आर्य समाज मंदिर के विवाह प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए:हाईकोर्ट के आदेश पर शुरू हुई जांच तो खुला खेल, लव मैरिज के मामले फर्जी दस्तावेजों के सहारे मिले

प्रयागराज के आर्य समाज मंदिर से जारी विवाह प्रमाण पत्रों का फर्जीवाड़ा अब सामने आने लगा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत अन्य जिलों में लव मैरिज के मामलों में आर्य समाज का प्रमाण पत्र लगाया जा रहा था। हालांकि बाद में उसे फर्जी भी करार दे दिया जाता था। हाईकोर्ट ने इस मामले को गंभरीता से लेते हुए जांच कर रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया था। अब जांच शुरू हुई तो ज्यादातर मामले फर्जी सामने आए। फर्जी शादी प्रमाण पत्रों के मामले में अब प्रयागराज में एक के बाद एक कई मुकदमें दर्ज हो रहे हैं7 कैंट थाने में फर्जी विवाह प्रमाण पत्र लगाने के मामले में पांच मुकदमें दर्ज हुए हैं। आरोपियों कोर्ट में रिट दायर की थी। इसमें आर्य समाज मंदिर से जारी विवाह प्रमाण पत्र लगाया गया था। कोर्ट के आदेश पर इन प्रमाण पत्रों की जांच कराई गई। पुलिस की जांच में पांच विवाह प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। जिन आरोपियों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं। उनके खिलाफ कैंट थाने में केस दर्ज कराया गया है। जानिये किन मामलों में फर्जी पाए गए प्रमाण पत्र प्रयागराज कमिश्नरेट पुलिस की जांच की बात करें तो आरोपियों ने दंपती सुरक्षा विधिक अनुतोष के लिए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है। इस याचिका में आरोपियों ने आर्य समाज चौक से जारी विवाह प्रमाण पत्र लगाया गया था। इस पर विवाह प्रमाण की पुलिस से जांच कराई गई। इस पर आरोपियों के खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। कोतवाली के एसआई विवेक कुमार यादव की ओर से तीन अलग-अलग मुकदमें दर्ज किए गए हैं। इसमें रोशनी, संजीव व अन्य अज्ञात, एसआई विवेक यादव की तहरीर पर अंशू, संकित व अन्य अज्ञात के खिलाफ और मनु कुमारी, पंकज कुमार व अन्य अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। वहीं कीडगंज थाने में उपनिरीक्षक आलोक रंजन की तहरीर पर भी कैंट थाने में दो मुकदमें दर्ज हुए हैं। इन आरोपियों ने आर्य समाज कृष्णानगर से जारी विवाह प्रमाण पत्र लगाया गया था। जांच में दोनों प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। इस पर एसआई आलोक रंजन की तहरीर पर शिवानी, अमन कुमार द्विवेदी व एक अज्ञात के खिलाफ और रुबी, राजू व अन्य सहयोगियों के खिलाफ कैंट थाने में केस दर्ज कराया गया है।

Nov 3, 2024 - 07:40
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आर्य समाज मंदिर के विवाह प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए:हाईकोर्ट के आदेश पर शुरू हुई जांच तो खुला खेल, लव मैरिज के मामले फर्जी दस्तावेजों के सहारे मिले
प्रयागराज के आर्य समाज मंदिर से जारी विवाह प्रमाण पत्रों का फर्जीवाड़ा अब सामने आने लगा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत अन्य जिलों में लव मैरिज के मामलों में आर्य समाज का प्रमाण पत्र लगाया जा रहा था। हालांकि बाद में उसे फर्जी भी करार दे दिया जाता था। हाईकोर्ट ने इस मामले को गंभरीता से लेते हुए जांच कर रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया था। अब जांच शुरू हुई तो ज्यादातर मामले फर्जी सामने आए। फर्जी शादी प्रमाण पत्रों के मामले में अब प्रयागराज में एक के बाद एक कई मुकदमें दर्ज हो रहे हैं7 कैंट थाने में फर्जी विवाह प्रमाण पत्र लगाने के मामले में पांच मुकदमें दर्ज हुए हैं। आरोपियों कोर्ट में रिट दायर की थी। इसमें आर्य समाज मंदिर से जारी विवाह प्रमाण पत्र लगाया गया था। कोर्ट के आदेश पर इन प्रमाण पत्रों की जांच कराई गई। पुलिस की जांच में पांच विवाह प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। जिन आरोपियों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं। उनके खिलाफ कैंट थाने में केस दर्ज कराया गया है। जानिये किन मामलों में फर्जी पाए गए प्रमाण पत्र प्रयागराज कमिश्नरेट पुलिस की जांच की बात करें तो आरोपियों ने दंपती सुरक्षा विधिक अनुतोष के लिए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है। इस याचिका में आरोपियों ने आर्य समाज चौक से जारी विवाह प्रमाण पत्र लगाया गया था। इस पर विवाह प्रमाण की पुलिस से जांच कराई गई। इस पर आरोपियों के खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। कोतवाली के एसआई विवेक कुमार यादव की ओर से तीन अलग-अलग मुकदमें दर्ज किए गए हैं। इसमें रोशनी, संजीव व अन्य अज्ञात, एसआई विवेक यादव की तहरीर पर अंशू, संकित व अन्य अज्ञात के खिलाफ और मनु कुमारी, पंकज कुमार व अन्य अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। वहीं कीडगंज थाने में उपनिरीक्षक आलोक रंजन की तहरीर पर भी कैंट थाने में दो मुकदमें दर्ज हुए हैं। इन आरोपियों ने आर्य समाज कृष्णानगर से जारी विवाह प्रमाण पत्र लगाया गया था। जांच में दोनों प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। इस पर एसआई आलोक रंजन की तहरीर पर शिवानी, अमन कुमार द्विवेदी व एक अज्ञात के खिलाफ और रुबी, राजू व अन्य सहयोगियों के खिलाफ कैंट थाने में केस दर्ज कराया गया है।

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