रामपुर के पैचवर्क हस्तकला को मिला GI टैग:वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट में भी है शामिल, कैबिनेट मंत्री ने दी पहचान
रामपुर के पैचवर्क हस्तकला को अपनी खासियत के चलते जीआई टैग दिया गया है। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के तौर पर पैचवर्क को जीआई टैग मिला है। दिल्ली में आयोजित शिखर सम्मेलन में कैबिनेट मंत्री गिरिराज सिंह ने जीआई टैग दिया। नई दिल्ली में आयोजित वस्त्र मंत्रालय के मशहूर शिखर सम्मेलन "जीआई एंड बियॉन्ड 2024" में कैबिनेट मंत्री, वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार गिरिराज सिंह द्वारा रामपुर के पैचवर्क हस्तकला को जी आई टैग प्रदान किया गया। जीआई टैग से मिलता है खास पहचान उपायुक्त उद्योग मनीष कुमार पाठक ने बताया कि रामपुर की हस्तकला को यह अभूतपूर्व उपलब्धि मिली है। जन कल्याण समिति की कुमारी सरला ने कार्यक्रम में यह सर्टिफिकेट प्राप्त किया। जीआई टैग, किसी प्रोडक्ट को उसके ज्योग्राफिकल एरिया से जोड़ने के लिए दिया जाने वाला एक सिम्बल है। जीआई टैग (भौगोलिक संकेत) किसी प्रोडक्ट को उसकी खास पहचान देता है। यह किसी प्रोडक्ट के अनोखे गुण और खासियत को देखते हुए दिया जाता है। इसके जरिए से रामपुर के पैचवर्क को लोकल बाजार से लेकर इंटरनेशनल मार्केट तक महिलाएं अपनी कारीगरी से बनाए गए प्रोडक्ट्स को बेचने में कामयाब होगी। एक जनपद-एक उत्पाद योजना के तहत मिल रहे लोन भी से रामपुर की महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। कठिन परिश्रम से मिली सफलता मुख्य विकास अधिकारी नंद किशोर कलाल का कहना है कि सफ़लता का एक ही मूल मंत्र " कठिन परिश्रम " इन पंक्तियों को साकार करता हमारा जनपद रामपुर का औद्योगिक क्षेत्र, जिसे भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत भौगोलिक उपदर्शन रजिस्ट्री द्वारा जनपद के "पैचवर्क" कार्य को G.I. टैग में शामिल किया गया।
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