वक्फ बिल की मीटिंग में कल्याण बनर्जी ने बोतल फोड़ी:TMC सांसद एक दिन के लिए सस्पेंड; भाजपा सांसद से बहस हुई थी
संसद में वक्फ बिल पर मंगलवार को हुई JPC की बैठक के दौरान TMC सांसद और BJP सांसद के बीच जमकर बहस हुई। इस दौरान कल्याण बनर्जी ने वहां रखी कांच की पानी की बोतल मेज पर दे मारी, इससे वे चोटिल हो गए। उन्हें अंगूठे और एक उंगली में चोट लगी है। बाद में उन्हें इलाज के लिए ले जाया गया। घटना के बाद कुछ देर के लिए मीटिंग को रोक दिया गया। इलाज के बाद उन्हें AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी और आप नेता संजय सिंह बैठक कक्ष में वापस ले जाते हुए देखे गए। वक्फ बिल पर संसदीय समिति बैठक में किए गए अभद्र व्यवहार के लिए टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी को एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। वे अगली बैठक में शामिल नहीं हो सकेंगे। वक्फ (संशोधन) बिल 8 अगस्त को लोकसभा में पेश किया गया था और विपक्ष की आपत्ति के बीच इसे JPC को सौंपा गया था। कमेटी को अगले संसद सत्र के पहले हफ्ते में अपनी रिपोर्ट लोकसभा को सौंपनी है। कल्याण अचानक उठकर बोलने लगे तो अभिजीत ने टोक दिया था मंगलवार को संसद में भाजपा के जगदंबिका पाल की अध्यक्षता वाली समिति रिटायर्ड जजों और वकीलों की एक टीम के विचार सुन रही थी। इसी दौरान विपक्षी सदस्यों ने सवाल किया कि विधेयक में उनकी क्या हिस्सेदारी है। कल्याण बनर्जी अपनी बारी से पहले बोलना चाहते थे। वे पहले ही तीन बार बोल चुके थे और फिर से मौका चाहते थे। लेकिन भाजपा सांसद ने इसका विरोध किया। इसके बाद दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। दोनों ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। कल्याण के इस तरह से हस्तक्षेप करने पर BJP सांसद अभिजीत गंगोपाध्याय ने उन्हें टोका। इस पर कल्याण ने अचानक बोतल उठाई और पटक दी, जिससे कांच उनके ही हाथ में लग गया। इसके बाद उन्होंने टूटी बोतल चेयरमैन की ओर फेंकी। बैठक में ये भी मौजूद रहे मंगलवार (22 अक्टूबर) की बैठक में समिति ओडिशा के कटक से जस्टिस इन रियलिटी और पंचसखा प्रचार के सदस्यों के विचार और सुझाव सुन रही है। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के पांच सांसदों का एक प्रतिनिधि मंडल भी विधेयक पर अपने विचार रख रहा है। इसके पहले समिति ने सोमवार को बैठक की थी, जिसमें अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के अधिकारियों को मौखिक साक्ष्य देने के लिए बुलाया गया था। JPC में लोकसभा से 21 सदस्य- भाजपा के 7, कांग्रेस के 3 सांसद 1. जगदंबिका पाल (भाजपा) 2. निशिकांत दुबे (भाजपा) 3. तेजस्वी सूर्या (भाजपा) 4. अपराजिता सारंगी (भाजपा) 5. संजय जायसवाल (भाजपा) 6. दिलीप सैकिया (भाजपा) 7. अभिजीत गंगोपाध्याय (भाजपा) 8. श्रीमती डीके अरुणा (YSRCP) 9. गौरव गोगोई (कांग्रेस) 10. इमरान मसूद (कांग्रेस) 11. मोहम्मद जावेद (कांग्रेस) 12. मौलाना मोहिबुल्ला (सपा) 13. कल्याण बनर्जी (TMC) 14. ए राजा (DMK) 15. एलएस देवरायलु (TDP) 16. दिनेश्वर कामत (JDU) 17. अरविंत सावंत (शिवसेना, उद्धव गुट) 18. सुरेश गोपीनाथ (NCP, शरद पवार) 19. नरेश गणपत म्हास्के (शिवसेना, शिंदे गुट) 20. अरुण भारती (LJP-R) 21. असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM) JPC में राज्यसभा से 10 सदस्य- भाजपा के 4, कांग्रेस का एक सांसद 1. बृज लाल (भाजपा) 2. डॉ. मेधा विश्राम कुलकर्णी (भाजपा) 3. गुलाम अली (भाजपा) 4. डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल (भाजपा) 5. सैयद नसीर हुसैन (कांग्रेस) 6. मोहम्मद नदीम उल हक (TMC) 7. वी विजयसाई रेड्डी (YSRCP) 8. एम मोहम्मद अब्दुल्ला (DMK) 9. संजय सिंह (AAP) 10. डॉ. धर्मस्थल वीरेंद्र हेगड़े (राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत) वक्फ बिल पर JPC की अब तक हुईं बैठकें 22 अगस्त, पहली बैठक: कमेटी चेयरपर्सन बोले- सबकी बात सुनी जाएगी 22 अगस्त को 31 सदस्यीय JPC की पहली बैठक हुई थी। इसमें कमेटी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा था कि बिल पर विचार करने के दौरान सभी 44 अमेंडमेंट्स पर चर्चा होगी। सबकी बात सुनी जाएगी। अल्पसंख्यक मामलों और कानून मंत्रालय के अधिकारी ने कमेटी को ड्राफ्ट कानून में जो बदलाव के बारे में बताया। पूरी खबर पढ़ें... 30 अगस्त, दूसरी बैठक: विपक्षी सांसदों ने वॉक आउट किया दूसरी बैठक में विपक्षी सदस्यों ने कुछ देर के लिए बैठक से वॉक आउट किया। यह बैठक करीब 8 घंटे चली। बैठक में ऑल इंडिया सुन्नी जमीयतुल उलेमा और इंडियन मुस्लिम्स फॉर सिविल राइट्स, राजस्थान मुस्लिम वक्फ, दिल्ली और UP सुन्नी वक्फ बोर्ड के विचारों को सुना गया। पूरी खबर पढ़ें.. 5 सितंबर, तीसरी बैठक: विपक्ष ने कहा- मंत्रालय ने जानकारी छिपाई तीसरी बैठक में मंत्रालयों के अधिकारियों ने वक्फ बिल पर प्रेजेंटेशन दिया। इस दौरान अधिकारियों की विपक्षी सांसदों से तीखी बहस हुई। विपक्षी सांसदों ने आरोप लगाया कि प्रेजेंटेशन के दौरान सरकारी अधिकारी बिल पर पूरी जानकारी नहीं दे रहे थे। सबसे ज्यादा विरोध AAP सांसद संजय सिंह और TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने किया। पूरी खबर पढ़ें... 6 सितंबर, चौथी बैठक: ASI ने पुराने कानून पर आपत्ति की बैठक में आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) की टीम भी शामिल हुई। टीम ने प्रेजेंटेशन के जरिए बताया कि नया संशोधन बिल पुराने स्मारकों को संरक्षित रखने के लिए भी जरूरी है। ASI ने पुराने वक्फ कानून पर अपनी पांच आपत्तियां भी दर्ज कराई थीं। विभाग का कहना था कि कई संपत्तियां जो पहले भारत सरकार ने संरक्षित की थीं, उन पर वक्फ ने बिना किसी सबूत के दावा कर दिया। वक्फ एक्ट 1995 (पुराना कानून) वक्फ बोर्ड को दान के नाम पर किसी भी प्रॉपर्टी को वक्फ संपत्ति घोषित करने का अधिकार देता है। पूरी खबर पढ़ें... 14 अक्टूबर, पांचवी बैठक: खड़गे पर संपत्ति हड़पने का आरोप लगा बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर वक्फ संपत्ति कब्जाने का आरोप लगा। इससे नाराज विपक्षी दलों के सांसदों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया। साथ ही स्पीकर को चिठ्ठी लिखकर कमेटी के चेयरपर्सन जगदंबिका पाल को हटाने की मांग की। स्पीकर से मिलने का समय भी मांगा। पूरी खबर पढ़ें...
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