उत्तराखंड में पिथौरागढ़ टनल में फंसे श्रमिकों का रेस्क्यू, सीएम धामी ने दी आपात सहायता का आदेश!
देहरादून: उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश ने प्रदेश को एक बार फिर आपदा की चपेट में ला दिया है। इस आपदा के चलते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सभी उच्चाधिकारियों एवं जिलाधिकारियों के साथ गहन समीक्षा बैठक कर हालात की विस्तृत जानकारी ली और त्वरित राहत एवं बचाव कार्यों के निर्देश दिए। […] The post पिथौरागढ़ टनल में फंसे श्रमिकों की ज़िंदगी खतरे में, सीएम धामी ने दिया आपात रेस्क्यू का आदेश! first appeared on Vision 2020 News.

पिथौरागढ़ टनल में फंसे श्रमिकों का जीवन संकट में, सीएम धामी ने जताई चिंता
देहरादून: उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश ने एक बार फिर राज्य को संकट में डाल दिया है। इस घातक प्राकृतिक आपदा के मद्देनजर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी उच्चाधिकारियों और जिलाधिकारियों के साथ एक गहन समीक्षा बैठक की। इस बैठक में हालात का विस्तृत अध्ययन किया गया और त्वरित राहत एवं बचाव कार्यों के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए गए।
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मुख्यमंत्री का निर्देश: सभी एजेंसियां रहें अलर्ट!
मुख्यमंत्री धामी ने NDRF, SDRF और पुलिस प्रशासन सहित सभी संबंधित एजेंसियों को अलर्ट मोड में रहने के लिए कहा है। साथ ही, उन्होंने नदियों के जलस्तर पर सतत निगरानी और संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त सावधानी बरतने के आदेश भी दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि “आपदा की इस घड़ी में सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है।” उनके अनुसार, सभी ज़िला प्रशासन, विभाग और राहत टीमें आपसी समन्वय के साथ निरंतर कार्य कर रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बंद हुए सड़क मार्गों को खोलने का कार्य तेजी से चल रहा है, और संकट में फसे नागरिकों को प्राथमिकता के आधार पर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
टनल में फंसे श्रमिकों के रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी
धारचूला में स्थित धौली गंगा जल विद्युत परियोजना की भूमिगत टनल में शनिवार को हुए भूस्खलन से स्थिति गंभीर हो गई थी। टनल के मुहाने पर भारी मलबा जमा होने के कारण टनल में कार्यरत 19 श्रमिक फंस गए थे।
जिला प्रशासन, एनएचपीसी, बीआरओ, एनडीआरएफ और सीआईएसएफ के संयुक्त प्रयासों से अब तक 8 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है, जबकि बाकी 11 श्रमिक भी सुरक्षित हैं और टनल के अंदर प्रशासन से संपर्क में हैं। उन्हें सुरक्षित निकालने का कार्य तेजी से जारी है।
भोजन और चिकित्सा की व्यवस्था की गई है
टनल के अंदर मौजूद श्रमिकों के लिए उचित भोजन और चिकित्सा की व्यवस्था की गई है, और इमरजेंसी शाफ्ट के माध्यम से मलबा हटाने का कार्य लगातार जारी है। यह बचाव कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है।
सरकार की सजगता- हर नागरिक की जान कीमती
मुख्यमंत्री धामी ने सभी जिलाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि आपदा से प्रभावित प्रत्येक परिवार तक सहायता जल्द से जल्द पहुँचना चाहिए, और किसी भी व्यक्ति की जरूरतें अनदेखी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को यह भी याद दिलाया कि “आप सिर्फ फाइलें नहीं, बल्कि लोगों की ज़िंदगी की ज़िम्मेदारी संभाल रहे हैं।”
प्रभावित क्षेत्रों में राशन, चिकित्सा सुविधा, अस्थायी आवास और राहत सामग्री की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखंड में भारी बारिश से उत्पन्न संकट के दौरान पिथौरागढ़ टनल में फंसे श्रमिकों की जीवन रक्षा हेतु तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। मुख्यमंत्री धामी ने उच्च अधिकारियों को त्वरित राहत कार्यों के निर्देश दिए हैं।
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सादर,
टीम इंडिया टुडे, नेहा शर्मा
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