BHU के रिटायर्ड प्रोफेसर ने बहू-समधी पर दर्ज कराया केस:बहू ने तोड़ा शादी का रिश्ता, मायकेपक्ष पर धमकाने और जेवरात हड़पने का आरोप
वाराणसी के बीएचयू से रिटायर्ड प्रोफेसर के बेटे की बहू ने पारिवारिक सामन्जस्य नहीं बनने पर शादी तोड़ दी। बेटी के फैसले के बाद उसके माता-पिता समेत ससुराल आए परिजनों ने रिटायर्ड प्रोफेसर को धमकी दी। पहले तो घर में उल्टा-सीधा बोला बाद में झूठे केस में फंसाने की बात भी कही। प्रोफेसर की ओर से सगाई में दिए गए खानदानी जेवरात भी रख लिए, जिन्हें हड़पने का आरोप लगा है। पीड़ित ने भेलूपुर थाने में तहरीर देकर होने वाली बहू समेत उसके माता-पिता, भाई को आरोपी बनाया है, पुलिस से कार्रवाई की मांग की। रवींद्रपुरी निवासी प्रो.सतीश चंद्र माटा ने बताया कि वे बीएचयू से सेवानिवृत्त हैं और अब परिवार के साथ मकान बनवाकर रहते हैं। उनका बेटा शुभम बंगलुरू में नौकरी करता है और पिछले दिनों उसकी जान पहचान लखनऊ की एक लड़की रिया से हो गई। प्रोफेसर के अनुसार लखनऊ की रिया भी बंगलुरु में रहती थी। दोनों की जान पहचान के बाद दोनों की शादी की बात चली और 12 जुलाई को लखनऊ में आयोजित समारोह में रिश्ता तय कर दिया गया। पारिवारिक सदस्यों के बीच वर पक्ष ने 20 लाख के आभूषण भेंट किये थे। दो महीने बाद रिया और उनके परिजनों का व्यवहार बदल गया। इसके बाद रिया ने प्रो.सतीश चंद्र माटा की पत्नी और बेटे शुभम को अपशब्द बोलने शुरू कर दिए। रिया ने शादी के बाद परिवार से अलग होकर रहने की शर्त रख दी और शुभम के साथ परमानेंट बंगलुरू में सेटल होने की बात कही। इससे क्षुब्ध प्रोफेसर का परिवार 15 अक्टूबर को शादी तोड़ने लखनऊ पहुंचा। रिया ने रिश्तेदारों को बुलाकर शादी तोड़ने के लिए लिखकर दे दिया। 23 अक्तूबर को रिया के पिता रनिल नायर रवींद्रपुरी आए और बातचीत में आक्रामक हो गए। शादी न करने पर झूठे केस में फंसाने की धमकी देने लगे। प्रो.सतीश चंद्र माटा और उनकी पत्नी को अपमानित कर लौट गए, आभूषण भी नहीं लौटाए। इसके बाद प्राेफेसर ने तहरीर देकर केस दर्ज कराया है।
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