मथुरा में हुई अनोखी शादी:रुक्मिणी ने डाली कान्हा के गले में वरमाला,बरसाना से आई बारात

भगवान राधा कृष्ण के प्रेम की नगरी मथुरा में अनोखी शादी हुई। यहां भगवान कृष्ण से अनन्य प्रेम करने वाली युवती ने कान्हा के गले में वरमाला डाली तो पूरा गांव कृष्ण कन्हैया लाल के जयकारों से गुंजायमान हो उठा। युवती का दूल्हा बनने के लिए कान्हा बरसाना से बारात लेकर उसके गांव पहुंचे थे। अरहेरा गांव की युवती ने की कान्हा से शादी मथुरा की सदर तहसील के गांव अरहेरा की रहने वाली युवती रुक्मिणी ने बुधवार को कान्हा से शादी की तो इसका गवाह पूरा गांव बना। ग्रामीणों ने कन्या दान किया तो वह इस अनूठी भक्ति की चर्चा किए बिना नहीं रह सके। रुक्मणि ने कान्हा से पूरे विधि विधान से शादी की। बचपन से रहती थी कृष्ण भक्ति में अरहेरा गांव की रहने वाली युवती रुक्मणि गांव की अन्य लड़कियों से अलग थी। वह स्कूल जाती लेकिन उसका मन हमेशा पूजा पाठ में रमा रहता। कान्हा की प्रतिमा देखती तो वह उनसे नजर ही नहीं हटाती। रुक्मणि हमेशा कान्हा की भक्ति में लीन रहती। रुक्मणि को कान्हा से कब प्रेम हो गया यह उसे पता ही नहीं चला। रुक्मणि ने बताई कान्हा से शादी करने की बात अरहेरा गांव की रहने वाली युवती रुक्मणि जब बड़ी हुई तो परिवार वाले रिश्ते की तलाश करने लगे। लेकिन रुक्मिणी ने शादी से इंकार कर दिया। इसके बाद जब परिवार वालों ने उसकी इच्छा पूछी तो रुक्मणि ने बताया कि वह शादी करेगी तो केवल कान्हा से। बेटी की इस इच्छा पर परिवार में सहज ही सहमति जता दी। मान मंदिर से आई बारात रुक्मणि की कान्हा से शादी तय हुई और तारीख नियत की गई 27 नवंबर 2024। बुधवार को रुक्मणि को ब्याहने के लिए बरसाना के मान मंदिर से कान्हा की बारात आई। अरहेरा गांव में बारात के पहुंचने पर ग्रामीणों ने स्वागत किया। धूमधाम से निकली बारात स्वागत सत्कार के बाद कान्हा की प्रतिमा को एक बग्गी पर विराजमान किया गया। जिसके बाद शुरू हुई कान्हा की बारात। नाचते गाते बारातियों को देखकर लग ही नहीं रहा था यह भगवान की बारात है। गांव की गलियों से होते हुए बारात मंदिर पर पहुंची। जहां मंडप बनाया गया था। रुक्मणि ने लिए कान्हा के साथ 7 फेरे मंदिर पर बारात पहुंचने के बाद शुरू हुई विवाह की प्रक्रिया। गोधूलि बेला में पंडित ने मंत्र पढ़े और फिर कान्हा के बगल में दुल्हन की तरह सजी युवती रुक्मणि को बैठाया गया। यहां वैदिक मंत्रों के मध्य रुक्मणि का कान्हा से विवाह हुआ। रुक्मणि ने भगवान श्री कृष्ण की प्रतिमा के साथ 7 फेरे लिए। जिसके बाद विवाह सम्पन्न हुआ।

Nov 28, 2024 - 06:05
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मथुरा में हुई अनोखी शादी:रुक्मिणी ने डाली कान्हा के गले में वरमाला,बरसाना से आई बारात
भगवान राधा कृष्ण के प्रेम की नगरी मथुरा में अनोखी शादी हुई। यहां भगवान कृष्ण से अनन्य प्रेम करने वाली युवती ने कान्हा के गले में वरमाला डाली तो पूरा गांव कृष्ण कन्हैया लाल के जयकारों से गुंजायमान हो उठा। युवती का दूल्हा बनने के लिए कान्हा बरसाना से बारात लेकर उसके गांव पहुंचे थे। अरहेरा गांव की युवती ने की कान्हा से शादी मथुरा की सदर तहसील के गांव अरहेरा की रहने वाली युवती रुक्मिणी ने बुधवार को कान्हा से शादी की तो इसका गवाह पूरा गांव बना। ग्रामीणों ने कन्या दान किया तो वह इस अनूठी भक्ति की चर्चा किए बिना नहीं रह सके। रुक्मणि ने कान्हा से पूरे विधि विधान से शादी की। बचपन से रहती थी कृष्ण भक्ति में अरहेरा गांव की रहने वाली युवती रुक्मणि गांव की अन्य लड़कियों से अलग थी। वह स्कूल जाती लेकिन उसका मन हमेशा पूजा पाठ में रमा रहता। कान्हा की प्रतिमा देखती तो वह उनसे नजर ही नहीं हटाती। रुक्मणि हमेशा कान्हा की भक्ति में लीन रहती। रुक्मणि को कान्हा से कब प्रेम हो गया यह उसे पता ही नहीं चला। रुक्मणि ने बताई कान्हा से शादी करने की बात अरहेरा गांव की रहने वाली युवती रुक्मणि जब बड़ी हुई तो परिवार वाले रिश्ते की तलाश करने लगे। लेकिन रुक्मिणी ने शादी से इंकार कर दिया। इसके बाद जब परिवार वालों ने उसकी इच्छा पूछी तो रुक्मणि ने बताया कि वह शादी करेगी तो केवल कान्हा से। बेटी की इस इच्छा पर परिवार में सहज ही सहमति जता दी। मान मंदिर से आई बारात रुक्मणि की कान्हा से शादी तय हुई और तारीख नियत की गई 27 नवंबर 2024। बुधवार को रुक्मणि को ब्याहने के लिए बरसाना के मान मंदिर से कान्हा की बारात आई। अरहेरा गांव में बारात के पहुंचने पर ग्रामीणों ने स्वागत किया। धूमधाम से निकली बारात स्वागत सत्कार के बाद कान्हा की प्रतिमा को एक बग्गी पर विराजमान किया गया। जिसके बाद शुरू हुई कान्हा की बारात। नाचते गाते बारातियों को देखकर लग ही नहीं रहा था यह भगवान की बारात है। गांव की गलियों से होते हुए बारात मंदिर पर पहुंची। जहां मंडप बनाया गया था। रुक्मणि ने लिए कान्हा के साथ 7 फेरे मंदिर पर बारात पहुंचने के बाद शुरू हुई विवाह की प्रक्रिया। गोधूलि बेला में पंडित ने मंत्र पढ़े और फिर कान्हा के बगल में दुल्हन की तरह सजी युवती रुक्मणि को बैठाया गया। यहां वैदिक मंत्रों के मध्य रुक्मणि का कान्हा से विवाह हुआ। रुक्मणि ने भगवान श्री कृष्ण की प्रतिमा के साथ 7 फेरे लिए। जिसके बाद विवाह सम्पन्न हुआ।

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