बेरोजगार संघ का आरोप: UKSSSC स्नातक परीक्षा का पेपर लीक हुआ, वट्सएप पर 11.35 पर आया पेपर
रैबार डेस्क: उत्तराखंड में परीक्षा प्रणाली एक बार फिर शक के घेरे में है। अधीनस्थ... The post बेरोजगार संघ का दावा, UKSSSC स्नातक स्तरीय परीक्षा का पेपर लीक, 11.35 पर वट्सएप पर आ गया पेपर appeared first on Uttarakhand Raibar.

बेरोजगार संघ का आरोप: UKSSSC स्नातक परीक्षा का पेपर लीक हुआ, वट्सएप पर 11.35 पर आया पेपर
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कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखंड में आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा की गोपनीयता पर सवाल उठ गया है। बेरोजगार संघ ने आरोप लगाया है कि परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो गया, जिससे परीक्षा प्रणाली पर गंभीर संदेह उत्पन्न हो गया है।
रैबार डेस्क: उत्तराखंड में परीक्षा प्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। इस बार मामला अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा का है, जो कि हाल ही में आयोजित हुई थी। इस परीक्षा से ठीक एक दिन पहले, नकल माफिया के एक प्रमुख सदस्य हाकम सिंह को गिरफ्तार किया गया था। इस गिरफ्तारी के बाद अब बेरोजगार संघ और उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा ने बड़ा आरोप लगाया है कि परीक्षा का पेपर लीक हो गया है।
पेपर लीक का समय और प्रदर्शन
जानकारी के अनुसार, परीक्षा का आयोजन रविवार को सुबह 11 बजे से 1 बजे के बीच किया गया था। बेरोजगार संघ ने दावा किया है कि परीक्षा शुरू होने के मात्र आधे घंटे बाद, यानी 11.35 बजे पेपर का फोटो वट्सएप पर साझा किया गया। स्क्रीनशॉट में वही प्रश्न देखे गए हैं जो परीक्षा में पूछे गए थे।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, बेरोजगार संघ ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि यदि उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करने का इरादा रखते हैं। संघ ने सभी युवाओं को सोमवार को सुबह 11 बजे परेड ग्राउंड में इकट्ठा होने का आह्वान भी किया है।
पुलिस सुरक्षा और सवाल उठते हैं
परीक्षा के दिन, पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से सक्रिय दिखाई दे रही थी। विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा जांच की जा रही थी और परीक्षा हॉल में भी कड़ी निगरानी रखी जा रही थी। लेकिन अब सवाल उठता है कि जब पुलिस सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था का दावा कर रही थी, तो फिर पेपर के फोटोग्राफ वट्सएप पर कैसे आए? क्या आयोग के कुछ कर्मचारी इसमें संलिप्त हैं? क्या परीक्षा केंद्रों पर तैनात कर्मचारियों ने लापरवाही बरती? या वास्तव में यह एक सुनियोजित तरीके से पेपर लीक का मामला है?
इस घटना ने परीक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता को गंभीर खतरे में डाल दिया है। शिक्षा और परीक्षा प्रणाली की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए जरूरी है कि इस घटना के पीछे की सच्चाई को जल्द से जल्द उजागर किया जाए।
साथ ही, बेरोजगार संघ की मांग है कि परीक्षाओं में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं। ऐसे मामलों में कड़े कानून और सजा की व्यवस्था होना बेहद आवश्यक है, ताकि भविष्य में कोई ऐसा घृणित काम न कर सके।
जैसा कि पहले कहा गया, यह परीक्षा वह अवसर है जो लाखों युवा छात्रों का भविष्य निर्धारित करता है। इसलिए इसे लेकर कोई भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
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साभार: टीम इंडिया टुडेज, सुनीता शर्मा
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