बेटे ने दिव्यांग बुजुर्ग दंपति को घर से निकाला:एटा में माता-पिता ने एसएसपी से लगाई न्याय की गुहार
एटा जिले के रिजोर थाना क्षेत्र के हैदरपुर गांव में 60 वर्षीय दिव्यांग बुजुर्ग उदयवीर और उनकी पत्नी ने अपने ही बेटे के खिलाफ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्याम नारायण सिंह के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है। दोनों पैरों से दिव्यांग उदयवीर, जो बैसाखी के सहारे चलते हैं, बताया कि उनका बेटा लगातार उन्हें और उनकी पत्नी के साथ मारपीट करता है। बुजुर्ग दंपति का आरोप है कि बेटा न केवल उन्हें खाना देने से मना करता है, बल्कि कल बारिश के दौरान उन्हें घर से भी बाहर निकाल दिया। पहले भी जब उन्होंने स्थानीय पुलिस चौकी में शिकायत की थी, तो बेटे ने उनका उत्पीड़न और बढ़ा दिया। बुजुर्ग दंपति ने अपनी जान को खतरा बताते हुए कलयुगी बेटे के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। एसएसपी श्याम नारायण सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए हैं और बुजुर्ग दंपति को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। यह मामला वृद्धों के प्रति बढ़ती संवेदनहीनता और पारिवारिक मूल्यों के क्षरण को दर्शाता है।

बेटे ने दिव्यांग बुजुर्ग दंपति को घर से निकाला: एटा में माता-पिता ने एसएसपी से लगाई न्याय की गुहार
हाल ही में एटा जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक बेटे ने अपने दिव्यांग माता-पिता को घर से निकाल दिया। यह घटना न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि समाज के लिए भी एक बड़ा प्रश्न चिन्ह छोड़ती है। बुजुर्ग दंपति, जो अचानक अपने ही बेटे की निर्दयता का शिकार बन गए, न्याय के लिए एसएसपी के पास पहुंचे हैं।
घटना का विवरण
बुजुर्ग दंपति की कहानी सुनकर हर किसी का दिल टूट गया है। जब बेटे ने अपने माता-पिता को घर से निकाला, तो उन्हें समझ नहीं आया कि वे किससे मदद मांगे। अंततः उनकी हिम्मत जुटाकर, उन्होंने एसएसपी के पास जाकर न्याय की गुहार लगाई। ये पिता और माता, जो शारीरिक कमजोरी के कारण स्वयं की देखभाल नहीं कर पाते, उनके जीवन में ये घटना विनाशकारी साबित हुई है।
समाज की प्रतिक्रिया
इस घटना पर कई सामाजिक संगठनों और नागरिकों ने गहरी चिंता व्यक्त की है। कुछ लोगों का मानना है कि आज के समाज में परिवार के सदस्यों के प्रति सम्मान और प्यार की कमी होती जा रही है। इस प्रकरण ने यह प्रदर्शित किया है कि समाज में ऐसे मामलों में समर्थन और न्याय की सख्त आवश्यकता है।
नैतिक और कानूनी आयाम
इस मामले ने नैतिक और कानूनी पहलुओं को भी उजागर किया है। बुजुर्ग दंपति के अधिकार और सुरक्षा के लिए कानून में क्या प्रावधान हैं, यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न है। हमें यह सोचने की आवश्यकता है कि क्या हमारे समाज में बुजुर्गों की देखभाल और अधिकारों को सही तरीके से संरक्षित किया जा रहा है।
आगे का रास्ता
अब एसएसपी ने इस मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इससे यह उम्मीद है कि न केवल इस बुजुर्ग दंपति को न्याय मिलेगा, बल्कि समाज में उनके जैसे अन्य मामलों के प्रति भी जागरूकता बढ़ेगी। इस घटना के बाद, समाज को एकजुट होकर बुजुर्गों के अधिकारों की रक्षा करते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है।
News by indiatwoday.com Keywords: बेटे ने दिव्यांग बुजुर्ग को निकाला, एटा में माता-पिता ने न्याय की गुहार, बुजुर्ग दंपति की दुखद कहानी, एसएसपी से सहायता, दिव्यांगो का अधिकार, परिवार में सम्मान की कमी, न्याय प्रणाली में सुधार, बुजुर्गों की सुरक्षा, सामाजिक न्याय, एटा में घटना समाचार
What's Your Reaction?






