अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में 1.5 करोड़ ने एडवांस वोटिंग की:मस्क का ऑफर- चुनाव पूर्व वोट डालने पर रोज एक व्यक्ति को 8 करोड़ दूंगा

अमेरिका में 6 नवंबर (भारतीय समय के मुताबिक) को वोटिंग होनी है। इससे पहले अमेरिका के कई हिस्सों में शुरुआती मतदान जारी है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक मंगलवार तक करीब 1.50 करोड़ से ज्यादा अमेरिकी वोट डाल चुके हैं। यह वोटिंग 47 से ज्यादा राज्यों में मेल (डाक) के जरिए हुई है। चुनाव से पहले ही वोट देने की इस प्रक्रिया को एडवांस पोलिंग या प्री पोल वोटिंग कहा जाता है। अमेरिकी चुनावों में पहले भी एडवांस पोलिंग होती रही है। हालांकि पहले के चुनावों में प्री पोल वोटिंग में डेमोक्रेट्स का दबदबा रहा था लेकिन इस बार कुछ प्रमुख राज्यों में रिपब्लिकन ने बढ़त बनानी शुरू कर दी है। राष्ट्रपति की रेस में शामिल उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी शुरुआती मतदान के रुझानों के आधार डेमोक्रेट और रिपब्लिकन समर्थकों को लुभाने में जुटे हैं ताकि उन्हें वोट करने के लिए भेजा जा सके। अमेरिकी चुनाव में ट्रम्प का खुलकर समर्थन कर रहे इलॉन मस्क ने कहा है वो राष्ट्रपति चुनाव की तारीख तक हर रोज चुने गए किसी एक वोटर को 1 मिलियन डॉलर यानी लगभग 8.40 करोड़ रुपये देंगे। दिलचस्प बात ये है कि यह स्कीम सिर्फ 7 स्विंग स्टेट्स के लिए लागू है। कोरोना की वजह से 2020 में ज्यादा लोगों ने चुनाव से पहले वोटिंग की अमेरिका में एडवांस वोटिंग अलग-अलग तरीके से होती है। ज्यादातर राज्यों में मेल-इन वोटिंग की सुविधा है। इसमें लोग डाक के जरिए वोटिंग करते हैं। कई राज्यों में वोटर्स चुनाव से पहले ही पोलिंग सेंटर पर जाकर खुद वोट कर सकते हैं। अलग-अलग राज्यों में वोटिंग की तारीख अलग-अलग हो सकती है। जैसे वर्जीनिया में चुनाव 20 सितंबर से ही शुरू है। वही विस्कॉन्सिन में अभी तक चुनाव शुरू नहीं हुए हैं। 2020 में कोरोना के डर के कारण 6.5 करोड़ लोगों ने डाक से और 3.58 करोड़ लोगों ने भीड़ से बचने के लिए शुरुआती वोट डाले थे। ये आंकड़ा लगभग 64.4% है। वही, साल 2022 के मिडटर्म चुनाव में करीब 50% लोगों ने चुनाव से पहले वोटिंग की थी। इस बार भी जैसे-जैसे चुनाव के दिन नजदीक आ रहे हैं, एडवांस पोलिंग बढ़ती जा रही है। न्यूजवीक की एक रिपोर्ट के मुताबिक जॉर्जिया और नॉर्थ कैरोलिना राज्यों में 15 अक्टूबर को प्रारंभिक मतदान शुरू हुआ। सिर्फ 1 दिन में दोनों जगहों को मिलाकर 7.5 लाख से ज्यादा लोगों ने वोटिंग की। इस बार चुनाव से पहले 70% लोग कर सकते हैं वोटिंग 1988 से पहले सिर्फ 6 ऐसे राज्य थे जहां पर शुरुआती वोटिंग का चलन था। 1992 से चुनाव से पहले शुरुआती वोटिंग का चलन बढ़ता चला गया। 1992 के चुनाव में 7% लोगों ने वोट किया था। NBC के मुताबिक इस साल 14.5 मिलियन लोग चुनाव से पहले वोटिंग कर सकते हैं। यह करीब 70% है। MIT इलेक्शन डेटा एंड साइंस लैब के मुताबिक 2020 में लगभग 60% डेमोक्रेट और 32% रिपब्लिकन वोटर्स ने मेल के जरिए वोटिंग की थी। जाहिर है कि पिछले चुनाव में भी बाइडेन को इसका फायदा मिला था।यही वजह है कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प कई बार एडवांस पोलिंग के खिलाफ बयान दे चुके हैं। उनका कहना है कि मेल के जरिए वोटिंग करने में धोखाधड़ी होती है। इसके बावजूद रिपब्लिकन पार्टी इस बार के चुनाव में जल्दी वोटिंग करने को लेकर वोटर्स को जागरुक कर रही है। ........................................................ अमेरिकी चुनाव से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... ट्रम्प पर जहां हमला हुआ वहीं फिर दिया भाषण:मस्क भी शामिल हुए, कहा-एक राष्ट्रपति सीढ़ी नहीं चढ़ पाता, दूसरा गोली खाकर भी लड़ रहा अमेरिका में 1 महीने बाद होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले शनिवार को डोनाल्ड ट्रम्प एक बार फिर से पेंसिल्वेनिया के बटलर में रैली करने पहुंचे। यह वही जगह है जहां 13 जुलाई को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति पर जानलेवा हमला हुआ था। शनिवार की रैली में ट्रम्प के साथ टेस्ला के मालिक इलॉन मस्क भी मौजूद थे। पूरी खबर यहां पढ़ें...

Oct 23, 2024 - 09:45
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अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में 1.5 करोड़ ने एडवांस वोटिंग की:मस्क का ऑफर- चुनाव पूर्व वोट डालने पर रोज एक व्यक्ति को 8 करोड़ दूंगा
अमेरिका में 6 नवंबर (भारतीय समय के मुताबिक) को वोटिंग होनी है। इससे पहले अमेरिका के कई हिस्सों में शुरुआती मतदान जारी है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक मंगलवार तक करीब 1.50 करोड़ से ज्यादा अमेरिकी वोट डाल चुके हैं। यह वोटिंग 47 से ज्यादा राज्यों में मेल (डाक) के जरिए हुई है। चुनाव से पहले ही वोट देने की इस प्रक्रिया को एडवांस पोलिंग या प्री पोल वोटिंग कहा जाता है। अमेरिकी चुनावों में पहले भी एडवांस पोलिंग होती रही है। हालांकि पहले के चुनावों में प्री पोल वोटिंग में डेमोक्रेट्स का दबदबा रहा था लेकिन इस बार कुछ प्रमुख राज्यों में रिपब्लिकन ने बढ़त बनानी शुरू कर दी है। राष्ट्रपति की रेस में शामिल उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी शुरुआती मतदान के रुझानों के आधार डेमोक्रेट और रिपब्लिकन समर्थकों को लुभाने में जुटे हैं ताकि उन्हें वोट करने के लिए भेजा जा सके। अमेरिकी चुनाव में ट्रम्प का खुलकर समर्थन कर रहे इलॉन मस्क ने कहा है वो राष्ट्रपति चुनाव की तारीख तक हर रोज चुने गए किसी एक वोटर को 1 मिलियन डॉलर यानी लगभग 8.40 करोड़ रुपये देंगे। दिलचस्प बात ये है कि यह स्कीम सिर्फ 7 स्विंग स्टेट्स के लिए लागू है। कोरोना की वजह से 2020 में ज्यादा लोगों ने चुनाव से पहले वोटिंग की अमेरिका में एडवांस वोटिंग अलग-अलग तरीके से होती है। ज्यादातर राज्यों में मेल-इन वोटिंग की सुविधा है। इसमें लोग डाक के जरिए वोटिंग करते हैं। कई राज्यों में वोटर्स चुनाव से पहले ही पोलिंग सेंटर पर जाकर खुद वोट कर सकते हैं। अलग-अलग राज्यों में वोटिंग की तारीख अलग-अलग हो सकती है। जैसे वर्जीनिया में चुनाव 20 सितंबर से ही शुरू है। वही विस्कॉन्सिन में अभी तक चुनाव शुरू नहीं हुए हैं। 2020 में कोरोना के डर के कारण 6.5 करोड़ लोगों ने डाक से और 3.58 करोड़ लोगों ने भीड़ से बचने के लिए शुरुआती वोट डाले थे। ये आंकड़ा लगभग 64.4% है। वही, साल 2022 के मिडटर्म चुनाव में करीब 50% लोगों ने चुनाव से पहले वोटिंग की थी। इस बार भी जैसे-जैसे चुनाव के दिन नजदीक आ रहे हैं, एडवांस पोलिंग बढ़ती जा रही है। न्यूजवीक की एक रिपोर्ट के मुताबिक जॉर्जिया और नॉर्थ कैरोलिना राज्यों में 15 अक्टूबर को प्रारंभिक मतदान शुरू हुआ। सिर्फ 1 दिन में दोनों जगहों को मिलाकर 7.5 लाख से ज्यादा लोगों ने वोटिंग की। इस बार चुनाव से पहले 70% लोग कर सकते हैं वोटिंग 1988 से पहले सिर्फ 6 ऐसे राज्य थे जहां पर शुरुआती वोटिंग का चलन था। 1992 से चुनाव से पहले शुरुआती वोटिंग का चलन बढ़ता चला गया। 1992 के चुनाव में 7% लोगों ने वोट किया था। NBC के मुताबिक इस साल 14.5 मिलियन लोग चुनाव से पहले वोटिंग कर सकते हैं। यह करीब 70% है। MIT इलेक्शन डेटा एंड साइंस लैब के मुताबिक 2020 में लगभग 60% डेमोक्रेट और 32% रिपब्लिकन वोटर्स ने मेल के जरिए वोटिंग की थी। जाहिर है कि पिछले चुनाव में भी बाइडेन को इसका फायदा मिला था।यही वजह है कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प कई बार एडवांस पोलिंग के खिलाफ बयान दे चुके हैं। उनका कहना है कि मेल के जरिए वोटिंग करने में धोखाधड़ी होती है। इसके बावजूद रिपब्लिकन पार्टी इस बार के चुनाव में जल्दी वोटिंग करने को लेकर वोटर्स को जागरुक कर रही है। ........................................................ अमेरिकी चुनाव से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... ट्रम्प पर जहां हमला हुआ वहीं फिर दिया भाषण:मस्क भी शामिल हुए, कहा-एक राष्ट्रपति सीढ़ी नहीं चढ़ पाता, दूसरा गोली खाकर भी लड़ रहा अमेरिका में 1 महीने बाद होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले शनिवार को डोनाल्ड ट्रम्प एक बार फिर से पेंसिल्वेनिया के बटलर में रैली करने पहुंचे। यह वही जगह है जहां 13 जुलाई को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति पर जानलेवा हमला हुआ था। शनिवार की रैली में ट्रम्प के साथ टेस्ला के मालिक इलॉन मस्क भी मौजूद थे। पूरी खबर यहां पढ़ें...

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