आज PM मोदी और चीनी राष्ट्रपति के बीच द्विपक्षीय बातचीत:2 साल बाद होगी मुलाकात; BRICS समिट में हिस्सा लेंगे
प्रधानमंत्री मोदी आज रूस में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे। यहां दोनों के बीच द्विपक्षीय बातचीत भी होगी। दोनों नेता 2 साल के बाद मुलाकात करेंगे। 2020 में गलवान झड़प के बाद रिश्तों में आए तनाव के बाद ऐसा पहली बार होगा, जब मोदी और जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बातचीत होगी। इसकी जानकारी मंगलवार को विदेश मंत्रालय के सचिव विक्रम मिस्री ने दी। इसके अलावा PM मोदी आज BRICS देशों की समिट में शामिल होंगे। ये समिट दो सेशन में होगी। आज इसका बंद कमरे में एक सेशन होगा। इसे क्लोज प्लेनरी कहते है। वहीं आज शाम ओपन प्लेनरी होगी। PM यहां कई देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बातचीत भी करेंगे। समिट और द्विपक्षीय बातचीत पूरी होने के बाद PM आज ही भारत के लिए रवाना हो जाएंगे। इससे पहले मोदी समिट में शामिल होने के लिए मंगलवार को रूस के कजान शहर पहुंचे। यहां पहुंचने पर उनका स्वागत ब्रेड नमक देकर पारंपरिक रूसी तरीके किया गया। होटल पहुंचने पर उन्होंने भारतीय पोशाक पहने रूसी कलाकारों का डांस भी देखा। पुतिन और ईरानी राष्ट्रपति से द्विपक्षीय बातचीत की रूस दौरे के पहले दिन यानी मंगलवार, 22 अक्टूबर को PM मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और ईरान के राष्ट्रपति मसूद पजशकियान से द्विपक्षीय बातचीत की। सबसे पहले PM मोदी पुतिन से मिले। इस दौरान दोनों नेता एक-दूसरे से गले मिले। पुतिन ने कहा, "हमारे संबंध इतने अच्छे हैं कि आप मेरी बात बिना ट्रांसलेटर (अनुवादक) के समझ जाते हैं।" वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन जंग पर भारत के स्टैंड को कायम रखा। उन्होंने कहा, "हर समस्या का समाधान शांतिपूर्ण ढंग से हो। रूस-यूक्रेन जंग केवल बातचीत से रुकेगी। भारत संघर्ष के समाधान में हर मदद देने को तैयार है। मोदी ने कहा- भारत का हर प्रयास मानवता के समर्थन में है। हम जल्द से जल्द शांति की बहाली चाहते हैं। इसके बाद मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति मसूद पजशकियान से मुलाकात की। ईरान का राष्ट्रपति बनने के बाद पजशकियान की ये मोदी से पहली मुलाकात थी। इस मुलाकात के बाद PM मोदी BRICS लीडर्स के डिनर में शामिल हुए। यहां डिनर म्यूजिक कॉन्सर्ट का आयोजन भी किया गया। BRICS प्लस में शामिल होंगे विदेश मंत्री जयशंकर PM मोदी 23 अक्टूबर को रूस से रवाना हो जाएंगे। इसके बाद 24 अक्टूबर को BRICS प्लस देशों के सेशन में भारतीय डेलिगेशन को विदेश मंत्री एस जयशंकर लीड करेंगे। यह सेशन 'BRICS और ग्लोबल साउथ' की थीम पर होगा। इस समिट में कुल 28 देश और 5 अंतरराष्ट्रीय संगठन हिस्सा लेंगे। समिट के बाद BRICS देशों का साझा बयान यानी कजान डिक्लेरेशन जारी होगा। भारत कजान में नए कॉन्सुलेट की शुरुआत भी कर सकता है। यहां एक हजार से अधिक भारतीय छात्र रहते हैं। अब तक 15 बार हो चुकी है BRICS समिट 2009 में BRIC देशों की पहली समिट हुई थी। इसका आयोजन रूस में हुआ था। इसके बाद 2010 में साउथ अफ्रीका के शामिल होने के बाद इसका नाम बदलकर BRICS हो गया। अब तक 15 बार BRICS समिट हो चुकी है। इस बार 16वीं समिट हो रही है। रूस अब तक तीन बार BRICS समिट की मेजबानी कर चुका है। यह चौथा मौका होगा जब पुतिन BRICS की अध्यक्षता कर रहे हैं। ---------------------------------- मोदी के रूस दौरे से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... पुतिन ने मोदी को रूस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया: पीएम की रूसी राष्ट्रपति को सलाह- युद्ध के मैदान से शांति का रास्ता नहीं निकलता, वार्ता जरूरी रूस ने 9 जुलाई को मॉस्को में पीएम नरेंद्र मोदी को देश का सर्वोच्च सम्मान 'ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल' से नवाजा। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खुद उन्हें सम्मानित किया। ये सम्मान सबसे बेहतर काम करने वाले नागरिक या फिर सेना से जुड़े लोगों को दिया जाता है। पूरी खबर पढ़ें...
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