1979 बैच का रिटायर्ड आईपीएस बताकर की पैरवी:गाजियाबाद में पुलिस कमिश्नर और DCP से भी मिला, पुलिस ने दर्ज की FIR
पुलिस कमिश्नरेट में दिल्ली निवासी एक वृद्ध का फर्जीवाड़ा सामने आया है। जहां खुद को मणिपुर कैडर का 1979 बैच का रिटायर्ड IPS अधिकारी और MHA का सिक्योरिटी सलाहकार बताकर न सिर्फ पुलिस कमिश्नर और डीसीपी ट्रांस हिंडन से मुलाकात की। वहीं पुलिस अफसरों पर एक केस के सिलसिले में आरोपी ने पैरवी की। कहा मेरे बैचमेट डीजीपी भी रहे हैं पुलिस के मुताबिक इस फर्जी आईपीएस अधिकारी ने कहा कि सीबीआई व आईबी के हेड मेरे बैचमेट भी रहे हैं। अलग अलग राज्यों के पूर्व डीजीपी व वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों अपना दोस्त बताकर अफसरों को गुमराह किया। बाद में जब गाजियाबाद कमिश्नरेट के अफसरों को संदेह हुआ तो पता चला कि इस नाम के कोई पूर्व आईपीएस नहीं रहे। फर्जीवाड़ा सामने आने पर DCP ट्रांस हिंडन के पीआरओ ने साहिबाबाद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। अब पुलिस फर्जी आईपीएस को तलाश रही DCP ट्रांस हिंडन के पीआरओ नीरज राठौर का कहना है कि 14 नवम्बर शाम 4:39 बजे मेरे सीयूजी नंबर पर एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने अपना परिचय वर्ष 1979 बैच के रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी अनिल कटियाल के रूप में दिया। यह भी कहा मणिपुर में डीजी रैंक पर रहा हूं। वर्तमान में वह एमएचए में सिक्योरिटी सलाहकार के रूप में अपनी सेवाएं दे रहा हूं। अनिल कटियाल ने इंदिरापुरम थाने में दर्ज एक धोखाधड़ी के केस के आरोपी विनोद कपूर की पैरवी करते हुए जांच अधिकारी प्रमोद हुड्डा पर विवेचना में अनियमितता बरतने के आरोप लगाए। यह भी बताया कि गाजियाबाद में पुलिस के उच्च अधिकारी इसे गाड़ी तक छोड़ने भी आए। अब पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।
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