कानपुर में सपा विधायक का पलटवार:अमिताभ बाजपेई बोले-BJP नफरत फैलाती; नसीम सोलंकी को मजबूर होकर सड़क पर उतारना पड़ा
कानपुर में बीजेपी के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल द्वारा वनखंडेश्वर मंदिर में नसीम सोलंकी के शिवलिंग पर जल चढ़ाए जाने को लेकर दिए गए बयान के बाद सियासी पारा चढ़ गया है। सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने प्रेस वार्ता में प्रकाश पाल के बयान का कड़ा विरोध करते हुए बीजेपी पर नफरत फैलाने का आरोप लगाया। बीजेपी ने उठाया फतवा और धार्मिक स्थल का मुद्दा प्रकाश पाल ने अपने बयान में कहा था कि नसीम सोलंकी के वनखंडेश्वर मंदिर में जलाभिषेक करने पर मौलानाओं ने फतवा जारी किया है, और अब यह मामला नसीम और मौलानाओं के बीच चुनाव जैसा हो गया है। उन्होंने सोलंकी को सलाह देते हुए कहा कि यदि वह मंदिरों की स्थिति को लेकर गंभीर हैं, तो बेकनगंज और चमनगंज के 125 मंदिरों में जाकर भी जलाभिषेक करें, जिनकी स्थिति ठीक नहीं है। अमिताभ बाजपेई का बीजेपी पर हमला इस पर पलटवार करते हुए सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि उनकी पार्टी नफरत फैलाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को इस बात की ज्यादा चिंता रहती है कि हम क्या कर रहे हैं। उनका कहना है कि बीजेपी केवल धार्मिक मुद्दों को उछालकर लोगों को बांटने का काम करती है। उन्होंने नगर निगम चुनाव के दौरान बीजेपी के मंदिरों को लेकर किए गए वादों पर सवाल उठाते हुए कहा कि सर्वे के बावजूद उन मंदिरों की स्थिति जस की तस बनी हुई है। विधायक ने तंज कसते हुए कहा कि नसीम सोलंकी को सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा है, और इसके पीछे बीजेपी के कुकर्म जिम्मेदार हैं। पर्यटन स्थलों और धार्मिक स्थलों पर भी उठाए सवाल बाजपेई ने यह भी कहा कि यदि कोई क्षेत्र का पर्यटन स्थल बनता है और लोग वहां जाते हैं, तो इसे मुद्दा बनाना उचित नहीं है। उनका कहना था कि बीजेपी का काम केवल धार्मिक स्थलों का मुद्दा बनाकर राजनीति करना है। सपा विधायक ने आगे यह भी जोड़ा कि बीजेपी के कुछ कार्यकर्ता खुद मानते हैं कि इरफान के साथ अन्याय हुआ है, और वे नसीम सोलंकी के साथ खड़े हैं।
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