कांग्रेस MLA से भिड़ीं लेडी SP इल्मा अफरोज की कहानी:पिता के निधन के बाद ट्रैक्टर चलाया; ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ीं, न्यूयॉर्क छोड़ IPS बनीं

हिमाचल प्रदेश के बद्दी में कांग्रेस MLA की पत्नी की गाड़ियों का चालान काटने वाली लेडी SP इल्मा अफरोज (IPS) खूब सुर्खियों में है। इल्मा ने कुछ दिन पहले विधायक से विवाद के बाद बद्दी SP ऑफिस से अपना सामान समेट लिया। इसके बाद वह मां के साथ उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में लौट आईं। सरकार और हिमाचल पुलिस इस पर खुलकर कुछ नहीं कह रही है। खुद CM सुखविंदर सुक्खू ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि इल्मा अफरोज छुट्‌टी पर गई हैं, इसके अलावा कुछ नहीं है। चर्चा यह भी है कि इल्मा पर दबाव डाला जा रहा था। सरकार हाईकोर्ट में चल रहे एक यौन शोषण केस की वजह से उन्हें ट्रांसफर नहीं कर सकती, इसलिए लंबी छुट्‌टी पर भेज दिया। IPS इल्मा अफरोज के सत्ता में बैठी कांग्रेस के एक विधायक से विवाद के बाद सरकार-पुलिस विभाग के आगे न झुकने के दबंग फैसले को देख हर कोई उनकी कहानी जानना चाहता है। गरीब परिवार की बेटी इल्मा ने पिता के निधन के बाद मुश्किल हालात में पढ़ाई पूरी की। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की। न्यूयॉर्क में अच्छा पैकेज छोड़ भारत लौटकर सिविल सर्विस परीक्षा पास की थी। सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें इल्मा अफरोज की पूरी कहानी... गरीब परिवार की बेटी, 14 साल की उम्र पिता का निधन इल्मा उत्तर प्रदेश के जिला मुरादाबाद के गांव कुंदरकी की रहने वाली हैं। वह गरीब परिवार की बेटी हैं। उनके पिता का जब देहांत हुआ तो इल्मा 14 साल की थी। इसके बाद उनकी मां ने अपने पैरों पर खड़े होकर उन्हें और उनके 12 साल के भाई को कठिन परिस्थितियों में पाला। उन्हें बड़ा किया और अच्छी शिक्षा दिलाई। घर में न बैड न किचन, फर्राटेदार अंग्रेजी बोलती थी इल्मा इल्मा को शुरूआती दिनों से जानने वाले आस मोहम्मद कैफ बताते हैं कि 2017-18 में इल्मा की कामयाबी के बाद वह उनके घर गए। इल्मा के घर में किचन तक नहीं थी। उनकी मां जमीन पर बैठकर खाना बनाती थी। कमरे में न बैड था और कुर्सियां भी टूटी थीं। इल्मा छोटी उम्र से ही फर्राटेदार अंग्रेजी बोलती थीं। पिता के निधन के बाद करीबियों ने हाथ खींच लिए। तब इल्मा ने मां के साथ खेती की। ट्रैक्टर चलाया और मां के साथ गेहूं भी काटी। सेंट स्टीफन कॉलेज में पढ़ीं, ऑक्सफोर्ड में हायर स्टडी की इल्मा ने शुरुआती पढ़ाई मुरादाबाद में की। इसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) के सबसे प्रतिष्ठित कॉलेजों में से एक सेंट स्टीफन से फिलॉसफी में ग्रेजुएशन किया। अपनी मेहनत, लगन और प्रतिभा के बलबूते स्कॉलरशिप हासिल की। इसके बाद हायर एजुकेशन के लिए वह ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी गईं। यहां पढ़ाई के दौरान वह एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत पेरिस गईं। इसके बाद उन्होंने न्यूयॉर्क में मैनहट्टन के एक वॉलंटियरी सर्विस प्रोग्राम में भी भाग लिया। न्यूयॉर्क में अच्छे पैकेज पर मिला था नौकरी का ऑफर इल्मा को न्यूयॉर्क की एक कंपनी में अच्छे पैकेज पर नौकरी का ऑफर मिला था। मगर, देश सेवा की ख्वाहिश लिए वह वापस भारत लौट आईं। इल्मा खुद भी यह बात कहती हैं कि देश प्रेम उन्हें वापस खींच लाया। इसके बाद उन्होंने 2017 में सबसे कठिन सिविल सर्विस परीक्षा को पास किया। उनका ऑल इंडिया रैंक 217 था। इसके बाद अगस्त 2018 में IPS के लिए चयन होने के बाद उन्हें हिमाचल कैडर मिला। गरीब बच्चों के लिए एसपी ऑफिस में इवनिंग स्कूल खोला गरीब परिवार से IPS बनीं इल्मा जब बद्दी आईं तो यहां 6 महीने पहले उन्हें एक बच्चा पानी पिलाता दिखा। इल्मा ने उससे बात की तो पता चला कि गरीब बच्चे स्कूल नहीं जाते। इल्मा ने एसपी ऑफिस में ही एक इवनिंग स्कूल खोल दिया। जिसमें वह खुद बच्चों को पढ़ाती थीं। 20-25 बच्चों से शुरू हुआ यह इवनिंग स्कूल अब 450 बच्चों तक पहुंच गया था। हालांकि इल्मा के छुट्‌टी जाने से अब स्कूल भी बंद पड़ा है। इंग्लैंड की यूनिवर्सिटी के न्यूजलेटर में छपा लेख इंग्लैंड की टॉप रेटेड यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क के प्रसिद्ध वैज्ञानिक, प्रोफेसर कृष्णा शर्मा ने SP बद्दी कार्यालय का दौरा और इल्मा की क्लास में पढ़ने वाले बच्चों से संवाद किया। इसके बाद यह विशेष बातचीत यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क के न्यूजलेटर में भी प्रकाशित हुई। जानिए .. वह 2 विवाद, जिसकी वजह से इल्मा चर्चा में आई 1. विधायक की पत्नी की गाड़ियों के चालान काटे हिमाचल सरकार ने इल्मा अफरोज को बद्दी का SP लगाया था। यहां इल्मा ने विधायक रामकुमार चौधरी की पत्नी की माइनिंग से जुड़ी गाड़ियों के चालान काट दिए। जिसके बाद विधायक नाराज हो गए। इल्मा को विधानसभा से विशेषाधिकार हनन का नोटिस तक दिलाया गया। जिसके बाद उनका दून MLA के साथ विवाद बढ़ता गया। 2. स्क्रैप कारोबारी पर कार्रवाई पर अड़ीं बद्दी में बीते दिनों एक फायरिंग कांड हुआ, जिसमें स्क्रैप व्यापारी राम किशन की बुलेट प्रूफ गाड़ी पर गोलियां चलाई गई थीं। जांच में पता चला कि राम किशन ने खुद ही गोलियां चलाईं। वह पुलिस से ऑल इंडिया गन लाइसेंस की मांग कर रहा था, लेकिन पिछला रिकॉर्ड देखते हुए SP ने इसे मंजूरी नहीं दी। स्क्रैप कारोबारी नेताओं का काफी करीबी बताया जा रहा है। इस वजह से SP पर दबाव था, लेकिन इल्मा अफरोज झुकी नहीं। CM के साथ मीटिंग को पहुंची थी शिमला इल्मा अफरोज बीते बुधवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में रखी गई DC-SP की मीटिंग में शामिल होने शिमला पहुंची थीं। यहां उनकी मुलाकात कुछ नेताओं और सीनियर पुलिस अफसरों से हुई। उसी दिन इल्मा अफरोज लौटीं और नेताओं-अफसरों के आगे झुकने के बजाय वह सरकारी आवास खाली कर अपनी मां के साथ लंबी छुट्टी पर चली गईं।

Nov 16, 2024 - 05:35
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कांग्रेस MLA से भिड़ीं लेडी SP इल्मा अफरोज की कहानी:पिता के निधन के बाद ट्रैक्टर चलाया; ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ीं, न्यूयॉर्क छोड़ IPS बनीं
हिमाचल प्रदेश के बद्दी में कांग्रेस MLA की पत्नी की गाड़ियों का चालान काटने वाली लेडी SP इल्मा अफरोज (IPS) खूब सुर्खियों में है। इल्मा ने कुछ दिन पहले विधायक से विवाद के बाद बद्दी SP ऑफिस से अपना सामान समेट लिया। इसके बाद वह मां के साथ उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में लौट आईं। सरकार और हिमाचल पुलिस इस पर खुलकर कुछ नहीं कह रही है। खुद CM सुखविंदर सुक्खू ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि इल्मा अफरोज छुट्‌टी पर गई हैं, इसके अलावा कुछ नहीं है। चर्चा यह भी है कि इल्मा पर दबाव डाला जा रहा था। सरकार हाईकोर्ट में चल रहे एक यौन शोषण केस की वजह से उन्हें ट्रांसफर नहीं कर सकती, इसलिए लंबी छुट्‌टी पर भेज दिया। IPS इल्मा अफरोज के सत्ता में बैठी कांग्रेस के एक विधायक से विवाद के बाद सरकार-पुलिस विभाग के आगे न झुकने के दबंग फैसले को देख हर कोई उनकी कहानी जानना चाहता है। गरीब परिवार की बेटी इल्मा ने पिता के निधन के बाद मुश्किल हालात में पढ़ाई पूरी की। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की। न्यूयॉर्क में अच्छा पैकेज छोड़ भारत लौटकर सिविल सर्विस परीक्षा पास की थी। सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें इल्मा अफरोज की पूरी कहानी... गरीब परिवार की बेटी, 14 साल की उम्र पिता का निधन इल्मा उत्तर प्रदेश के जिला मुरादाबाद के गांव कुंदरकी की रहने वाली हैं। वह गरीब परिवार की बेटी हैं। उनके पिता का जब देहांत हुआ तो इल्मा 14 साल की थी। इसके बाद उनकी मां ने अपने पैरों पर खड़े होकर उन्हें और उनके 12 साल के भाई को कठिन परिस्थितियों में पाला। उन्हें बड़ा किया और अच्छी शिक्षा दिलाई। घर में न बैड न किचन, फर्राटेदार अंग्रेजी बोलती थी इल्मा इल्मा को शुरूआती दिनों से जानने वाले आस मोहम्मद कैफ बताते हैं कि 2017-18 में इल्मा की कामयाबी के बाद वह उनके घर गए। इल्मा के घर में किचन तक नहीं थी। उनकी मां जमीन पर बैठकर खाना बनाती थी। कमरे में न बैड था और कुर्सियां भी टूटी थीं। इल्मा छोटी उम्र से ही फर्राटेदार अंग्रेजी बोलती थीं। पिता के निधन के बाद करीबियों ने हाथ खींच लिए। तब इल्मा ने मां के साथ खेती की। ट्रैक्टर चलाया और मां के साथ गेहूं भी काटी। सेंट स्टीफन कॉलेज में पढ़ीं, ऑक्सफोर्ड में हायर स्टडी की इल्मा ने शुरुआती पढ़ाई मुरादाबाद में की। इसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) के सबसे प्रतिष्ठित कॉलेजों में से एक सेंट स्टीफन से फिलॉसफी में ग्रेजुएशन किया। अपनी मेहनत, लगन और प्रतिभा के बलबूते स्कॉलरशिप हासिल की। इसके बाद हायर एजुकेशन के लिए वह ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी गईं। यहां पढ़ाई के दौरान वह एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत पेरिस गईं। इसके बाद उन्होंने न्यूयॉर्क में मैनहट्टन के एक वॉलंटियरी सर्विस प्रोग्राम में भी भाग लिया। न्यूयॉर्क में अच्छे पैकेज पर मिला था नौकरी का ऑफर इल्मा को न्यूयॉर्क की एक कंपनी में अच्छे पैकेज पर नौकरी का ऑफर मिला था। मगर, देश सेवा की ख्वाहिश लिए वह वापस भारत लौट आईं। इल्मा खुद भी यह बात कहती हैं कि देश प्रेम उन्हें वापस खींच लाया। इसके बाद उन्होंने 2017 में सबसे कठिन सिविल सर्विस परीक्षा को पास किया। उनका ऑल इंडिया रैंक 217 था। इसके बाद अगस्त 2018 में IPS के लिए चयन होने के बाद उन्हें हिमाचल कैडर मिला। गरीब बच्चों के लिए एसपी ऑफिस में इवनिंग स्कूल खोला गरीब परिवार से IPS बनीं इल्मा जब बद्दी आईं तो यहां 6 महीने पहले उन्हें एक बच्चा पानी पिलाता दिखा। इल्मा ने उससे बात की तो पता चला कि गरीब बच्चे स्कूल नहीं जाते। इल्मा ने एसपी ऑफिस में ही एक इवनिंग स्कूल खोल दिया। जिसमें वह खुद बच्चों को पढ़ाती थीं। 20-25 बच्चों से शुरू हुआ यह इवनिंग स्कूल अब 450 बच्चों तक पहुंच गया था। हालांकि इल्मा के छुट्‌टी जाने से अब स्कूल भी बंद पड़ा है। इंग्लैंड की यूनिवर्सिटी के न्यूजलेटर में छपा लेख इंग्लैंड की टॉप रेटेड यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क के प्रसिद्ध वैज्ञानिक, प्रोफेसर कृष्णा शर्मा ने SP बद्दी कार्यालय का दौरा और इल्मा की क्लास में पढ़ने वाले बच्चों से संवाद किया। इसके बाद यह विशेष बातचीत यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क के न्यूजलेटर में भी प्रकाशित हुई। जानिए .. वह 2 विवाद, जिसकी वजह से इल्मा चर्चा में आई 1. विधायक की पत्नी की गाड़ियों के चालान काटे हिमाचल सरकार ने इल्मा अफरोज को बद्दी का SP लगाया था। यहां इल्मा ने विधायक रामकुमार चौधरी की पत्नी की माइनिंग से जुड़ी गाड़ियों के चालान काट दिए। जिसके बाद विधायक नाराज हो गए। इल्मा को विधानसभा से विशेषाधिकार हनन का नोटिस तक दिलाया गया। जिसके बाद उनका दून MLA के साथ विवाद बढ़ता गया। 2. स्क्रैप कारोबारी पर कार्रवाई पर अड़ीं बद्दी में बीते दिनों एक फायरिंग कांड हुआ, जिसमें स्क्रैप व्यापारी राम किशन की बुलेट प्रूफ गाड़ी पर गोलियां चलाई गई थीं। जांच में पता चला कि राम किशन ने खुद ही गोलियां चलाईं। वह पुलिस से ऑल इंडिया गन लाइसेंस की मांग कर रहा था, लेकिन पिछला रिकॉर्ड देखते हुए SP ने इसे मंजूरी नहीं दी। स्क्रैप कारोबारी नेताओं का काफी करीबी बताया जा रहा है। इस वजह से SP पर दबाव था, लेकिन इल्मा अफरोज झुकी नहीं। CM के साथ मीटिंग को पहुंची थी शिमला इल्मा अफरोज बीते बुधवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में रखी गई DC-SP की मीटिंग में शामिल होने शिमला पहुंची थीं। यहां उनकी मुलाकात कुछ नेताओं और सीनियर पुलिस अफसरों से हुई। उसी दिन इल्मा अफरोज लौटीं और नेताओं-अफसरों के आगे झुकने के बजाय वह सरकारी आवास खाली कर अपनी मां के साथ लंबी छुट्टी पर चली गईं।

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