बौद्ध दर्शन में चित्त की अवधारणा पर व्याख्यान, पाली साहित्य में यह केन्द्रीय तत्व - एक व्याख्यात्मक सेमिनार! (Hindi) - indiatoday
लखनऊ विश्वविद्यालय के दर्शन शास्त्र विभाग में बौद्ध दर्शन विषय पर सेमिनार का आयोजन हुआ। इसमें म्यांमार की शोध छात्रा नानी सारा ने 'थेरवाद बौद्ध दर्शन में चित्त की अवधारणा' विषय पर व्याख्यान दिया। नानी सारा ने कहा- पाली साहित्य में चित्त को मानसिक अवधारणा का केंद्रीय तत्व माना गया है। चित्त कैसे बाहरी अनुभवों से जुड़ता है। इसे समझने में माइंड फुलनेस अभ्यास और ध्यान की अहम भूमिका है। उन्होंने चित्त के व्यावहारिक पहलुओं को भी समझाया। विभाग की प्राचार्य डॉ० रजनी श्रीवास्तव ने उनके व्याख्यान का हिन्दी में अनुवाद किया। सेमिनार में दर्शन शास्त्र विभाग के प्राचार्य डॉ. राजेंद्र वर्मा, प्रो.आरपी यादव व बड़ी संख्या में शोध छात्र उपस्थित रहे। संयोजन विभाग की शोध छात्रा निशी कुमारी ने किया।
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