3 माह के लिए खूनी कट किया गया बंद:डीएम की फटकार के बाद दौड़े अधिकारी; 20 ब्लैक स्पॉट्स किए जाएंगे खत्म
बड़ी दुर्घटनाओं के बाद भी कानपुर में ब्लैक स्पॉट खत्म नहीं हो रहे हैं। नारामऊ के पास खुले कट पर 3 टीचर्स की मौत के बाद फौरी तौर पर कट को 3 माह के लिए बंद कर दिया गया है। लेकिन शहर के अंदर ब्लैक स्पॉट खत्म नहीं हो रहे हैं। एनएचएआई के 12 और पीडब्लूडी की सड़कों पर 13 ब्लैक स्पॉट मौजूद हैं। डीएम ने टीम भेजकर कट कराया बंद बुधवार को डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह की फटकार के बाद 6 लेन जीटी रोड पर नारामऊ के पास कट होने की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं को देखते हुए एक टीम भेज कर वहां बने कट को तत्काल बंद कराया गया। 3 माह के लिए बंद किया गया डीएम ने बताया कि कट को फिलहाल 3 माह के लिए बंद कर दिया गया है। नारामऊ के पास कट होने की वजह से कई दुर्घटनाएं हुई हैं जिसमें कई लोग हताहत हो चुके हैं। इसलिए मामले को गंभीरता से लेते हुए सहायक पुलिस आयुक्त (यातायात) आकांक्षा पांडेय और अधिशाषी अभियंता प्रांतीय पीडब्लूडी अनूप मिश्रा को मौके पर भेजा गया। दुर्घटनाएं रोकने के लिए उठाए जाएंगे कदम डीएम ने बताया कि कार्रवाई तात्कालिक रूप से की गई है, जबकि इन समस्याओं के निदान के लिए दीर्घकालिक उपाय पर मंथन किया जाएगा। जिले के सभी 20 ब्लैक स्पॉट पर दुर्घटनाओं को रोकने हेतु ठोस कदम उठाए जाएंगे। नेशनल हाईवे पर ब्लैक स्पॉट गुजैनी बाईपास, नौबस्ता चौराहा कट, यशोदा नगर चौराहा, बर्रा बाईपास, नारामऊ, रामपुर दुर्गा मंदिर, शंभुआ पुल, हड़हा पुल, कनौजिया पेट्रोल पंप, किसान नगर, भौंती, ब्रह्म देवमंदिर। पीडब्लूडी की सड़कों पर ब्लैक स्पॉट दादा नगर, विजय नगर, फजलगंज, बीओबी चौराहा, शनिदेव मंदिर, फजलगंज जूट मिल चौराहा, दादा नगर ढाल, राहा गांव ढाबा के पास, परास मोड़ के पास, नौरंगा चौराहे के पास, जहांनाबाद बिल्लू ढाबा के पास रोड, कुआं खेड़ा जवाहर नाला के पास रोड, पनकी पड़ाव के पास।

3 माह के लिए खूनी कट किया गया बंद: डीएम की फटकार के बाद दौड़े अधिकारी; 20 ब्लैक स्पॉट्स किए जाएंगे खत्म
हाल ही में, स्थानीय प्रशासन ने 3 माह के लिए खूनी कट को बंद करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय मुख्य रूप से डीएम (जिलाधिकारी) की फटकार के बाद लिया गया था, जिसमें उन्होंने अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे। इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में सुरक्षा को सुनिश्चित करना और प्रमुख समस्याओं का समाधान करना है। यह कदम सभी संबंधित अधिकारियों के लिए एक चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है।
डीएम की फटकार का असर
डीएम की फटकार ने सभी अधिकारियों में एक नई ऊर्जा भर दी। अब वे समस्या समाधान की दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं। इस प्रक्रिया में, 20 ब्लैक स्पॉट्स की पहचान की गई है, जिन्हें जल्द ही खत्म किया जाएगा। यह ब्लैक स्पॉट्स वे क्षेत्र हैं जहां आपराधिक गतिविधियाँ और अन्य समस्याएं अधिक पाई जाती हैं। अधिकारियों का ध्यान मुख्यतः इन क्षेत्रों पर केंद्रित है ताकि अपराध का ग्राफ गिर सके।
सुरक्षा एक प्रमुख चिंता
इस प्रकार की हस्तक्षेप से जनता के बीच सुरक्षा का विश्वास बढ़ेगा। क्षेत्र के नागरिकों ने इस निर्णय का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि इससे उनके जीवन में सुधार होगा। अधिकारियों ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे अगर किसी प्रकार की आपराधिक गतिविधि या संदिग्ध तत्व देखे, तो तुरंत इसकी सूचना दें।
भविष्य की योजनाएं
अधिकारियों ने यह भी बताया कि भविष्य में ऐसी योजनाओं को नियमित रूप से लागू किया जाएगा, ताकि क्षेत्र को अधिक सुरक्षित बनाया जा सके। इसके अलावा, जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा, जिससे नागरिक भी अपने आसपास की सुरक्षा में सक्रिय रूप से भाग ले सकेंगे।
समग्रत: इस हस्तक्षेप का उद्देश्य केवल अपराध को खत्म करना नहीं है, बल्कि समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाना है। वर्तमान स्थिति में, यह आवश्यक है कि अधिकारी एवं नागरिक एक साथ मिलकर काम करें ताकि एक सुरक्षित वातावरण का निर्माण किया जा सके।
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