अनूठा प्रदर्शन, ज्ञापन देने पेट के बल लेटकर पहुंचे कलेक्ट्रेट:6 औद्योगिक इकाइयों के खिलाफ 155 दिन से धरने पर बैठे मजदूरों ने उठाई न्याय की आवाज

मजदूर एकता का नारा लगा रहे ये मजदूर 155 दिनों से 6 औद्याेगिक इकाइयों के खिलाफ धरना दे रहे हैं। गुरुवार को इन्होंने अनूठा प्रदर्शन् किया। मजदूरी का भुगतान न होने पर 155 दिनों से 6 औद्योगिक इकाइयों के खिलाफ धरने पर बैठे मजदूरों ने गुरुवार को अनूठा प्रदर्शन किया। डीएम को अपनी व्यथा बताने और ज्ञापन देने के लिए वे पेट के बल लेटकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस बीच उन्होंने उद्योगपतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। संजय प्लेस स्थित शहीद स्मारक पर शहर की 6 औद्योगिक इकाइयों के मजदूर धरना दे रहे हैं। इन्हीं मजदूरों ने धनतेरस के दिन कलक्ट्रेट में कलेक्ट्रेट पर 8 घंटे तक खाली कनस्तर बजाकर न्याय मांगा था। इसके बावजूद इन मजदूरों का भुगतान नहीं हुआ था। इन मजदूरों की मांग है कि उनकी फैक्ट्रियों के मालिक उनके देयों का भुगतान नहीं कर रहे हैं, प्रशासन दखल देकर उनका भुगतान करा दे। मजदूर नेता चौधरी दिलीप सिंह का कहना है कि मजदूरों को मजबूरी में पेट के बल लेटकर कलेक्ट्रेट पहुंचना पड़ा। उनका कहना है कि 6 फैक्ट्रियों के मजदूर वेतनमान, बोनस, ग्रेच्युटी, प्रोविडेंट फंड आदि मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं। मजदूरों को फैक्ट्री मालिकों द्वारा कई-कई महीनों तक वेतन नहीं दिया गया है। उनका अारोप है कि फैक्ट्री मालिकों ने 2-3 साल से बोनस नहीं दिया है। वृद्ध मजदूरों को इसीलिए सेवानिवृत नहीं किया जा रहा है, क्योंकि देयों का भुगतान करना पड़ेगा। गुरुवार को डीएम की गैरमौजूदगी में एसीएम ने उनकी बात सुनी। इस दौरान चौधरी दिलीप सिंह ने कहा कि यदि उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो मजदूर 22 नवंबर को भीख मांगेंगे।

Nov 14, 2024 - 19:40
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अनूठा प्रदर्शन, ज्ञापन देने पेट के बल लेटकर पहुंचे कलेक्ट्रेट:6 औद्योगिक इकाइयों के खिलाफ 155 दिन से धरने पर बैठे मजदूरों ने उठाई न्याय की आवाज
मजदूर एकता का नारा लगा रहे ये मजदूर 155 दिनों से 6 औद्याेगिक इकाइयों के खिलाफ धरना दे रहे हैं। गुरुवार को इन्होंने अनूठा प्रदर्शन् किया। मजदूरी का भुगतान न होने पर 155 दिनों से 6 औद्योगिक इकाइयों के खिलाफ धरने पर बैठे मजदूरों ने गुरुवार को अनूठा प्रदर्शन किया। डीएम को अपनी व्यथा बताने और ज्ञापन देने के लिए वे पेट के बल लेटकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस बीच उन्होंने उद्योगपतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। संजय प्लेस स्थित शहीद स्मारक पर शहर की 6 औद्योगिक इकाइयों के मजदूर धरना दे रहे हैं। इन्हीं मजदूरों ने धनतेरस के दिन कलक्ट्रेट में कलेक्ट्रेट पर 8 घंटे तक खाली कनस्तर बजाकर न्याय मांगा था। इसके बावजूद इन मजदूरों का भुगतान नहीं हुआ था। इन मजदूरों की मांग है कि उनकी फैक्ट्रियों के मालिक उनके देयों का भुगतान नहीं कर रहे हैं, प्रशासन दखल देकर उनका भुगतान करा दे। मजदूर नेता चौधरी दिलीप सिंह का कहना है कि मजदूरों को मजबूरी में पेट के बल लेटकर कलेक्ट्रेट पहुंचना पड़ा। उनका कहना है कि 6 फैक्ट्रियों के मजदूर वेतनमान, बोनस, ग्रेच्युटी, प्रोविडेंट फंड आदि मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं। मजदूरों को फैक्ट्री मालिकों द्वारा कई-कई महीनों तक वेतन नहीं दिया गया है। उनका अारोप है कि फैक्ट्री मालिकों ने 2-3 साल से बोनस नहीं दिया है। वृद्ध मजदूरों को इसीलिए सेवानिवृत नहीं किया जा रहा है, क्योंकि देयों का भुगतान करना पड़ेगा। गुरुवार को डीएम की गैरमौजूदगी में एसीएम ने उनकी बात सुनी। इस दौरान चौधरी दिलीप सिंह ने कहा कि यदि उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो मजदूर 22 नवंबर को भीख मांगेंगे।

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