आस्था के दीपों से जगमगाया यमुना तट:औरैया में 21 हजार दीपों से सजाया गया बाबा ब्रह्मदेव मंदिर, बच्चों ने भी लिया हिस्सा
औरैया में छोटी दीपावली (नरक चतुर्दशी) के पावन अवसर पर बुधवार शाम 5 बजे एक विचित्र पहल सेवा समिति ने यमुना तट, शहीद स्मारक और शहर के प्रमुख चौराहों पर दीपोत्सव का भव्य आयोजन किया। नगर पालिका अध्यक्ष अनूप गुप्ता व समिति के सदस्यों ने यमुना मैया की पूजा-अर्चना के बाद श्रद्धा का दीपक अर्पित किया, जिससे यमुना तट आस्था के प्रकाश से आलोकित हो उठा। संस्थापक आनन्द नाथ गुप्ता एडवोकेट ने बताया कि दीप जलाने से अदृश्य पुण्य आत्माएं और देवी-देवता प्रसन्न होते हैं। उन्होंने कहा कि यमुना तट पर दीपदान से संकटों से मुक्ति और दरिद्रता का नाश होता है। दीपदान के बाद समिति ने देवकली मंदिर के समीप शहीद स्मारक पर वीर सपूतों को नमन करते हुए दीप जलाए, जिससे माहौल और भी भक्तिमय हो गया। शहर के सुभाष और जेसीज चौराहों पर दीपोत्सव के दौरान दीपों से रोशनी बिखेर कर दीपावली का उल्लास मनाया गया। उधर, जमौली गांव में बाबा ब्रह्मदेव मंदिर पर 21,000 दीपों से दीपोत्सव का अनोखा दृश्य देखने को मिला। शाम से ही गांव के लोग मिट्टी के दीप जलाने में जुट गए, और रात तक मंदिर परिसर एक दिव्य प्रकाश से जगमगा उठा, मानो धरती पर स्वर्ग का आभास हो रहा हो। महिलाएं, पुरुष और बच्चे सभी ने परंपरा का पालन करते हुए दीप जलाए और भगवान ब्रह्मदेव को नमन किया। कार्यक्रम आयोजक रविन्द्र सिंह कुशवाह ने कहा कि गांव में दीपोत्सव मनाने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है, ताकि नई पीढ़ी इस सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ी रहे। दीपों की जगमगाहट ने न केवल मंदिर परिसर को बल्कि पूरे गांव को धार्मिक एकता के संदेश से आलोकित किया।
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