बलरामपुर में ग्रामीणों का प्रदर्शन:विकास में कार्यों में भ्रष्टाचार का लगाया आरोप, बोले-लाखों का गबन हो रहा

बलरामपुर के तुलसीपुर विकास खंड के हरहटा गांव के ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान और सचिव पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ, बल्कि लाखों रुपए का गबन कर लिया गया है। इससे ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है और वे उच्च अधिकारियों से जांच और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सामुदायिक शौचालय और हैंडपंप में भ्रष्टाचार का आरोप ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी ने मिलकर सामुदायिक शौचालय और हैंडपंप रीबोर जैसी योजनाओं में भ्रष्टाचार किया है। ग्रामीणों के मुताबिक, हरहटा में ना तो सामुदायिक शौचालय चालू है और ना ही गांव में कोई अन्य विकास कार्य हुआ है। गांव के कंपोजिट विद्यालय में लगे हैंडपंप की रिपेयरिंग के नाम पर 36 हजार रुपये का गबन किया गया, लेकिन हैंडपंप अब तक ठीक नहीं हुआ है। ग्रामीणों की शिकायत - अधिकारियों नहीं कर रहे सुनवाई ग्रामीणों का कहना है कि विकास कार्यों के बजट में बंदरबांट की जा रही है, और उनकी कई बार की शिकायतों के बावजूद कोई अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि ग्राम पंचायत हरहटा में विकास कार्यों में हो रहे इस भ्रष्टाचार की जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। ग्राम विकास अधिकारी और विकासखंड अधिकारी का जवाब वहीं, ग्राम विकास अधिकारी प्रदीप कुमार ने ग्रामीणों के आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि स्कूल के हैंडपंप का रिवोर चुनाव के समय कराया गया था और उसके बाद कोई पेमेंट नहीं किया गया है। विकासखंड अधिकारी अनूप सिंह ने कहा कि यदि ऐसा मामला है, तो जांच कराई जाएगी, और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों की मांग - भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई हो हरहटा के ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों से अपील की है कि गांव में हो रहे इस भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि गांव के विकास में पारदर्शिता बनी रहे।

Nov 7, 2024 - 17:55
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बलरामपुर में ग्रामीणों का प्रदर्शन:विकास में कार्यों में भ्रष्टाचार का लगाया आरोप, बोले-लाखों का गबन हो रहा
बलरामपुर के तुलसीपुर विकास खंड के हरहटा गांव के ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान और सचिव पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ, बल्कि लाखों रुपए का गबन कर लिया गया है। इससे ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है और वे उच्च अधिकारियों से जांच और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सामुदायिक शौचालय और हैंडपंप में भ्रष्टाचार का आरोप ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी ने मिलकर सामुदायिक शौचालय और हैंडपंप रीबोर जैसी योजनाओं में भ्रष्टाचार किया है। ग्रामीणों के मुताबिक, हरहटा में ना तो सामुदायिक शौचालय चालू है और ना ही गांव में कोई अन्य विकास कार्य हुआ है। गांव के कंपोजिट विद्यालय में लगे हैंडपंप की रिपेयरिंग के नाम पर 36 हजार रुपये का गबन किया गया, लेकिन हैंडपंप अब तक ठीक नहीं हुआ है। ग्रामीणों की शिकायत - अधिकारियों नहीं कर रहे सुनवाई ग्रामीणों का कहना है कि विकास कार्यों के बजट में बंदरबांट की जा रही है, और उनकी कई बार की शिकायतों के बावजूद कोई अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि ग्राम पंचायत हरहटा में विकास कार्यों में हो रहे इस भ्रष्टाचार की जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। ग्राम विकास अधिकारी और विकासखंड अधिकारी का जवाब वहीं, ग्राम विकास अधिकारी प्रदीप कुमार ने ग्रामीणों के आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि स्कूल के हैंडपंप का रिवोर चुनाव के समय कराया गया था और उसके बाद कोई पेमेंट नहीं किया गया है। विकासखंड अधिकारी अनूप सिंह ने कहा कि यदि ऐसा मामला है, तो जांच कराई जाएगी, और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों की मांग - भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई हो हरहटा के ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों से अपील की है कि गांव में हो रहे इस भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि गांव के विकास में पारदर्शिता बनी रहे।

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