लाहौल स्पीति में ताजा बर्फबारी:टूरिस्ट को एडवाइजरी, कल से 4 दिन तक हैवी स्नोफॉल का अलर्ट, मार्च में नॉर्मल से 44% ज्यादा बादल बरसे
हिमाचल प्रदेश के ट्राइबल जिला लाहौल स्पीति के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में बीती रात को ताजा बर्फबारी हुई। अटल टनल रोहतांग में भी रात में हल्का हिमपात हुआ। इसे देखते हुए लाहौल स्पीति जिला प्रशासन ने पर्यटकों को अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में नहीं जाने की एडवाइजरी जारी की है। लाहौल स्पीति के ऊंचे क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी के बाद फिर से ठंड लौट आई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की माने तो चंबा, किन्नौर, कुल्लू और लाहौल स्पीति के अधिक ऊंचे भागों में आज हल्का हिमपात हो सकता है। अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। 5 दिन एक्टिव रहेगा वेस्टर्न डिस्टरबेंस अगले कल से वेस्टर्न डिस्टरबेंस ज्यादा सक्रिय होगा। पहाड़ों पर इससे अगले पांच दिन तक भारी बारिश व बर्फबारी के आसार है। खासकर 13 व 16 मार्च के बीच कुछेक स्थानों पर भारी बारिश-बर्फबारी हो सकती है। होली पर भारी बर्फबारी का येलो अलर्ट जारी किया गया है। मार्च से नॉर्मल से 44 प्रतिशत ज्यादा बादल बरसे प्रदेश में जनवरी और फरवरी में सामान्य से 90 प्रतिशत कम बारिश-बर्फबारी हुई है। मगर मार्च के पहले 10 दिनों में सामान्य से 44 प्रतिशत ज्यादा बादल बरसे हैं। एक से 10 मार्च तक प्रदेश में औसत 34.9 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस बार 50.4 मिलीमीटर बादल बरसे है। कुल्लू जिला में सामान्य से 168 प्रतिशत ज्यादा और मंडी में 101 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। प्रदेश में ऊना इकलौता ऐसा जिला है जहां मार्च में सामान्य से 27 प्रतिशत कम बारिश हुई।

लाहौल स्पीति में ताजा बर्फबारी: टूरिस्ट को एडवाइजरी
लाहौल स्पीति में हाल ही में हुई ताजा बर्फबारी ने पूरे क्षेत्र में एक सुंदर लेकिन चुनौतीपूर्ण परिदृश्य उत्पन्न कर दिया है। मौसम विभाग ने बताया है कि यहाँ कल से चार दिनों के लिए भारी स्नोफॉल का अलर्ट जारी किया गया है। इस भव्य हिमालयी क्षेत्र में अतिरिक्त बर्फबारी पर्यटन के लिए कुछ जोखिमों के साथ आती है।
यातायात के लिए सुरक्षा सुझाव
भारी बर्फबारी के चलते यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपने प्रवास के दौरान सावधानी बरतें। स्थानीय प्रशासन ने पथिकों को यह सुनिश्चित करने की सलाह दी है कि वे मौसम में बदलाव के कारण बर्फीले मार्गों का रुख करने से पहले जानकारी प्राप्त करें। यहाँ तक कि बर्फबारी की स्थिति के लिहाज से कुछ स्थानों पर यात्रा करना प्रतिबंधित भी हो सकता है।
मौसम की जानकारी और पूर्वानुमान
मौसम विज्ञानियों ने कहा है कि मार्च में इस बार सामान्य से 44% ज्यादा बादल बरसे हैं। यह स्थिति फसलों और स्थानीय पर्यावरण के लिहाज से महत्वपूर्ण है। अधिक बर्फबारी से जल स्तर में वृद्धि होगी, जो गर्मियों के महीनों में पानी की उपलब्धता को सुनिश्चित करेगा। हालाँकि, इससे बर्फ बारी और बर्फ के ढेरों के खतरे भी बढ़ सकते हैं।
स्थानीय प्रशासन की तैयारी
स्थानीय प्रशासन ने बर्फबारी से प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति को संभालने के लिए सभी तैयारियों को सक्रिय किया है। बर्फ हटाने वाली मशीनें तैनात की गई हैं, और स्थानीय निवासियों को प्राथमिक चिकित्सा और राहत सामग्री का अधिकारिक वितरण सुनिश्चित किया गया है।
महत्वपूर्ण बात यह है कि इस क्षेत्र में जाने वाले सभी टूरिस्ट्स को हेलमेट, तापमान से बचने वाले कपड़े, और आवश्यक खाद्य सामग्री लेकर चलने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, ट्रैकिंग और एडवेंचर स्पोर्ट्स के दौरान पेशेवर गाइड की मदद लेने की भी सिफारिश की गई है।
अब जब बर्फबारी का यह मौसम शुरू हो चुका है, तो पर्यटक इसे आनंददायक और अद्वितीय अनुभव मान सकते हैं। लेकिन यह ध्यान में रखना चाहिए कि सुरक्षा पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।
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