G20 समिट- भारत-चीन के बीच सीधी फ्लाइट शुरू करने चर्चा:मानसरोवर यात्रा भी जल्द संभव; घोषणापत्र में रूस की आलोचना से परहेज; PM मोदी गुयाना रवाना

ब्राजील की राजधानी रियो डि जेनेरियो में मंगलवार को G20 समिट के तीसरे सेशन का समापन हो गया है। इसमें 'सस्टेनेबल डेवलपमेंट और ऊर्जा के बेहतर विकल्प' विषय पर दुनियाभर के नेताओं ने चर्चा की। इससे पहले सोमवार को G20 समिट में 'भुखमरी और गरीबी के खिलाफ एकजुटता' और 'सरकारों के कामकाज में सुधार' पर वैश्विक नेताओं ने चर्चा की थी। इस दौरान शिखर सम्मेलन से इतर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की। दोनों देशों ने सीमा ववाद पर विशेष प्रतिनिधियों की बैठक बुलाने का निर्णय लिया है, जो करीब पांच साल के बाद होगी। साथ ही दोनों देशों के बीच सीधी उड़ान और कैलाश मानसरोवर यात्रा दोबारा शुरू करने पर सहमति बनाने की ओर भी कदम बढ़ाए हैं। कोविड महामारी के बाद से इन दोनों को रोक दिया गया था। इधर, G20 समिट के बाद नरेंद्र मोदी से गुयाना के लिए रवाना हो गए। प्रधानमंत्री मोदी पिछले 56 साल में गुयाना की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे। तीसरे सेशन के समापन के बाद मोदी ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा, चिली के राष्ट्रपति गैब्रियल बोरिक, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिलेई और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ द्विपक्षीय बैठक की। ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा ने मोदी से बैठक के दौरान पिछले साल नई दिल्ली में G20 के सफल आयोजन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। उन्होंने कहा- हम ठीक उसी तरह G20 समिट की मेजबानी करना चाहते थे, जैसा पिछले साल भारत ने क‍िया था। वहां से काफी कुछ सीखकर आए थे। काश कुछ उस तरह हम कर पाते। लूला डी सिल्वा ने कहा कि G20 समिट में ब्राजील ने जो कदम उठाए हैं, वे भारत के पिछले साल G20 में लिए गए फैसलों से प्रेरित हैं। चिली में आयुर्वेद की बढ़ती लोकप्रियता पर मोदी ने जताई खुशी G20 से इतर PM मोदी ने चिली राष्ट्रपति ग्रेबियल से भी द्विपक्षीय वार्ता की। फार्मास्यूटिकल्स, स्पेस में दोनों देशों के संबंधों को कैसे बढ़ाया जाए, इस पर चर्चा हुई। इस दौरान मोदी ने चिली में आयुर्वेद की लोकप्रियता को लेकर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में भी दोनों देशों के संबंधों को तेजी मिल सकती है। G20 में मोदी बोले-जंग से दुनिया में खाने का संकट G20 समिट के पहले दिन PM नरेंद्र मोदी ने वर्ल्ड लीडर्स से द्विपक्षीय मुलाकात की थीं। मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों, ब्रिटिश PM कीर स्टार्मर, इटली की PM जॉर्जिया मेलोनी, पुर्तगाल के PM लुइस मोंटेनेग्रो, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो और नॉर्वे के PM जोनास गेर स्टोर से द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत की। समिट के दौरान PM मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से भी मिले और उनके बीच अनौपचारिक बातचीत भी हुई। PM मोदी ने G20 समिट के पहले दो सेशन- 'भुखमरी और गरीबी के खिलाफ एकजुटता' और 'सरकारों के कामकाज में सुधार' पर सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि जंग की वजह से दुनिया में खाने का संकट पैदा हुआ है। इसका सबसे ज्यादा असर गरीब देशों पर पड़ा है। G20 समिट के पहले सेशन का मुद्दा ‘भुखमरी और गरीबी के खिलाफ एकजुटता’ था। पहले सेशन को संबोधित करते हुए PM मोदी ने G20 के सफल आयोजन के लिए ब्राजील के राष्ट्रपति को बधाई दी। उन्होंने कहा कि ब्राजील ने अपनी अध्यक्षता में नई दिल्ली समिट में लिए गए फैसलों को आगे बढ़ाया है। मोदी ने कहा- भारत ने 10 साल में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है। हम 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज दे रहे हैं। 55 करोड़ लोग फ्री हेल्थ बीमा का लाभ उठा रहे हैं। किसानों को 20 बिलियन डॉलर (1,68 हजार करोड़ रुपए) दिए। भारत वैश्विक खाद्य सुरक्षा में योगदान दे रहा है। हाल में ही मलावी, जाम्बिया और जिम्बाब्वे में मदद पहुंचाई है। G20 समिट के पहले दिन कई वैश्विक हस्तियों से मिले PM मोदी चीनी विदेश मंत्री से मिले एस जयशंकर... G20 सदस्यों की ग्रुप फोटो में नहीं दिखे बाइडेन, मेलोनी और ट्रूडो G20 समिट के पहले दिन औपचारिक ग्रुप फोटो में कई बड़े लीडर्स नहीं नजर आए। अपना आखिरी G20 समिट अटेंड कर रहे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ग्रुप फोटो में नहीं थे। उनके अलावा कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी भी ग्रुप फोटो में गायब थे। अमेरिकी ऑफिशियल्स ने मामले में आयोजकों की गलती का हवाला दिया। इसके बाद ब्राजील की तरफ से भी माना गया कि बाइडेन, ट्रूडो और मेलोनी फोटोशूट के लिए लेट थे। वे दोबारा सभी नेताओं को साथ लाकर ग्रुप फोटो खिंचवाने की कोशिश करेंगे। G20 समिट में पराग्वे के राष्ट्रपति बीमार, अस्पताल में भर्ती G20 समिट में पहुंचे लैटिन अमेरिकी देश पराग्वे के राष्ट्रपति सैंटियागो पेना (46 साल) बीमार पड़ गए, जिसके बाद उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक राष्ट्रपति पेना सोमवार रात मीटिंग में अपने देश की आर्थिक स्थिति पर चर्चा कर रहे थे, तभी उनके सीने में दर्द की शिकायत हुई। ब्राजीली अधिकारियों ने बताया कि पेना को रियो डी जेनेरियो के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल उनका इलाज हो रहा है। कुछ समय बाद मेडिकल बुलेटिन जारी किया जाएगा जिसमें उनके स्वास्थ्य को लेकर जानकारी दी जाएगी। पराग्वे G20 का मेंबर नहीं है, लेकिन मेजबान ब्राजील ने राष्ट्रपति पेना समिट में शामिल होने के लिए न्योता भेजा था। ब्राजील के राष्ट्रपति ने UNSC में सुधार की मांग उठाई G-20 में ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा ने भारत को UNSC का मेंबर बनाए जाने की मांग की। उन्होंने कहा, 'जब यूनाइटेड नेशन का गठन हुआ था तो इसमें केवल 56 सदस्य थे। आज 196 देश हैं। आज अफ्रीकी महाद्वीप सुरक्षा परिषद में कहां है? संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में लैटिन अमेरिकी देशों का प्रतिनिधत्व कहां है? एशिया कहां है? दक्षिण अफ्रीका, जर्मनी, भारत कहां है? ये देश कहां हैं?' दुनिया की इकोनॉमी ठीक से चलती रहे, इसलिए बना

Nov 20, 2024 - 06:45
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G20 समिट- भारत-चीन के बीच सीधी फ्लाइट शुरू करने चर्चा:मानसरोवर यात्रा भी जल्द संभव; घोषणापत्र में रूस की आलोचना से परहेज; PM मोदी गुयाना रवाना
ब्राजील की राजधानी रियो डि जेनेरियो में मंगलवार को G20 समिट के तीसरे सेशन का समापन हो गया है। इसमें 'सस्टेनेबल डेवलपमेंट और ऊर्जा के बेहतर विकल्प' विषय पर दुनियाभर के नेताओं ने चर्चा की। इससे पहले सोमवार को G20 समिट में 'भुखमरी और गरीबी के खिलाफ एकजुटता' और 'सरकारों के कामकाज में सुधार' पर वैश्विक नेताओं ने चर्चा की थी। इस दौरान शिखर सम्मेलन से इतर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की। दोनों देशों ने सीमा ववाद पर विशेष प्रतिनिधियों की बैठक बुलाने का निर्णय लिया है, जो करीब पांच साल के बाद होगी। साथ ही दोनों देशों के बीच सीधी उड़ान और कैलाश मानसरोवर यात्रा दोबारा शुरू करने पर सहमति बनाने की ओर भी कदम बढ़ाए हैं। कोविड महामारी के बाद से इन दोनों को रोक दिया गया था। इधर, G20 समिट के बाद नरेंद्र मोदी से गुयाना के लिए रवाना हो गए। प्रधानमंत्री मोदी पिछले 56 साल में गुयाना की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे। तीसरे सेशन के समापन के बाद मोदी ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा, चिली के राष्ट्रपति गैब्रियल बोरिक, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिलेई और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ द्विपक्षीय बैठक की। ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा ने मोदी से बैठक के दौरान पिछले साल नई दिल्ली में G20 के सफल आयोजन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। उन्होंने कहा- हम ठीक उसी तरह G20 समिट की मेजबानी करना चाहते थे, जैसा पिछले साल भारत ने क‍िया था। वहां से काफी कुछ सीखकर आए थे। काश कुछ उस तरह हम कर पाते। लूला डी सिल्वा ने कहा कि G20 समिट में ब्राजील ने जो कदम उठाए हैं, वे भारत के पिछले साल G20 में लिए गए फैसलों से प्रेरित हैं। चिली में आयुर्वेद की बढ़ती लोकप्रियता पर मोदी ने जताई खुशी G20 से इतर PM मोदी ने चिली राष्ट्रपति ग्रेबियल से भी द्विपक्षीय वार्ता की। फार्मास्यूटिकल्स, स्पेस में दोनों देशों के संबंधों को कैसे बढ़ाया जाए, इस पर चर्चा हुई। इस दौरान मोदी ने चिली में आयुर्वेद की लोकप्रियता को लेकर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में भी दोनों देशों के संबंधों को तेजी मिल सकती है। G20 में मोदी बोले-जंग से दुनिया में खाने का संकट G20 समिट के पहले दिन PM नरेंद्र मोदी ने वर्ल्ड लीडर्स से द्विपक्षीय मुलाकात की थीं। मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों, ब्रिटिश PM कीर स्टार्मर, इटली की PM जॉर्जिया मेलोनी, पुर्तगाल के PM लुइस मोंटेनेग्रो, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो और नॉर्वे के PM जोनास गेर स्टोर से द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत की। समिट के दौरान PM मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से भी मिले और उनके बीच अनौपचारिक बातचीत भी हुई। PM मोदी ने G20 समिट के पहले दो सेशन- 'भुखमरी और गरीबी के खिलाफ एकजुटता' और 'सरकारों के कामकाज में सुधार' पर सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि जंग की वजह से दुनिया में खाने का संकट पैदा हुआ है। इसका सबसे ज्यादा असर गरीब देशों पर पड़ा है। G20 समिट के पहले सेशन का मुद्दा ‘भुखमरी और गरीबी के खिलाफ एकजुटता’ था। पहले सेशन को संबोधित करते हुए PM मोदी ने G20 के सफल आयोजन के लिए ब्राजील के राष्ट्रपति को बधाई दी। उन्होंने कहा कि ब्राजील ने अपनी अध्यक्षता में नई दिल्ली समिट में लिए गए फैसलों को आगे बढ़ाया है। मोदी ने कहा- भारत ने 10 साल में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है। हम 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज दे रहे हैं। 55 करोड़ लोग फ्री हेल्थ बीमा का लाभ उठा रहे हैं। किसानों को 20 बिलियन डॉलर (1,68 हजार करोड़ रुपए) दिए। भारत वैश्विक खाद्य सुरक्षा में योगदान दे रहा है। हाल में ही मलावी, जाम्बिया और जिम्बाब्वे में मदद पहुंचाई है। G20 समिट के पहले दिन कई वैश्विक हस्तियों से मिले PM मोदी चीनी विदेश मंत्री से मिले एस जयशंकर... G20 सदस्यों की ग्रुप फोटो में नहीं दिखे बाइडेन, मेलोनी और ट्रूडो G20 समिट के पहले दिन औपचारिक ग्रुप फोटो में कई बड़े लीडर्स नहीं नजर आए। अपना आखिरी G20 समिट अटेंड कर रहे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ग्रुप फोटो में नहीं थे। उनके अलावा कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी भी ग्रुप फोटो में गायब थे। अमेरिकी ऑफिशियल्स ने मामले में आयोजकों की गलती का हवाला दिया। इसके बाद ब्राजील की तरफ से भी माना गया कि बाइडेन, ट्रूडो और मेलोनी फोटोशूट के लिए लेट थे। वे दोबारा सभी नेताओं को साथ लाकर ग्रुप फोटो खिंचवाने की कोशिश करेंगे। G20 समिट में पराग्वे के राष्ट्रपति बीमार, अस्पताल में भर्ती G20 समिट में पहुंचे लैटिन अमेरिकी देश पराग्वे के राष्ट्रपति सैंटियागो पेना (46 साल) बीमार पड़ गए, जिसके बाद उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक राष्ट्रपति पेना सोमवार रात मीटिंग में अपने देश की आर्थिक स्थिति पर चर्चा कर रहे थे, तभी उनके सीने में दर्द की शिकायत हुई। ब्राजीली अधिकारियों ने बताया कि पेना को रियो डी जेनेरियो के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल उनका इलाज हो रहा है। कुछ समय बाद मेडिकल बुलेटिन जारी किया जाएगा जिसमें उनके स्वास्थ्य को लेकर जानकारी दी जाएगी। पराग्वे G20 का मेंबर नहीं है, लेकिन मेजबान ब्राजील ने राष्ट्रपति पेना समिट में शामिल होने के लिए न्योता भेजा था। ब्राजील के राष्ट्रपति ने UNSC में सुधार की मांग उठाई G-20 में ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा ने भारत को UNSC का मेंबर बनाए जाने की मांग की। उन्होंने कहा, 'जब यूनाइटेड नेशन का गठन हुआ था तो इसमें केवल 56 सदस्य थे। आज 196 देश हैं। आज अफ्रीकी महाद्वीप सुरक्षा परिषद में कहां है? संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में लैटिन अमेरिकी देशों का प्रतिनिधत्व कहां है? एशिया कहां है? दक्षिण अफ्रीका, जर्मनी, भारत कहां है? ये देश कहां हैं?' दुनिया की इकोनॉमी ठीक से चलती रहे, इसलिए बना G20... G20 समिट 2024 का एजेंडा... G20 समिट में पहली बार अफ्रीकन यूनियन मेंबर के रूप में शामिल हुआ... G20 समिट 2023 का आयोजन भारत में हुआ था... संस्कृत मंत्रों से हुआ मोदी का स्वागत प्रधानमंत्री मोदी 18 नवंबर की सुबह रियो डि जेनेरियो पहुंचे थे। यहां भारतीय समुदाय ने संस्कृत मंत्रों से उनका स्वागत किया। इससे पहले मोदी दो दिन के लिए नाइजीरिया दौरे पर थे। वहां उन्हें सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान 'द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर' से नवाजा गया। मोदी ब्राजील के बाद गुयाना का दौरा करेंगे। रियो में मोदी के वेलकम की 5 फोटोज... ------------------------------- विदेशों की ये खबरें भी पढ़ें... PM मोदी को नाइजीरिया का दूसरा सर्वोच्च सम्मान मिला:बोले- यह सम्मान 140 करोड़ भारतीयों और दोनों देशों के बीच मित्रता को समर्पित नाइजीरिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दूसरे सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान 'द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर' से नवाजा है। नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला अहमद टिनूबू ने पीएम मोदी को सम्मानित किया। पीएम मोदी ने कहा- 'मैं नाइजीरिया के राष्ट्रीय सम्मान के लिए नाइजीरिया सरकार और नाइजीरिया की जनता का दिल से आभार व्यक्त करता हूं। यह सम्मान मैं 140 करोड़ भारतीयों और भारत-नाइजीरिया की गहरी मित्रता को समर्पित करता हूं।' पूरी खबर पढ़िए... दावा- ईरानी सुप्रीम लीडर खामेनेई ने बेटे को गद्दी सौंपी:बीमारी की वजह से पद छोड़ा, 55 साल के मुजतबा का खुफिया एजेंसी में दबदबा ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली खामेनेई ने अपने दूसरे बेटे मुजतबा खामेनेई को उत्तराधिकारी बना दिया है। बताया जा रहा है कि खामनेई ने बीमारी के चलते यह फैसला लिया है।रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान की एक्सपर्ट असेंबली ने 26 सितंबर को ही नए सुप्रीम लीडर का चुनाव कर लिया था। खुद खामेनेई ने असेंबली के 60 सदस्यों को बुलाकर गोपनीय तरीके से उत्तराधिकारी पर फैसला लेने कहा था। असेंबली ने सर्वसम्मति से मुजतबा को चुना। पूरी खबर पढ़िए...

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