UP में लव और थूक के बाद अब सिम जिहाद:हिंदू नाम की ID की कीमत 20 हजार; श्रीलंका, दिल्ली, हरियाणा के ठग खरीदते हैं
यूपी में लव जिहाद और थूक जिहाद के बाद अब सिम जिहाद की एंट्री हो गई है। चौंकिए मत, ये आगरा STF का इनपुट हैं। उनकी कस्टडी में शाहरुख नाम का शख्स आया। जो हिंदुओं के दस्तावेज बनाकर बैंक अकाउंट खुलवाता और सिम कार्ड इश्यू करवा लेता। जालसाज यह पूरी जानकारी श्रीलंका, दिल्ली और हरियाणा (नूंह) के साइबर ठगों को बेच रहा था। एक व्यक्ति के नाम पर बैंक अकाउंट और सिम कार्ड के बदले उसको 20 से 50 हजार रुपए मिलते थे। हिंदू नाम की ID बनाकर फर्जी खाते और सिम लेने के पीछे मकसद सिर्फ इतना कि पुलिस जब भी साइबर जालसाजी का लिंक तलाशे तो उसमें हिंदू लड़के ही फंसें। शाहरुख ने पूछताछ में बताया कि 1 साल में करीब 200 ID जालसाजों को बेच चुका है। पूरे UP में शाहरुख जैसे कितने लोग एक्टिव हैं, इसका सटीक आंकड़ा अभी सामने नहीं आया है। STF टीम अब सिम जिहाद की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। पहले मामले की शुरुआत पढ़िए… शाहरुख से मिली हिंदू नाम की ID आगरा STF 30 सितंबर को टीचर मालती वर्मा की डिजिटल अरेस्ट के दौरान मौत की जांच कर रही है। इसी केस में साइबर ठगों को टारगेट पर लिया। STF को जो लिंक मिले, उसका पीछा करते हुए 17 अक्टूबर को शाहरुख पकड़ में आया। उसके पास से 10 मोबाइल सिम, 14 एक्टिव ATM कार्ड, 2 पासबुक, 1 मोबाइल और 6 आधार कार्ड बरामद हुए। ये सभी कार्ड और दस्तावेज हिंदू नाम पर थे। जबकि पकड़े गए लड़के की पहचान शाहरुख के तौर पर सामने आई। मामला संदिग्ध लगने पर STF ने उससे लंबी पूछताछ की। क्योंकि कोई 1 आदमी, इतनी आईडी और सिम कार्ड का आखिर क्या कर सकता है? इस सवाल का जो जवाब शाहरुख से मिला, वो चौंकाने वाला था। उसने बताया कि यह सब वह अपने आका के लिए करता है। जो भी हिंदू नाम की ID वह तैयार करता है, उसकी सप्लाई श्रीलंका, दिल्ली और हरियाणा (नूंह) में बैठे लोगों को की जाती है। लड़कियों को फंसाने में तो नहीं इस्तेमाल हो रही थी ID STF इस पॉइंट पर भी जांच कर रही है कि हिंदू नाम की ID का इस्तेमाल कहीं हिंदू लड़कियों को फंसाने के लिए तो नहीं हो रहा था। हालांकि, शाहरुख ने STF को कुछ नाम तो बताए, लेकिन साइबर जालसाजी के लिए ही ID इस्तेमाल होने की बात कही। STF प्रभारी यतींद्र शर्मा ने कहा- हमारे पास आगरा और मथुरा में लोगों के साथ धोखाधड़ी कर ATM कार्ड बदलने के इनपुट थे। जांच में पता चला है कि फर्जी दस्तावेज से सिम कार्ड इश्यू कराए जा रहे हैं। बैंक अकाउंट भी फर्जी ID पर खोले जा रहे हैं। इस गैंग को पकड़ने की कोशिश में हमने अछनेरा के रहने वाले शाहरुख को अरेस्ट किया है। शाहरुख ने बताया कि आगरा और मथुरा दोनों टूरिज्म वाले शहर हैं। यहां बाहर से काफी लोग आते हैं। उनके साथ चोरी होने पर शिकायत भी कम ही होती है। इसलिए वह ATM बॉक्स के आस-पास लोगों की मदद करने के नाम पर कार्ड बदल लिया करता था। डिटेल लेकर फर्जी दस्तावेज लगाता और हिंदू नाम के बैंक अकाउंट और फिर उसी के आधार पर सिम कार्ड इश्यू करवा लेता था। हिंदू नाम के अकाउंट और सिम ही क्यों, शाहरुख ने 3 कारण बताए… STF ने शाहरुख के मोबाइल से एक चैट भी हासिल की। इसमें वो किसी जूना नाम के व्यक्ति से बात कर रहा था। शाहरुख : 5 अकाउंट खुल गए हैं। जूना : किनके नाम पर हैं? शाहरुख : सभी हिंदुओं के नाम पर हैं। ATM की लिमिट 1 लाख रुपए है। जूना : ये सब सामान कब तक लाओगे? शाहरुख : कल सुबह दे दूंगा। बजरंग दल ने कहा - 'सिम जिहाद' मामले को CM ऑफिस तक पहुंचाएंगे बजरंग दल के प्रांत संयोजक दिग्विजय नाथ तिवारी ने कहा- आगरा में पिछले दिनों पकड़े गए शाहरुख से हिंदू नाम के बड़ी संख्या में ATM, सिम और आधार कार्ड मिले हैं। यह एक गहरी साजिश दिखती है, जो कि एक नए जिहाद यानी 'सिम जिहाद' की ओर इशारा कर रहा है। हम हिंदू युवक-युवतियों को लगातार आगाह कर रहे हैं। उनको समझा रहे हैं कि वह अपने पहचान पत्र को किसी भी अनजान व्यक्ति को ना दें, जिस दुकान पर दें, उसे कैंसिल करके ही दें। जिससे उसका गलत उपयोग ना हो सके। बजरंग दल इस मामले को सीएम ऑफिस तक लेकर जाएगा। मेवात की छापेमारी में पकड़ा कोई नहीं गया STF सोर्स कहते हैं कि जब साइबर अपराधी को पकड़ने के लिए मेवात पहुंचे, तो वहां पर लोकल लोग सक्रिय हो गए। पुलिस को देखते ही घेरा बना लिया जाता है। अपराधियों तक मैसेज दिया जाता है कि रिकवरी और डिमांड आ गई है। वह लोग कोड वर्ड में बात करते हैं। पुलिस से कहा जाता है कि जितने की ठगी हुई है, उतनी रकम ले लें, अपराधी तक जाने नहीं देते हैं। उन्होंने बताया - STF को कई इनपुट मिले हैं। आगरा, मथुरा, भरतपुर और ढींग जिलों पर सबसे ज्यादा फोकस हैं। STF बोली- हम नेटवर्क तोड़ने में लगे STF के एडिशनल SP राकेश यादव ने कहा- शाहरुख ने हिंदू लोगों के फर्जी आधार कार्ड बनवाने की बात कबूली है। वह इसके सहारे से सिम कार्ड और अकाउंट खुलवाता था। मामले की गहनता से जांच की जा रही है। --------------------------------------------------- यह भी पढ़ें: 100 साल के लिए बना पुल 52 दिन में खराब: कानपुर में दरारों से नीचे सड़क दिख रही; BJP विधायक बोले- CM को सबूत देंगे कानपुर में पुल बनाने में भ्रष्टाचार हुआ। सिर्फ 52 दिन में पुल के जॉइंट कमजोर हो गए। उन्हें मरम्मत की जरूरत पड़ रही है। BJP विधायक सुरेंद्र मैथानी ने पुल की सड़क और जॉइंट का मैटीरियल हाथ से उखाड़ दिया। सवाल उठा कि जिस पुल से हर दिन 50 हजार लोग गुजरते हैं। जिस पुल की अनुमानित उम्र 100 साल बताई गई, उसके जॉइंट इतनी जल्दी कैसे खराब हो गए? इसे समझने के लिए दैनिक भास्कर टीम पनकी धाम मंदिर पहुंची, जहां से यह पुल शुरू होता है। पढ़िए पूरी खबर...
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