लखनऊ में राज्य पिछड़ा आयोग की हुई बैठक:अध्यक्ष राजेश वर्मा बोले- 'केश कला बोर्ड' , 'स्वर्ण कला आयोग' के गठन का प्रस्ताव स्वीकार किया गया
लखनऊ में गुरुवार को उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग राज्य आयोग की बैठक हुई। आयोग के अध्यक्ष राजेश वर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक में विभिन्न मुद्दों को लेकर चर्चा हुई । इस बैठक में आयोग के उपाध्यक्ष सोहन लाल श्रीमाली, सचिव मनोज कुमार सागर और तमाम सदस्य मौजूद रहे । बैठक में अन्य पिछड़ा वर्ग की जातियों के सम्मिलन , निष्कासन, उनके उत्थान और विकास से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। राजेश वर्मा ने बताया कि बैठक में "केश कला बोर्ड" के गठन का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया। यह मांग मनोज कटारिया द्वारा की गई, जिसमें प्रदेश के 'केश कला' व्यवसाय से जुड़े लोगों के विकास और उनके कौशल को संरक्षित करने की आवश्यकता बताई गई। आयोग ने इस प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए शासन को "केश कला बोर्ड" के गठन के लिए संस्तुति प्रेषित करने का निर्णय लिया। इसके अलावा स्वर्णकार समाज की प्राचीन स्वर्ण और चांदी के आभूषण निर्माण कला के संरक्षण के लिए "स्वर्ण कला आयोग" के गठन का प्रस्ताव भी रखा गया । इस प्रस्ताव को भी आयोग ने मंजूरी देते हुए शासन को संस्तुति भेजने का निर्णय लिया। शासकीय निर्माण कार्यों में अन्य पिछड़े वर्गों के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने पर भी बैठक में चर्चा हुई। आयोग ने इसे अत्यधिक आवश्यक मानते हुए सभी विभागों में इस आरक्षण व्यवस्था को लागू करने के लिए शासन को संस्तुति प्रेषित करने का निर्णय लिया। पिछड़े वर्ग के वृद्ध व्यक्तियों के जीवन स्तर को सुधारने के उद्देश्य से आयोग ने केंद्रीय सेक्टर योजना के तहत वृद्धाश्रमों के निर्माण की सिफारिश की, ताकि वृद्ध व्यक्तियों को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा सके। बैठक में खंगार जाति को अन्य पिछड़े वर्ग में शामिल करने का प्रस्ताव रखा गया । इसके अलावा थानाध्यक्षों की तैनाती में आरक्षण व्यवस्था का अनुपालन सुनिश्चित करने के विषय पर भी चर्चा हुई। आयोग ने इसे पिछड़े वर्ग के प्रतिनिधित्व के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण मानते हुए शासन को इस संबंध में सिफारिश भेजने का निर्णय लिया है।
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