संस्कृति ग्राम और स्टेट पवेलियन में दिखेगी देश की झलक:पर्यटन विभाग की तरफ से महाकुंभ क्षेत्र में तैयार कराए जाएंगे दोनाों सांस्कृतिक स्थल
प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से शुरू हो रहे महाकुंभ में देश के अलग-अलग राज्यों की सांस्कृतिक झलक यहां आने वालों को इस बार दिखेगी। त्रिवेणी के पावन तट पर महाकुंभ मेला क्षेत्र में उत्तर प्रदेश टूरिज्म विभाग संस्कृति ग्राम और स्टेट पवेलियन तैयार कराने जा रहा है। शासन की तरफ से इसकी मंजूरी हो चुकी है। टूरिज्म विभाग को जमीन आवंटन का इंतजार है। मेला प्राधिकरण की तरफ जमीन आवंटन की प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। मेला के आठ जोन में तैयार होगा संस्कृति ग्राम पर्यटन विभाग की तरफ से तैयार कराए जा रहे संस्कृति ग्राम को आठ सेक्टरों में बांटा जाएगा। सभी सेक्टरों के संस्कृति ग्राम में लोगों देखने और अनुभव करने के लिए अलग-अलग थीम रखा गया है। यहां पर महाकुंभ के आयोजन के पीछे कारण, इसका इतिहास और पौराणिक मान्यता की जानकारी देने की व्यवस्था की गई है। साथ ही यहां पर प्रयागराज के टूरिज्म प्वाइंटों को भी दर्शाया जाएगा। जिससे महाकुंभ में आने वाले पर्यटक इन स्थानों को भी घूम सके। इसके साथ ही ईआर,वीआर गैलरी भी होगी। जहां पर लोगों को कुंभ से जुड़ी जानकारियां आडियो-वीडियों के माध्यम से देने की व्यवस्था होगी। इससे लोग डिजिटली अनुभव हासिल कर सकेंगे। यहां पर प्रयागराज के साहित्यकारों और उनके साहित्य के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। पवेलियन स्टेट में दिखेगा देश का क्राफ्ट और लिट्रेचर महाकुंभ मेला क्षेत्र में बनने जा रहे पवेलियन स्टेट में देश के अलग-अलग राज्यों के क्राफ्ट को देखने और उसे समझने का मौका लोगों को मिलेगा। इसके अलावा वहां के लिट्रेचर, टूरिज्म अट्रैक्शन आदि के बारे में लोगों को जानकारियां मिलेगी। इसके अलावा उन राज्यों के कलाकारों की तरफ से सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी जाएगी। जिससे वहां की कला और संस्कृति को लोग देखे और देश की विविधता को समझे। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने बताया कि जमीन के आवंटन के साथ ही अस्थाई निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा। जिससे मेले की शुरूआत से ही लोग इन दोनों स्थानों को देख सकें।
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