मौलाना तौकीर रज़ा का ऐलान, कल जायेंगे संभल:हिंसा के दौरान मारे गए पत्थरबाजों को बताया शहीद, अदालत और पीएम पर उठाए सवाल
मौलाना तौकीर रज़ा का ऐलान, कल जायेंगे संभल, हिंसा के दौरान मारे गए पत्थरबाजों को बताया शहीद अपने बयानों को लेकर हमेशा विवादों में रहने वाले मौलाना तौकीर रज़ा ने ऐलान किया है कि वो जुमें की नमाज के बाद संभल जाएंगे। संभल में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलेंगे। तौकीर रज़ा ने संभल हिंसा में मारे गए पत्थरबाजों को शहीद का दर्जा दिया है। उन्होंने कहा कि इन लोगों की पुलिस प्रशासन ने जानबूझकर हत्या की है। संभल में हुई मौतों के लिए तौकिर रज़ा ने अदालत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया है। अदालत, पुलिस-प्रशासन, मोदी सरकार और आरएसएस हिंसा के लिए दोषी मौलाना तौकीर रज़ा ने गुरुवार को सौदागरान स्थित दरगाह आला हजरत आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दोरान उन्होंने संभल हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है। संभल की हिंसा प्रायोजित है। संभल में दंगा नहीं हुआ है। संभल में पुलिस, प्रशासन और अदालत ने मिलकर अंजाम दिया है। अदालत का जो फैसला आया वो कानून के खिलाफ था। जब दूसरा सर्वे की जरूरत नहीं थी। जिनका काम देश का माहौल ठीक करने का है वो माहौल बिगाड़ रहे है तौकिर रज़ा ने कहा कि वो लोग जिनका काम है, देश में माहौल ठीक बना रहे हैं, वो लोग इस किस्म का माहौल बना रहे हैं। संभल में दंगा नहीं हुआ है। संभल संभल में पुलिस और प्रशासन ने और अदालत ने साजिश रच के इस कार्यवाही को अंजाम दिया है। उन्होंने कहा कि एक सर्वे हो चुका था तो फिर दोबारा सर्वे की क्या जरूरत थी। जो अदालत से फैसला आया वो सरासर कानून के खिलाफ़ था। कानूनी जो प्रक्रिया होती है उसके खिलाफ़ था। इसके बावजूद संभल के मुसलमानों ने कोई रिएक्शन नहीं दिया। सर्वे को लोग गए, सर्वे हुआ, बकायदा संभल के मुसलमानों ने कोई रिएक्शन नहीं दिया। दूसरे सर्वे की जरूरत क्यों पेश आई और अगर जरूरत थी सर्वे की तो उसके साथ वो भीड़ क्यों गई जो वो गैर सरकारी लोग थे? टीम के साथ जो लोग गए थे वो ले गए थे पत्थर मौलाना तौकीर रज़ा ने कहा कि तकलीफ उन लोगों को ये थी कि दूसरा सर्वे जो किया गया उसका असल मकसद ये था कि पहले सर्वे में जो वो चाहते थे कि लोग रिएक्शन दें और फसाद हो, मुसलमानों ने सब्र से काम लिया और अपने संभल के अमन को टूटने नहीं दिया। लेकिन दोबारा ये गए थे। इसी नियत से के हमें हंगामा करवाना है। धार्मिक नारे बाजी की गई और वो जो पत्थर वहाँ पे नजर आ रहे हैं, वो पत्थर वो जो सर्वे टीम के साथ लोग गए थे वो पत्थर अपने साथ लेके गए थे। और उन लोगों ने ही पत्थरबाजी की थी। और इल्जाम मुसलमानों पर लगाया। मीडिया पर उठाए सवाल असल वाकया ये है अब इसको टीवी चैनल कुछ भी रंग देते रहे। गोदी मीडिया कुछ भी रंग देता रहे लेकिन ये तमाम दुनिया को पता चल गया है। पुलिस को गोली चलाते हुए भी दुनिया ने देखा है। पत्थर फेंकते हुए भी दुनिया ने देखा है और इस बेईमानी को भी दुनिया ने देखा है। हमारी मुश्किल यह है कि हम अपने देश से मोहब्बत करते हैं। और देश की न्याय व्यवस्था पूरी दुनिया में बदनाम हो रही है। देश की पुलिस दुनिया में बदनाम हो रही है देश का जो प्रशासन है, ये दुनिया में बदनाम हो रहा है। संभल को इस वक्त पूरी तरह से कैद में रखा हुआ है तौकिर ने कहा कि मैं ये कहता हूँ, कि मुसलमानों ने तो अपने घर बंद किए हुए हैं। पुलिस के डर की वजह से मुसलमानों का कोई घर खुला हुआ नजर नहीं आया। संभल को इस वक्त पूरी तरह से कैद में रखा हुआ है। बाहरी कोई जाकर वहाँ क्या हो रहा है देखना चाहे तो वहाँ देखने की इजाजत नहीं है। मैंने परसों जाने की मैंने कोशिश की। लेकिन मैं कल जुमें की नमाज के बाद संभल जाऊंगा। संभल में जुमे की नमाज़ नहीं होने दी जा रही है अब मैंने सुना जुमे की नमाज़ का वहाँ ऐलान हो रहा है कि जुमे की नमाज़ लोग अपने घरों पर पढ़ें। ये कतई गैर शरई ऐलान है। वहाँ के उलमा इसकी इजाजत नहीं दे सकते। जुमे की नमाज़ हर जगह पढ़ी ही नहीं जा सकती। जहाँ जुमा कायम है, सिर्फ वहाँ जुमे की नमाज़ हो सकती है तो लोगों जामा मस्जिद से ये ऐलान करवाया जा रहा है। जुमे की नमाज़ सिर्फ उस मस्जिद में हो सकती है जिसमें बकायदा जमात कायम है। 5 मौत के लिए अदालत को जिम्मेदार मानता हूं जो पांच मौतें हुई हैं उसके लिए मैं जिम्मेदार उस जज को मानता हूँ जिसने ये गैर कानूनी फैसला किया है वो जिम्मेदार है। वो लोग पुलिस की गोली से मरे हैं। वो मरे नहीं हैं बल्कि उनकी हत्या की गई है। उनकी हत्या इसलिये की गई है ताकि पूरे देश का माहौल बिगाड़ा जा सके। पूरे देश के मुसलमानों को जेल भेज देना चाहिए। तौकिर रज़ा ने कहा कि सिर्फ संभल की महिलाएं या संभल के बच्चे क्यों मार रहे हो? क्यों जेल भेज रहे हो? पूरे हिंदुस्तान के मुसलमान आतंकवादी हैं, देशद्रोही हैं, पत्थरबाज हैं, इन सारे मुसलमानों को जेल भेज देना चाहिए। नया सनातन सरकारी सनातन नया सनातन आ गया है सरकारी सनातन वो खतरा है। असल सनातन चारों शंकराचार्य का है। पहले जीव हत्या पाप अब सरकारी सनातन का मतलब इंसान की हत्या पुण्य का काम है। अजमेर शरीफ में मंदिर पर कहा कि जितने मंदिर है उनमें क्या आपके भगवान नहीं सुन रहे है। बल्कि हमारी दरगाहों पर भगवान सुन है। अजमेर शरीफ में जो पीएम होता है उसकी चादर जाती रही है। मुसलमानों के जज्बातों को भड़काने के लिए ये किया जा रहा है। इसके पीछे मोदी और आरएसएस है।
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