एसपी इलामारन जी. के नेतृत्व में विभिन्न स्थानों पर भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया। छठ पूजा में अर्घ्य का महत्व मान्यता है कि डूबते सूर्य को अर्घ्य देने से जीवन में संतुलन, शक्ति और ऊर्जा बनी रहती है। सूर्य को अर्घ्य देने से जीवन में आने वाले अहंकार को दूर करने और नई ऊर्जा के साथ अगली सुबह का स्वागत करने की शक्ति मिलती है। मान्यता यह भी है कि सूर्य को अर्घ्य देने से ग्रहों की स्थिति भी सही हो जाती है। विशेष कर सूर्य की स्थिति और मजबूत होती है। घाटों पर व्रती महिलाओं का दिखा उत्साह व्रती महिलाएं उत्साह के साथ सुपेली में अनेक प्रकार के फल, दिया और पकवान लेकर पानी में खड़ी रही। उनके साथ परिवार के सदस्यों व अन्य लोगों ने भी डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। इस दौरान विभिन्न घाटों पर खूबसूरत नजारा देखने को मिला, हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ लगी रही। साफ-सफाई और सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कई लोग बैंड बाजा के साथ घर से घाट तक पहुंचे, इसके बाद सूर्य को अर्घ्य दिया। तत्पश्चात सूर्य ढलने के दौरान गाजे बाजे के साथ बच्चों ने जमकर आतिशबाजी की और इसी के साथ इस पावन पर्व की शुरुआत हुई। सुरक्षा एवं साफ सफाई के लिए लगातार काम चलता रहा। इसके फलस्वरूप व्रती महिलाओं के साथ सभी भक्तों को काफी सहूलियत हुई। देखें फोटो...

Nov 7, 2024 - 20:40
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फोटो में देखें मऊ की छठ पूजा:डूबते सूर्य को व्रती महिलाओं ने दिया अर्घ्य; घाटों पर लगा श्रद्धालुओं का तांता
मऊ में बिहार समेत पूर्वांचल का पवित्र महापर्व छठ का खूबसूरत नजारा देखने को मिला है। नदी और तालाब स्थित विभिन्न घाटों पर व्रती महिलाओं ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। गुरुवार की शाम को छठ मनाने के लिए नदी एवं तालाब के घाटों पर श्रद्धालुओं का हुजूम देखने को मिला। इस दौरान पुलिस द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए। नगर के सहादतपुरा स्थित ब्रह्मस्थान, तमसा तट स्थित ढेकुलिया घाट, गाय घाट समेत जनपद में 400 से अधिक स्थानों पर छठ पूजा का आयोजन किया गया। इन सभी स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए। एसपी इलामारन जी. के नेतृत्व में विभिन्न स्थानों पर भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया। छठ पूजा में अर्घ्य का महत्व मान्यता है कि डूबते सूर्य को अर्घ्य देने से जीवन में संतुलन, शक्ति और ऊर्जा बनी रहती है। सूर्य को अर्घ्य देने से जीवन में आने वाले अहंकार को दूर करने और नई ऊर्जा के साथ अगली सुबह का स्वागत करने की शक्ति मिलती है। मान्यता यह भी है कि सूर्य को अर्घ्य देने से ग्रहों की स्थिति भी सही हो जाती है। विशेष कर सूर्य की स्थिति और मजबूत होती है। घाटों पर व्रती महिलाओं का दिखा उत्साह व्रती महिलाएं उत्साह के साथ सुपेली में अनेक प्रकार के फल, दिया और पकवान लेकर पानी में खड़ी रही। उनके साथ परिवार के सदस्यों व अन्य लोगों ने भी डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। इस दौरान विभिन्न घाटों पर खूबसूरत नजारा देखने को मिला, हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ लगी रही। साफ-सफाई और सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कई लोग बैंड बाजा के साथ घर से घाट तक पहुंचे, इसके बाद सूर्य को अर्घ्य दिया। तत्पश्चात सूर्य ढलने के दौरान गाजे बाजे के साथ बच्चों ने जमकर आतिशबाजी की और इसी के साथ इस पावन पर्व की शुरुआत हुई। सुरक्षा एवं साफ सफाई के लिए लगातार काम चलता रहा। इसके फलस्वरूप व्रती महिलाओं के साथ सभी भक्तों को काफी सहूलियत हुई। देखें फोटो...

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