कंगना ने संसद में उठाई बिजली की समस्या:बोली-भारी बर्फबारी से कई-कई हफ्ते गुल रहती है बिजली, दुर्गम क्षेत्रों में इन्फ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने की जरूरत
हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से सांसद कंगना रनोट ने आज लोकसभा में बिजली की समस्या का मुद्दा उठाया। कंगना ने कहा कि उनके मंडी संसदीय क्षेत्र में कई गांव ऐसे हैं जहां भारी बर्फबारी की वजह से बिजली कई कई हफ्ते तक बाधित रहती है। कंगना ने कहा कि बर्फबारी के बिजली के ट्रांसफॉर्मर बार बार खराब होते हैं। कई बार तो थोड़ी बर्फबारी से ही बिजली गुल हो जाती है। उन्होंने कमजोर दुर्गम व ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली का इन्फ्रास्ट्रक्चर कमजोर है। इसे मजबूत करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि खराब पावर स्ट्रक्चर की वजह से बिजली ज्यादा बाधित होती है। जब भारी बर्फबारी होता है तो लंबे लंबे पावर कट लगते है। इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जन जीवन बुरी तरह ठप पड़ जाता है। लोगों के कारोबार भी प्रभावित होते है। कंगना ने संसद में लिया इन विधानसभा का नाम कंगना ने मंडी संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत सिराज, बंजार और आनी विधानसभा क्षेत्र का जिक्र करते हुए शत-प्रतिशत विद्युतीकरण करने की मांग उठाई। उन्होंने केंद्रीय पावर मिनिस्ट्री और राज्य के बिजली बोर्ड से इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने का आग्रह किया। इस दौरान कंगना ने दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युतीकरण के प्रयासों सराहना की।

कंगना ने संसद में उठाई बिजली की समस्या
हाल ही में, बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने संसद में एक महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया जिसमें उन्होंने बिजली की समस्या और दुर्गम क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे की मजबूती की आवश्यकता पर जोर दिया। कंगना ने बताया कि भारी बर्फबारी के कारण कई बार इलाके में बिजली कई हफ्तों तक गुल रहती है, जिससे स्थानीय निवासी परेशान होते हैं। उनकी यह टिप्पणी न केवल एक व्यक्तिगत अनुभव बल्कि समग्र सामुदायिक समस्या की ओर ध्यान आकर्षित करती है।
भारतीय क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति
भारत के कई दुर्गम क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति हमेशा से एक बड़ी चुनौती रही है। जब मौसम में परिवर्तन होता है, जैसे कि बर्फबारी, तो इन क्षेत्रों में बिजली की कटौती से निपटने के लिए मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर की मांग होती है। कंगना का यह बयान वास्तव में उन क्षेत्रों के निवासियों के लिए एक आवाज़ है जो अक्सर सरकार की योजनाओं से बचते हैं।
इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार की आवश्यकता
कंगना ने सुझाव दिया कि सरकार को इसमें सुधार करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर से न केवल बिजली की आपूर्ति में सुधार होगा, बल्कि सामान्य जीवन स्तर भी ऊँचा होगा। यही नहीं, इससे महिलाओं और बच्चों के लिए भी सुरक्षित वातावरण तैयार हो सकेगा।
कंगना का यह फ़ोकस वोटिंग और राजनीति से हटकर लोगों की जिंदगी पर स्थानिक प्रभाव डालने की दिशा में महत्वपूर्ण है। उन्हें समर्थन मिला है उनके फैंस और अन्य नागरिकों से, जो इस मुद्दे को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए तत्पर हैं।
समापन
कंगना रनौत का संसद में उठाया गया यह मुद्दा केवल व्यक्तिगत नहीं है बल्कि यह पूरे देश के लिए एक अलार्म है। बिजली की समस्या को तत्कालीन और ठोस समाधान की आवश्यकता है। इस दिशा में उठाए गए कदम ही आगे चलकर विकास और समृद्धि की ओर ले जाएंगे।
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