बरेली में धूमधाम से महिलाओं ने मनाया करवाचौथ:चांद के दर्शन व जल देकर पूजा अर्चना कर पति की लंबी आयु की कामना की, सिटी हार्ट में भी पूजा अर्चना

बरेली में करवाचौथ का पर्व धूमधाम से मनाया। शहर के अलग अलग कॉलोनियों में महिलाओं ने चांद के दर्शन कर व्रत खोला। हिंदू धर्म में करवा चौथ के त्यौहार का विशेष महत्व होता है। करवा चौथ का त्योहार हर वर्ष शारदीय नवरात्रि के खत्म होने के बाद कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस पर्व पर सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु एवं सुख समृद्धि की कामना के लिए व्रत रखती हैं। इस दिन सुहागिन महिलाएं सोलह सिंगार करते हुए व्रत कथा और पूजा करती हैं एवं पति अपनी पत्नी को उपहार भी प्रदान करते हैं। बाजारों में भी रही रौनक बाजारों में भी खूब रौनक रही। करवा चौथ पर्व पर चूडियों के साथ-साथ सर्राफा बाजार में भी खूब रौनक देखने को मिली। सर्राफा व्यवसायियों के अनुसार बजट के अनुसार सोने और चांदी की खरीदारी इस बार खूब रही एवं उन्होंने अनुमान जताया कि धनतेरस पर सर्राफा बाजार बीते कई वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ेगा। नव दुर्गा मन्दिर सिटी हार्ट कॉलोनी में पूजा नव दुर्गा मन्दिर सिटी हार्ट कॉलोनी में सुहागिनों द्वारा करवाचौथ की पूजा की गई। पंडित श्री राम नरेश मिश्रा ने विधिवत् पूजन करवाया और कथा का महत्व बताते हुए कहा कि करवा नाम की स्त्री ने सावित्री की ही तरह अपने पति के प्राण यमराज से बचा लिए थे। तब यमराज ने वरदान दिया था कि इस विशेष दिन कार्तिक मास के शुक्लपक्ष की यह चतुर्थी तिथि को तुम्हारे नाम के व्रत से जाना जाएगा। जो स्त्री यह व्रत करेगी उसका अखंड सुहाग बना रहेगा। द्वापरयुग में भगवान श्रीकृष्ण ने भी द्रौपदी को अपने सुहाग पांडवों की सुरक्षा के लिए यह व्रत करने को कहा। कार्यक्रम में सुरभि आनंद, सीमा तनेजा, सरोज अरोड़ा, डॉ आशु, आरती देवल, श्रीमती पाल, रजनी सक्सेना, पूजा, क्षमा गर्ग व अन्य रहीं।

Oct 20, 2024 - 23:10
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बरेली में धूमधाम से महिलाओं ने मनाया करवाचौथ:चांद के दर्शन व जल देकर पूजा अर्चना कर पति की लंबी आयु की कामना की, सिटी हार्ट में भी पूजा अर्चना
बरेली में करवाचौथ का पर्व धूमधाम से मनाया। शहर के अलग अलग कॉलोनियों में महिलाओं ने चांद के दर्शन कर व्रत खोला। हिंदू धर्म में करवा चौथ के त्यौहार का विशेष महत्व होता है। करवा चौथ का त्योहार हर वर्ष शारदीय नवरात्रि के खत्म होने के बाद कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस पर्व पर सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु एवं सुख समृद्धि की कामना के लिए व्रत रखती हैं। इस दिन सुहागिन महिलाएं सोलह सिंगार करते हुए व्रत कथा और पूजा करती हैं एवं पति अपनी पत्नी को उपहार भी प्रदान करते हैं। बाजारों में भी रही रौनक बाजारों में भी खूब रौनक रही। करवा चौथ पर्व पर चूडियों के साथ-साथ सर्राफा बाजार में भी खूब रौनक देखने को मिली। सर्राफा व्यवसायियों के अनुसार बजट के अनुसार सोने और चांदी की खरीदारी इस बार खूब रही एवं उन्होंने अनुमान जताया कि धनतेरस पर सर्राफा बाजार बीते कई वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ेगा। नव दुर्गा मन्दिर सिटी हार्ट कॉलोनी में पूजा नव दुर्गा मन्दिर सिटी हार्ट कॉलोनी में सुहागिनों द्वारा करवाचौथ की पूजा की गई। पंडित श्री राम नरेश मिश्रा ने विधिवत् पूजन करवाया और कथा का महत्व बताते हुए कहा कि करवा नाम की स्त्री ने सावित्री की ही तरह अपने पति के प्राण यमराज से बचा लिए थे। तब यमराज ने वरदान दिया था कि इस विशेष दिन कार्तिक मास के शुक्लपक्ष की यह चतुर्थी तिथि को तुम्हारे नाम के व्रत से जाना जाएगा। जो स्त्री यह व्रत करेगी उसका अखंड सुहाग बना रहेगा। द्वापरयुग में भगवान श्रीकृष्ण ने भी द्रौपदी को अपने सुहाग पांडवों की सुरक्षा के लिए यह व्रत करने को कहा। कार्यक्रम में सुरभि आनंद, सीमा तनेजा, सरोज अरोड़ा, डॉ आशु, आरती देवल, श्रीमती पाल, रजनी सक्सेना, पूजा, क्षमा गर्ग व अन्य रहीं।

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