लखनऊ में चैलेंजेज इन द जर्नी ऑफ अैंक्टर का विमोचन:मुंबई के संघर्षों पर आधारित किताब; डॉ. अनिल रस्तोगी ने युवाओं को दिखाई राह

लखनऊ के कैसरबाग स्थित यूपी प्रेस क्लब में लेखक सुशील रमन की नई किताब 'मायानगरी की गायक कोई जान न पाया 'चैलेंजेज इन द जर्नी ऑफ एक्टर' का विमोचन हुआ। कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि में रंगमंच और अभिनेता अनिल सोनी के साथ लखनऊ रंगमंच के निदेशक संत बहुगुणा, कलाकार दे के सचिव विनोद मिश्रा और सार्थक फेयर सोसाइटी के विवेक जायसवाल मौजूद रहे। मुंबई से आए अभिनेता अवनीश पांडेय, हास्य कलाकार सर्वेश अस्थाना और साहित्यकार उमेश श्रीवास्तव उपस्थित रहे। किताब एक्टर बनाने में सहायक सुशील रमन ने किताब के बारे में बताया कि यह उन युवाओं के लिए लिखी गई है, जो मुंबई आकर एक्टर बनने का सपना देखते हैं। वहां के संघर्ष और चुनौतियों से अनजान होते हैं। यह किताब युवाओं को सही दिशा में मार्गदर्शन देने के साथ-साथ एक्टर बनने की प्रक्रिया को समझने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि फिल्म और टीवी का ग्लैमर युवाओं को आकर्षित करता है। परंतु यह सफर इतना आसान नहीं होता। इस किताब में संघर्षरत युवाओं के लिए कई अहम बातें बताई गई हैं। किताब सही दिशा में बढ़ने की प्रेरणा मुख्य अतिथि डॉ. अनिल रस्तोगी ने कहा कि यह किताब हर उस युवा को पढ़नी चाहिए जो एक्टर बनने का सपना देखता हैं। वहीं, अवनीश पांडेय ने भी किताब की सराहना करते हुए कहा कि इसमें मुंबई के संघर्षों से जूझने और सही दिशा में बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी। कार्यक्रम का संचालन अदिति श्रीवास्तव ने किया और समापन में सुशील रमन ने सभी गणमान्य लोगो को धन्यवाद दिया।

Oct 28, 2024 - 11:35
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लखनऊ में चैलेंजेज इन द जर्नी ऑफ अैंक्टर का विमोचन:मुंबई के संघर्षों पर आधारित किताब; डॉ. अनिल रस्तोगी ने युवाओं को दिखाई राह
लखनऊ के कैसरबाग स्थित यूपी प्रेस क्लब में लेखक सुशील रमन की नई किताब 'मायानगरी की गायक कोई जान न पाया 'चैलेंजेज इन द जर्नी ऑफ एक्टर' का विमोचन हुआ। कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि में रंगमंच और अभिनेता अनिल सोनी के साथ लखनऊ रंगमंच के निदेशक संत बहुगुणा, कलाकार दे के सचिव विनोद मिश्रा और सार्थक फेयर सोसाइटी के विवेक जायसवाल मौजूद रहे। मुंबई से आए अभिनेता अवनीश पांडेय, हास्य कलाकार सर्वेश अस्थाना और साहित्यकार उमेश श्रीवास्तव उपस्थित रहे। किताब एक्टर बनाने में सहायक सुशील रमन ने किताब के बारे में बताया कि यह उन युवाओं के लिए लिखी गई है, जो मुंबई आकर एक्टर बनने का सपना देखते हैं। वहां के संघर्ष और चुनौतियों से अनजान होते हैं। यह किताब युवाओं को सही दिशा में मार्गदर्शन देने के साथ-साथ एक्टर बनने की प्रक्रिया को समझने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि फिल्म और टीवी का ग्लैमर युवाओं को आकर्षित करता है। परंतु यह सफर इतना आसान नहीं होता। इस किताब में संघर्षरत युवाओं के लिए कई अहम बातें बताई गई हैं। किताब सही दिशा में बढ़ने की प्रेरणा मुख्य अतिथि डॉ. अनिल रस्तोगी ने कहा कि यह किताब हर उस युवा को पढ़नी चाहिए जो एक्टर बनने का सपना देखता हैं। वहीं, अवनीश पांडेय ने भी किताब की सराहना करते हुए कहा कि इसमें मुंबई के संघर्षों से जूझने और सही दिशा में बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी। कार्यक्रम का संचालन अदिति श्रीवास्तव ने किया और समापन में सुशील रमन ने सभी गणमान्य लोगो को धन्यवाद दिया।

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