14 हजार की आबादी पर मंडराता रहा एयरफोर्स का मिग-29:आगरा में पायलट ने दिखाई सूझबूझ, लोग बोले-पहले लगा हमारे घरों पर ही गिर जाएगा
भारतीय एयरफोर्स का मिग-29 फाइटर प्लेन आगरा में क्रैश हो गया। संतुलन खोने के बाद प्लेन करीब 20 सेकेंड तक आसमान से गिरते हुए दिखा। ये प्लेन आबादी के ऊपर उड़ रहा था, जिसे विंग कमांडर मनीष मिश्रा उड़ा रहे थे। प्लेन में तकनीकी खराबी आने के बाद यह क्रैश होने लगा। हादसे के वक्त यह बाग सोनिका गांव के ऊपर से गुजर रहा था। इस गांव में 14 हजार लोग रहते हैं। पायलट ने सूझबूझ दिखाई और प्लेन को खेतों की तरफ लेकर गए। गांव से करीब 2 Km दूर प्लेन के जमीन पर गिरने के बाद उसमें आग लग गई। आग लगने से चंद सेकंड पहले ही पैराशूट की मदद से (इजेक्ट सिस्टम) मनीष मिश्रा जंप लगा चुके थे। उनकी जो तस्वीरें सामने आईं, उसमें वह खेत में चारपाई पर बैठे दिखे। यह प्लेन पंजाब के आदमपुर का था, जिसने ग्वालियर से उड़ान भरी थी। यह रूटीन एक्सरसाइज के लिए आगरा आ रहा था। आगरा के ड्रॉपिंग जोन में होना था लैंड घटना पर भास्कर टीम ने पहुंचने के बाद वायुसेना के अफसरों से पूछा कि क्या ये रूटीन उड़ान थी या आगरा एयरबेस के लिए किसी खास मकसद से यह प्लेन आया था? मगर अफसरों ने इसका जवाब देने से मना कर दिया। हालांकि देर शाम इंडियन एयर फोर्स ने X पर मैसेज पोस्ट किया। जिसमें इस उड़ान को रूटीन ट्रेनिंग बताया है। बता दें कि आगरा के मलपुरा में वायुसेना का ड्रॉपिंग जोन है। प्लेन को वहीं लैंड होना था, मगर पहले ही हादसा हो गया। 700 मीटर दायरे में फैले मिले प्लेन के पार्ट मिग-29 जिस स्पॉट पर क्रैश हुआ था, उसके 500 से 700 मीटर के दायरे में प्लेन के पार्ट और हिस्से बिखरे हुए थे। इजेक्ट कुर्सी प्लेन से करीब 30 मीटर दूर पड़ी मिली है। वायुसेना ने आग बुझने के बाद सभी पार्टी अपने कब्जे में लिए हैं। इनमें ब्लैक बॉक्स भी शामिल है। मिग-29 हादसे के बाद भास्कर ने गांव के लोगों से सच्चाई जानी... खेत पर काम कर रहे थे, अचानक आसमान में धमाका सा हुआ पहले हमारी टीम उस खेत के मालिक तक पहुंची, जिसमें फाइटर प्लेन गिरा। रामेश्वर ने कहा- यह खेत हमारे चाचा का है। वह कहते हैं हम लोग खेतों की तरफ थे, रोज की तरह काम चल रहा था। अचानक आसमान में धमाका हुआ। ऊपर देखा तो कुछ उलटा-पलटा होते हुए नीचे की तरफ आ रहा था। कुछ देर में प्लेन जमीन पर आकर गिरा। प्लेन उड़ा रहे पायलट पैराशूट के सहारे कुछ दूर पर आकर उतरे। आसमान से कुछ गिरते हुए देखा, वहां गए तो जमीन पर प्लेन था गांव के ही रहने वाले अजय ने कहा - मैं फतेहपुर सीकरी की तरफ घर वापस आ रहा था। मैंने आसमान में कुछ गिरते हुए देखा। इसके बाद गाड़ी इसी तरफ दौड़ा दी। यहां पहुंचे तो खेत में प्लेन जमीन पर पड़ा था। आग लगी हुई थी। लोग इधर-उधर दौड़ रहे थे। हम लोगों को समझ ही नहीं आया कि क्या करना है? पायलट पहले ही पैराशूट की मदद से कूद गए थे। हम लोगों ने पालयट को चारपाई पर बैठाया, पानी पीने को दिया। वह बदहवास हालत में थे। गांव के लोगों ने पूछा कि चोट लगी हैं क्या, जिसका जवाब उन्होंने ना में दिया। हमने पूछा- फिर क्या हुआ? गांव के लोगों ने बताया कि कुछ देर में पुलिस के साथ कई गाड़ियां मौके पर आ गईं। हम लोगों को उस एरिया में जाने से रोका जाने लगा। पुलिस वालों ने कहा कि ये लोग वायुसेना वाले हैं। वो लोग पायलट को भी अपने साथ लेकर चले गए। लोग बोले- पहले लगा घरों पर गिरेगा, फिर बच गए गांव के ही रहने वाले शुभम ने बताया- हम लोगों ने प्लेन को फतेहपुर की तरफ से उड़कर आता हुआ देखा। प्लेन हवा में कलाबाजी खा रहा था। उससे धुआं निकल रहा था। आबादी से धीरे-धीरे ये विमान खेतों की तरफ आ गया। हम लोग दौड़कर इस तरफ पहुंचे। पायलट पैराशूट से बाहर आ चुके थे। वह पेड़ों के ऊपर लटके हुए मिले। किसी भी तरह का जान माल का नुकसान नहीं हुआ है। बस खेत की फसल का नुकसान हुआ है। ACP ने कहा- पायलट एकदम सुरक्षित ACP देवेश सिंह ने कहा - करीब 5 बजे प्लेन क्रैश हुआ है। वायुसेना के अफसरों को बुलाया गया। कोई कैजुएल्टी नहीं हुई, पायलट भी सुरक्षित हैं। प्लेन क्रैश कैसे हुआ? इसकी जांच सेना के अफसर कर रहे हैं। मुझे एक पायलट की जानकारी हुई है, उन्हें मेडिकल के लिए वायुसेना वाले लेकर गए हैं। वायुसेना ने कहा- हादसे की जांच कराएंगे वायुसेना ने आधिकारिक बयान में बताया कि पंजाब (जालंधर) के आदमपुर IAF स्टेशन से मिग-29 ने उड़ान भरी थी। ग्वालियर में यह प्लेन लैंड हुआ। फिर आगरा के लिए रूटीन उड़ान भरी। इस प्लेन को विंग कमांडर मनीष मिश्रा उड़ा रहे थे। वह फिलहाल सुरक्षित हैं। हादसा क्यों हुआ, इसकी प्रॉपर जांच चल रही है। ----- यह भी पढ़ें हैकिंग के डर से EVM छोड़ा:अमेरिका के चुनाव भारत से कितने अलग; वोटिंग, काउंटिंग और नतीजों की पूरी कहानी साल 2000 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव। रिपब्लिकन पार्टी के जॉर्ज बुश और डेमोक्रेटिक अल गोर के बीच बेहद कड़ा मुकाबला था। फ्लोरिडा स्टेट जिसकी तरफ झुकता, वो अमेरिका का नया राष्ट्रपति बन सकता था। लेकिन एक गड़बड़ हो गई। पढ़िए पूरी खबर...
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