सहारनपुर में फर्जी डिग्री पर चल रहा था क्लीनिक:सिटी मजिस्ट्रेट और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी की, मुकदमा दर्ज कराया
सहारनपुर के सीएमओ ऑफिस से करीब दो किलोमीटर दूर एक फर्जी क्लीनिक करीब दो साल से चल रहा था। स्वास्थ्य विभाग को इसकी भनक तक नहीं थी। शिकायत के बाद सिटी मजिस्ट्रेट और स्वास्थ्य विभाग ने छापेमारी की। फर्जी डिग्री पर क्लीनिक चल रखा था। मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहा था। बिना रजिस्ट्रेशन और डिग्री न होने के कारण क्लीनिक सील कर दिया गया। खुद को बताता था बीएएमएस डॉक्टर नखाशा बाजार में कलाम के नाम से क्लीनिक चलने की शिकायत प्रशासन को मिली थी। सिटी मजिस्ट्रेट गजेंद्र सिंह, आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ.रामकृपाल मलिक और स्वास्थ्य विभाग से डॉ.कुणाल जैन ने क्लीनिक पर छापेमारी की। स्वास्थ्य विभाग ने क्लीनिक संचालक से पंजीकरण मांगा। लेकिन वो नहीं दिखा सका। वहीं क्लीनिक में दीवार पर जो डिग्री लटकी हुई थी उसे चेक किया तो वो भी फर्जी निकली। खुद को बीएएमएस डॉक्टर बताकर मरीजों का इलाज कर रहा था। क्लीनिक कर दिया सील क्लीनिक पर जो रजिस्ट्रेशन को टीम चेक किया गया वो भी फर्जी निकला। झोलाछाप को नोटिस देते हुए जवाब मांगा गया तो कुछ भी नहीं दिखा सका। टीम ने क्लीनिक को सील कर दिया गया। झोलाछाप सलमान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया हैं। जिले में स्वास्थ्य विभाग की चल रही लगातार छापेमारी से झोलाछापों में हड़कंप मचा हुआ है। सिटी मजिस्ट्रेट गजेंद्र सिंह का कहना है कि शिकायत के आधार पर अवैध क्लीनिक पर टीम पहुंची। झोलाछाप कोई दस्तावेज नहीं दिखा सका। क्लीनिक पर लटका हुआ रजिस्ट्रेशन नंबर भी फर्जी मिला है। क्लीनिक को सील कर दिया गया है। झोलाछाप के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने मुकदमा दर्ज कराया है।
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