बरेली में जिला अस्पताल में तैनात स्वास्थ्यकर्मी ने आत्महत्या की:बंद पड़े मकान में जाकर लगाई फांसी, खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम

बरेली के जिला अस्पताल में तैनात फोर्थ क्लास के कर्मचारी ने डिप्रेशन में आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी होते ही मृतक के घर में हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जानकारी के मुताबिक, जिला अस्पताल के कर्मचारी नीरज वाल्मीकि (49) ने अपने बंद पड़े घर में छत के कुंडे से फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं परिजन आत्महत्या के मामले पर कह रहे है कि घर में कोई कलह नहीं थी। उन्हें हत्या की आशंका है। वह पोस्टमार्टम होने के बाद घटना के संबंध में तहरीर देंगे। बंद पड़े मकान में जाकर की आत्महत्या परिजनों ने यह भी बताया कि नीरज वाल्मीकि पुत्र दामोदर वाल्मीकि जिला अस्पताल में कंपाउंडर के पद पर तैनात थे और मूल रूप से थाना प्रेमनगर क्षेत्र के जाटवपुरा में रहते थे। बताया जा रहा है कि नीरज किसी बात से आहत थे, जिसके कारण वह नाराज होकर अपने कैलाशपुरम स्थित बंद पड़े मकान में चले गए और आत्महत्या कर ली। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ की जा रही है ताकि पता लगाया जा सके कि वह किस वजह से इतने तनाव में थे कि उसे आत्महत्या जैसा क्यों कदम उठाना पड़ा। वर्तमान में नीरज का परिवार प्रेमनगर थाना क्षेत्र में रहता है। उसके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं। बताया जा रहा है कि नीरज अपने काम और पारिवारिक जिम्मेदारियों को लेकर काफी तनाव में थे। थाना इज्जतनगर के प्रभारी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी बिंदुओं पर गंभीरता से जांच की जा रही है। पूछताछ के बाद ही आत्महत्या के सही कारणों का पता चल सकेगा।

Oct 26, 2024 - 14:05
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बरेली में जिला अस्पताल में तैनात स्वास्थ्यकर्मी ने आत्महत्या की:बंद पड़े मकान में जाकर लगाई फांसी, खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम
बरेली के जिला अस्पताल में तैनात फोर्थ क्लास के कर्मचारी ने डिप्रेशन में आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी होते ही मृतक के घर में हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जानकारी के मुताबिक, जिला अस्पताल के कर्मचारी नीरज वाल्मीकि (49) ने अपने बंद पड़े घर में छत के कुंडे से फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं परिजन आत्महत्या के मामले पर कह रहे है कि घर में कोई कलह नहीं थी। उन्हें हत्या की आशंका है। वह पोस्टमार्टम होने के बाद घटना के संबंध में तहरीर देंगे। बंद पड़े मकान में जाकर की आत्महत्या परिजनों ने यह भी बताया कि नीरज वाल्मीकि पुत्र दामोदर वाल्मीकि जिला अस्पताल में कंपाउंडर के पद पर तैनात थे और मूल रूप से थाना प्रेमनगर क्षेत्र के जाटवपुरा में रहते थे। बताया जा रहा है कि नीरज किसी बात से आहत थे, जिसके कारण वह नाराज होकर अपने कैलाशपुरम स्थित बंद पड़े मकान में चले गए और आत्महत्या कर ली। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ की जा रही है ताकि पता लगाया जा सके कि वह किस वजह से इतने तनाव में थे कि उसे आत्महत्या जैसा क्यों कदम उठाना पड़ा। वर्तमान में नीरज का परिवार प्रेमनगर थाना क्षेत्र में रहता है। उसके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं। बताया जा रहा है कि नीरज अपने काम और पारिवारिक जिम्मेदारियों को लेकर काफी तनाव में थे। थाना इज्जतनगर के प्रभारी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी बिंदुओं पर गंभीरता से जांच की जा रही है। पूछताछ के बाद ही आत्महत्या के सही कारणों का पता चल सकेगा।

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