कबीरचौरा अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट दो महीने से छुट्टी पर:पुलिस मेडिकल होने में आ रही दिक्कत, रामनगर अस्पताल के डॉक्टर बना रहे फ्रैक्चर मेडिकल

वाराणसी के मंडलीय चिकित्सालय में जिले के सभी 30 थानों की पुलिस मेडिकल रिपोर्ट बनने के लिए आती है। इसमें कई तरह की इंजरी होती है। लेकिन सबसे अधिक समस्या फ्रैक्चर इंजरी के मरीजों को हो रही है। इस अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट न होने से उनका एक्सरे और रिपोर्ट न बनने से फ्रैक्चर के पुलिस केस में इंतजार करना पड़ता है। यहां रामनगर सरकारी अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट डॉ कुंदन सप्ताह में तीन दिन बैठते हैं। इस दौरान पुलिस केस की भरमार रहती है। अस्पताल के सीएमएस की मानें तो यहां दो महीना पहले शासन स्तर से एक रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति हुई थी। जो ज्वाइनिंग के बाद से छुट्टी पर हैं। पुलिस फ्रेक्चर मेडिकल बनाने में दिक्कत, पीड़ित हो रहे परेशान मंडलीय चिकित्सालय कबीरचौरा में यदि किसी थाने से कोई व्यक्ति हाथ-पैर या कहीं भी फ्रैक्चर इंजरी का मेडिकल कराने शुक्रवार की रात में पहुंचेगा तो उसे सोमवार तक दर्द और पीड़ा के साथ बिना प्लास्टर रहना होगा। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इस अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट के पद पर नियुक्त डॉक्टर साहब दो महीने से छुट्टी पर हैं। यहां रामनगर राजकीय अस्पताल के डॉक्टर से सुविधा ली जा रही है। जो हफ्ते में सिर्फ तीन दिन बैठते हैं। पुलिस मेडिकल करवाने के लिए लगती है भीड़ रामनगर राजकीय अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर कुंदन सप्ताह में तीन दिन सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को कबीरचौरा अस्पताल में बैठते हैं। इस दौरान पुलिसकर्मी पेंडिंग फ्रैक्चर मेडिकल रिपोर्ट बनवाने के लिए भीड़ लगाते हैं। सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक लाइन लगी होती है। ऐसे में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। पांच शवों का भी बुधवार को हुआ एक्सरे वाराणसी के भदैनी और रोहनिया क्षेत्र में हुई पांच हत्या के मामले में भी शवों का एक्सरे 24 घंटे बाद हुआ। मंगलवार को शव की जानकारी हुई और सभी का एक्सरे बुधवार की दोपहर 3 बजे के बाद हुआ। ऐसे में शवों के पोस्टमॉर्टम में 60 घंटे लग गए। शव डिकम्पोज होना शुरू हो गए थे। छुट्टी पर डॉक्टर सनद झा, मुख्य सचिव को लिखा पत्र इस संबंध में अस्पताल के सीएमएस डॉ एसपी सिंह ने बताया - हमारे यहां रेडियोलॉजिस्ट के न होने से यह दिक्कत होती थी। हमने शासन को पत्र लिखा जिसके बाद हमें दो महीना पहले एक रेडियोलॉजिस्ट मिले हैं डॉ सनद झा। डॉ सनद झा ने दो महीने पहले ही ज्वाइन किया और दूसरे ही दिन छुट्टी पर चले गए। दो महीना हो गया वो दोबारा नहीं आये। ऐसे में शासन को लेटर लिख कर इस संबंध में जानकारी दे दी गई है। सबका करवाते हैं मेडिकल सीएमएस ने कहा- हमारी कोशिश रहती है कि सभी का मेडिकल हो जाए ताकि पुलिस और पीड़ित को दिक्कतों का सामना न करना पड़े क्योंकि पुलिस केस में उनकी रिपोर्ट ही मान्य होगी ऐसे में बिना उनके हम मेडिकल रिपोर्ट नहीं बनवा सकते। बाकी सभी प्रकार की इंजरी की पुलिस मेडिकल रिपोर्ट हमारे यहां 24 घंटे बनती है।

Nov 8, 2024 - 07:40
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कबीरचौरा अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट दो महीने से छुट्टी पर:पुलिस मेडिकल होने में आ रही दिक्कत, रामनगर अस्पताल के डॉक्टर बना रहे फ्रैक्चर मेडिकल
वाराणसी के मंडलीय चिकित्सालय में जिले के सभी 30 थानों की पुलिस मेडिकल रिपोर्ट बनने के लिए आती है। इसमें कई तरह की इंजरी होती है। लेकिन सबसे अधिक समस्या फ्रैक्चर इंजरी के मरीजों को हो रही है। इस अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट न होने से उनका एक्सरे और रिपोर्ट न बनने से फ्रैक्चर के पुलिस केस में इंतजार करना पड़ता है। यहां रामनगर सरकारी अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट डॉ कुंदन सप्ताह में तीन दिन बैठते हैं। इस दौरान पुलिस केस की भरमार रहती है। अस्पताल के सीएमएस की मानें तो यहां दो महीना पहले शासन स्तर से एक रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति हुई थी। जो ज्वाइनिंग के बाद से छुट्टी पर हैं। पुलिस फ्रेक्चर मेडिकल बनाने में दिक्कत, पीड़ित हो रहे परेशान मंडलीय चिकित्सालय कबीरचौरा में यदि किसी थाने से कोई व्यक्ति हाथ-पैर या कहीं भी फ्रैक्चर इंजरी का मेडिकल कराने शुक्रवार की रात में पहुंचेगा तो उसे सोमवार तक दर्द और पीड़ा के साथ बिना प्लास्टर रहना होगा। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इस अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट के पद पर नियुक्त डॉक्टर साहब दो महीने से छुट्टी पर हैं। यहां रामनगर राजकीय अस्पताल के डॉक्टर से सुविधा ली जा रही है। जो हफ्ते में सिर्फ तीन दिन बैठते हैं। पुलिस मेडिकल करवाने के लिए लगती है भीड़ रामनगर राजकीय अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर कुंदन सप्ताह में तीन दिन सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को कबीरचौरा अस्पताल में बैठते हैं। इस दौरान पुलिसकर्मी पेंडिंग फ्रैक्चर मेडिकल रिपोर्ट बनवाने के लिए भीड़ लगाते हैं। सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक लाइन लगी होती है। ऐसे में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। पांच शवों का भी बुधवार को हुआ एक्सरे वाराणसी के भदैनी और रोहनिया क्षेत्र में हुई पांच हत्या के मामले में भी शवों का एक्सरे 24 घंटे बाद हुआ। मंगलवार को शव की जानकारी हुई और सभी का एक्सरे बुधवार की दोपहर 3 बजे के बाद हुआ। ऐसे में शवों के पोस्टमॉर्टम में 60 घंटे लग गए। शव डिकम्पोज होना शुरू हो गए थे। छुट्टी पर डॉक्टर सनद झा, मुख्य सचिव को लिखा पत्र इस संबंध में अस्पताल के सीएमएस डॉ एसपी सिंह ने बताया - हमारे यहां रेडियोलॉजिस्ट के न होने से यह दिक्कत होती थी। हमने शासन को पत्र लिखा जिसके बाद हमें दो महीना पहले एक रेडियोलॉजिस्ट मिले हैं डॉ सनद झा। डॉ सनद झा ने दो महीने पहले ही ज्वाइन किया और दूसरे ही दिन छुट्टी पर चले गए। दो महीना हो गया वो दोबारा नहीं आये। ऐसे में शासन को लेटर लिख कर इस संबंध में जानकारी दे दी गई है। सबका करवाते हैं मेडिकल सीएमएस ने कहा- हमारी कोशिश रहती है कि सभी का मेडिकल हो जाए ताकि पुलिस और पीड़ित को दिक्कतों का सामना न करना पड़े क्योंकि पुलिस केस में उनकी रिपोर्ट ही मान्य होगी ऐसे में बिना उनके हम मेडिकल रिपोर्ट नहीं बनवा सकते। बाकी सभी प्रकार की इंजरी की पुलिस मेडिकल रिपोर्ट हमारे यहां 24 घंटे बनती है।

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