बिजली निजीकरण और गन्ना भुगतान को लेकर किसानों का प्रदर्शन:बुलंदशहर में भाकियू कार्यकर्ताओं ने किया कलेक्ट्रेट गेट पर कब्जा

बुलंदशहर में किसानों ने बिजली निजीकरण और गन्ना बकाया भुगतान की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन (BKU) के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट गेट पर घेराव कर दिया। सैकड़ों किसानों ने ट्रैक्टर ट्रॉली और बुग्गी लेकर सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया और कलेक्ट्रेट गेट को पूरी तरह से बंद कर दिया। गन्ना बकाया भुगतान का मुद्दा प्रदर्शनकारियों ने गन्ना मिलों पर किसानों का करोड़ों रुपये बकाया होने का आरोप लगाते हुए इसे जल्द भुगतान करने की मांग की। भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष अब सिंह ने कहा कि अगर शीघ्र ही गन्ना भुगतान नहीं किया गया, तो किसान संगठन उग्र आंदोलन की राह अपनाएंगे। किसानों के बीच पहुंचे अधिकारी प्रदर्शन के दौरान अधिकारियों ने किसानों से वार्ता की और उन्हें शांत करने का प्रयास किया। हालांकि, किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे और विद्युत निजीकरण के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते रहे। प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट के गेट को पूरी तरह से बंद कर दिया, जबकि अधिकारी किसानों को समझाने की कोशिश करते रहे। प्रदर्शन फिलहाल जारी है और किसानों की मांगों को लेकर दबाव बढ़ता जा रहा है।

Nov 26, 2024 - 17:40
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बिजली निजीकरण और गन्ना भुगतान को लेकर किसानों का प्रदर्शन:बुलंदशहर में भाकियू कार्यकर्ताओं ने किया कलेक्ट्रेट गेट पर कब्जा
बुलंदशहर में किसानों ने बिजली निजीकरण और गन्ना बकाया भुगतान की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन (BKU) के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट गेट पर घेराव कर दिया। सैकड़ों किसानों ने ट्रैक्टर ट्रॉली और बुग्गी लेकर सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया और कलेक्ट्रेट गेट को पूरी तरह से बंद कर दिया। गन्ना बकाया भुगतान का मुद्दा प्रदर्शनकारियों ने गन्ना मिलों पर किसानों का करोड़ों रुपये बकाया होने का आरोप लगाते हुए इसे जल्द भुगतान करने की मांग की। भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष अब सिंह ने कहा कि अगर शीघ्र ही गन्ना भुगतान नहीं किया गया, तो किसान संगठन उग्र आंदोलन की राह अपनाएंगे। किसानों के बीच पहुंचे अधिकारी प्रदर्शन के दौरान अधिकारियों ने किसानों से वार्ता की और उन्हें शांत करने का प्रयास किया। हालांकि, किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे और विद्युत निजीकरण के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते रहे। प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट के गेट को पूरी तरह से बंद कर दिया, जबकि अधिकारी किसानों को समझाने की कोशिश करते रहे। प्रदर्शन फिलहाल जारी है और किसानों की मांगों को लेकर दबाव बढ़ता जा रहा है।

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