हरिशंकर जैन बोले- संभल की जामा मस्जिद हरिहर मंदिर है:पुराणों में लिखा है, दसवां कल्कि अवतार कलयुग में यही होना है

संभल जामा मस्जिद में एएसआई की जांच की याचिका लगाने वाले एडवोकेट हरिशंकर जैन ने कहा कि वह मस्जिद नहीं है बल्कि हरिहर मंदिर है। ऐसा हमारे पुराणों में लिखा है। वही सर्वे के दौरान हुए दंगा के बारे में उन्होंने कहा कि विशेष समुदायों को लोगों की जब पोल खुलती है तो वह लोग गोली बंदूक चलाने लगते हैं सांप्रदायिक तनाव बताने लगते हैं। हरिशंकर जैन बोले- संभल की जामा मस्जिद हरिहर मंदिर है हरिशंकर जैन बोले- मूल रूप से संभल की जामा मस्जिद हरिहर मंदिर है। यह मंदिर आज से नहीं पुराणों में आदिकाल से लिखा हुआ है। यहां हिंदू जनता पूजा करती थी और इसलिए पूजा करती थी क्योंकि इसे कल्कि की मंदिर के नाम से जाना जाता है। दसवां कल्कि अवतार कलयुग में यही होना है। यह साफ-साफ लिखा है। इस मंदिर को बाबर ने गिरवाकर मस्जिद का रूप नहीं दे पाए। मंदिर बरकरार रहा हिंदू जनता पूजा करती रही। अब्दुल रहमान का लिखा है अकबर के जमाने में उसमें साफ है कि वहां पूजा होती थी और देखिए यह हरिहर मंदिर है। इसके एक नहीं 50 से अधिक सबूत है और वह सारे सबूत जो हैं चीख चीख कर कह रहे हैं कि यह मंदिर है और जबरदस्ती कब्जा करके मंदिर पर नमाज पढ़ने से वह जगह कभी भी मस्जिद नहीं हो जाती। यह जगह मंदिर है हिंदुओं को मिले यह हम सब की कोशिश है। जब मुझे मालूम हुआ मैं अध्ययन किया काफी अध्ययन किया पूरे देश में अभियान चल रहा है जहां-जहां मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई है उन सबको मुक्त करना है इस सिलसिले में संभल के लिए तैयारी हुई काफी रिसर्च हुई शास्त्रों का इतिहास का पुराण का अध्ययन करने के बाद पूरी रूपरेखा बन गई हरिहर मंदिर तोड़कर ढांचा तैयार किया गया। यह हिंदुओं को वापस मिलना चाहिए। जब मुस्लिम ये देखता है कि उसकी चोरी पकड़ी जा रही है या सच्चाई सामने आ जाएगी तो या तो गोली बंदूक चलाने लगते हैं पत्थर बाजी करना शुरू कर देते हैं या कहेंगे सांप्रदायिक तनाव हो रहा है सेकुलरिज्म के खिलाफ है भाईचारे के खिलाफ है।

Nov 24, 2024 - 18:45
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हरिशंकर जैन बोले- संभल की जामा मस्जिद हरिहर मंदिर है:पुराणों में लिखा है, दसवां कल्कि अवतार कलयुग में यही होना है
संभल जामा मस्जिद में एएसआई की जांच की याचिका लगाने वाले एडवोकेट हरिशंकर जैन ने कहा कि वह मस्जिद नहीं है बल्कि हरिहर मंदिर है। ऐसा हमारे पुराणों में लिखा है। वही सर्वे के दौरान हुए दंगा के बारे में उन्होंने कहा कि विशेष समुदायों को लोगों की जब पोल खुलती है तो वह लोग गोली बंदूक चलाने लगते हैं सांप्रदायिक तनाव बताने लगते हैं। हरिशंकर जैन बोले- संभल की जामा मस्जिद हरिहर मंदिर है हरिशंकर जैन बोले- मूल रूप से संभल की जामा मस्जिद हरिहर मंदिर है। यह मंदिर आज से नहीं पुराणों में आदिकाल से लिखा हुआ है। यहां हिंदू जनता पूजा करती थी और इसलिए पूजा करती थी क्योंकि इसे कल्कि की मंदिर के नाम से जाना जाता है। दसवां कल्कि अवतार कलयुग में यही होना है। यह साफ-साफ लिखा है। इस मंदिर को बाबर ने गिरवाकर मस्जिद का रूप नहीं दे पाए। मंदिर बरकरार रहा हिंदू जनता पूजा करती रही। अब्दुल रहमान का लिखा है अकबर के जमाने में उसमें साफ है कि वहां पूजा होती थी और देखिए यह हरिहर मंदिर है। इसके एक नहीं 50 से अधिक सबूत है और वह सारे सबूत जो हैं चीख चीख कर कह रहे हैं कि यह मंदिर है और जबरदस्ती कब्जा करके मंदिर पर नमाज पढ़ने से वह जगह कभी भी मस्जिद नहीं हो जाती। यह जगह मंदिर है हिंदुओं को मिले यह हम सब की कोशिश है। जब मुझे मालूम हुआ मैं अध्ययन किया काफी अध्ययन किया पूरे देश में अभियान चल रहा है जहां-जहां मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई है उन सबको मुक्त करना है इस सिलसिले में संभल के लिए तैयारी हुई काफी रिसर्च हुई शास्त्रों का इतिहास का पुराण का अध्ययन करने के बाद पूरी रूपरेखा बन गई हरिहर मंदिर तोड़कर ढांचा तैयार किया गया। यह हिंदुओं को वापस मिलना चाहिए। जब मुस्लिम ये देखता है कि उसकी चोरी पकड़ी जा रही है या सच्चाई सामने आ जाएगी तो या तो गोली बंदूक चलाने लगते हैं पत्थर बाजी करना शुरू कर देते हैं या कहेंगे सांप्रदायिक तनाव हो रहा है सेकुलरिज्म के खिलाफ है भाईचारे के खिलाफ है।

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