युवक ने रची खुद पर फायरिंग की साजिश, पहुंचा जेल:यूट्यूब से विरोधी को फंसाने का तरीका सीखा, नेपाल से लेकर आया तमंचा

कुशीनगर के पडरौना कोतवाली क्षेत्र में एक व्यक्ति ने फोन कर खुद पर फायरिंग होने की सूचना दी। लेकिन जब पुलिस ने छानबीन शुरू की, तो व्यक्ति की दी हुई जानकारी फर्जी निकली। व्यक्ति ने स्वीकार किया कि उसने अपने विरोधियों को फंसाने के लिए इस कहानी को गढ़ा था। उसने यह भी बताया कि उसने मुकदमा दर्ज कराने के तरीके यूट्यूब से सीखे थे। इसके लिए वह नेपाल से देसी तमंचा खरीदकर लाया और बिहार जाने वाले रास्ते पर खुद पर फायरिंग की झूठी कहानी बनाकर पुलिस को सूचित किया। हालांकि, एक गलती के कारण वह खुद ही जेल पहुंच गया। डायल 112 पर किया फोन पडरौना कोतवाली क्षेत्र से बिहार जाने वाले रास्ते पर स्थित त्रिलोकपुर गांव के पास एक व्यक्ति ने डायल 112 पर फोन कर जानकारी दी। उसने बताया कि वह बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के धनहा थाना क्षेत्र का निवासी है। उसने दावा किया कि जब वह पडरौना से लौट रहा था, तो दो लोगों ने पीछे से फायरिंग की। गोली उसकी मोटरसाइकिल की बैक लाइट में लगी, जिससे वह गिर गया। उसने यह भी कहा कि हमलावरों का एक तमंचा घटनास्थल पर गिर गया, लेकिन वे भाग निकले। दावे पर पुलिस को हुआ संदेह दिनदहाड़े हुई इस फायरिंग की सूचना पर डायल 112 और कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। हालांकि, शिकायतकर्ता उपेंद्र पटेल की कहानी और घटनास्थल के साक्ष्य आपस में मेल नहीं खा रहे थे। जिस मोटरसाइकिल पर गोली लगने का दावा किया गया था, उसमें न तो गोली का निशान था और न ही कोई अन्य सबूत। जब पुलिस ने जिन लोगों पर हमला करने का आरोप लगाया गया था, उनसे पूछताछ की, तो उन्होंने घटनास्थल पर मौजूद होने से इनकार कर दिया। मामले को संदिग्ध मानते हुए पुलिस ने शिकायतकर्ता उपेंद्र पटेल से गहन पूछताछ की। इसके बाद उसने सच्चाई कबूल कर ली। पुलिस ने किया साजिश का खुलासा पुलिस पूछताछ में उपेंद्र पटेल ने स्वीकार किया कि उसने अपने विरोधियों को फंसाने के लिए यह साजिश रची थी। उसने बताया कि जिन लोगों को वह फंसाना चाहता था, उन्होंने उससे उधार लिया पैसा वापस नहीं किया और अपने मुकदमे में उसके परिवार पर दबाव बनाकर सुलह करा ली थी। इससे नाराज होकर उसने यूट्यूब पर हत्या के प्रयास का झूठा मामला बनाने की विधि सीखी। फायरिंग और भागने की झूठी कहानी बनाई इसके बाद वह नेपाल से देसी कट्टा खरीदकर लाया और सुनसान जगह पर फायरिंग करके कट्टा अपने पास रख लिया। फिर उसने त्रिलोकपुर गांव के पास सड़क पर अपनी मोटरसाइकिल जानबूझकर गिरा दी और बैक लाइट को पहले से तोड़ दिया। उसने कट्टा दिखाकर फायरिंग और भागने की झूठी कहानी बनाई। पुलिस जांच में यह झूठ उजागर हो गया। आरोपी उपेंद्र पटेल को गिरफ्तार कर अवैध तमंचा रखने और झूठी सूचना देने के आरोप में जेल भेज दिया गया।

Nov 25, 2024 - 06:05
 0  7.4k
युवक ने रची खुद पर फायरिंग की साजिश, पहुंचा जेल:यूट्यूब से विरोधी को फंसाने का तरीका सीखा, नेपाल से लेकर आया तमंचा
कुशीनगर के पडरौना कोतवाली क्षेत्र में एक व्यक्ति ने फोन कर खुद पर फायरिंग होने की सूचना दी। लेकिन जब पुलिस ने छानबीन शुरू की, तो व्यक्ति की दी हुई जानकारी फर्जी निकली। व्यक्ति ने स्वीकार किया कि उसने अपने विरोधियों को फंसाने के लिए इस कहानी को गढ़ा था। उसने यह भी बताया कि उसने मुकदमा दर्ज कराने के तरीके यूट्यूब से सीखे थे। इसके लिए वह नेपाल से देसी तमंचा खरीदकर लाया और बिहार जाने वाले रास्ते पर खुद पर फायरिंग की झूठी कहानी बनाकर पुलिस को सूचित किया। हालांकि, एक गलती के कारण वह खुद ही जेल पहुंच गया। डायल 112 पर किया फोन पडरौना कोतवाली क्षेत्र से बिहार जाने वाले रास्ते पर स्थित त्रिलोकपुर गांव के पास एक व्यक्ति ने डायल 112 पर फोन कर जानकारी दी। उसने बताया कि वह बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के धनहा थाना क्षेत्र का निवासी है। उसने दावा किया कि जब वह पडरौना से लौट रहा था, तो दो लोगों ने पीछे से फायरिंग की। गोली उसकी मोटरसाइकिल की बैक लाइट में लगी, जिससे वह गिर गया। उसने यह भी कहा कि हमलावरों का एक तमंचा घटनास्थल पर गिर गया, लेकिन वे भाग निकले। दावे पर पुलिस को हुआ संदेह दिनदहाड़े हुई इस फायरिंग की सूचना पर डायल 112 और कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। हालांकि, शिकायतकर्ता उपेंद्र पटेल की कहानी और घटनास्थल के साक्ष्य आपस में मेल नहीं खा रहे थे। जिस मोटरसाइकिल पर गोली लगने का दावा किया गया था, उसमें न तो गोली का निशान था और न ही कोई अन्य सबूत। जब पुलिस ने जिन लोगों पर हमला करने का आरोप लगाया गया था, उनसे पूछताछ की, तो उन्होंने घटनास्थल पर मौजूद होने से इनकार कर दिया। मामले को संदिग्ध मानते हुए पुलिस ने शिकायतकर्ता उपेंद्र पटेल से गहन पूछताछ की। इसके बाद उसने सच्चाई कबूल कर ली। पुलिस ने किया साजिश का खुलासा पुलिस पूछताछ में उपेंद्र पटेल ने स्वीकार किया कि उसने अपने विरोधियों को फंसाने के लिए यह साजिश रची थी। उसने बताया कि जिन लोगों को वह फंसाना चाहता था, उन्होंने उससे उधार लिया पैसा वापस नहीं किया और अपने मुकदमे में उसके परिवार पर दबाव बनाकर सुलह करा ली थी। इससे नाराज होकर उसने यूट्यूब पर हत्या के प्रयास का झूठा मामला बनाने की विधि सीखी। फायरिंग और भागने की झूठी कहानी बनाई इसके बाद वह नेपाल से देसी कट्टा खरीदकर लाया और सुनसान जगह पर फायरिंग करके कट्टा अपने पास रख लिया। फिर उसने त्रिलोकपुर गांव के पास सड़क पर अपनी मोटरसाइकिल जानबूझकर गिरा दी और बैक लाइट को पहले से तोड़ दिया। उसने कट्टा दिखाकर फायरिंग और भागने की झूठी कहानी बनाई। पुलिस जांच में यह झूठ उजागर हो गया। आरोपी उपेंद्र पटेल को गिरफ्तार कर अवैध तमंचा रखने और झूठी सूचना देने के आरोप में जेल भेज दिया गया।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow