कार्तिक पूर्णिमा आज, लगेगी आस्था की डुबकी:घाटों पर लाखों की संख्या में उमड़ेंगे श्रद्धालु, देव दीपावाली से जगमग होंगे घाट

कार्तिक पूर्णिमा का पावन पर्व आज भरणी नक्षत्र में मनाया जाएगा। इस पर्व पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगाने को उमड़ेंगे। कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी माता की विदाई के साथ श्रद्धा व उल्लास के साथ देव दीपावली की पर्व मनाया जाएगा। पौराणिक कथाओं के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा पर भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था, जिसके बाद उन्हें त्रिपुरारी के नाम से भी जाना जाता है। कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान के बाद दान पुण्‍य करने से सभी कष्‍ट दूर होते हैं। भरणी नक्षत्र में होगी कार्तिक पूर्णिमा ज्योतिषाचार्य पी.एन द्विवेदी ने बताया कि इस बार कार्तिक पूर्णिमा का पर्व भरणी नक्षत्र में पड़ रही है। भरणी नक्षत्र का स्वामी शुक्र होता है, जो कि सुख संपदा का कारक होता है। इस वर्ष शुक्रवार को ही कार्तिक पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा। पतित पावनी मां गंगा में स्नान करने कर दान पुण्य करने से सुख–समृद्धि घर में वास करेगी। गंगा स्नान का यह है शुभ मूहुर्त पंचांग के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा की शुरुआत 15 नवंबर को सुबह 06 बजकर 19 मिनट पर होगी और समापन 16 नवंबर को सुबह 02 बजकर 58 मिनट पर होगा। इस दिन स्नान और दान का शुभ मुहूर्त सुबह 04 बजकर 58 मिनट से सुबह 5 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। भगवान सत्यनारायण की पूजा का समय सुबह 06 बजकर 44 मिनट से सुबह 10 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। 51 हजार दीपों से जगमगाएगा परमट घाट शहर के गंगा घाटों पर आज देव दीपावली धूम-धाम से मनाई जाएगी। परमट मंदिर घाट पर 51 हजार दीपों का श्रृद्धालु दीपदान करेंगे। नगर निगम ने इसको लेकर तैयारियां पूरी की है। परमट मंदिर से लेकर घाट तक विशेष सफाई व्यवस्था कराई जा रही है। नगर निगम की टीम ने गुरुवार को दिनभर घाटों को चमकाया। इस दौरान सड़कों पर बेसहारा पुशुओं को भी पकड़ा गया। परमट मंदिर और घाट की साज–सज्जा की जा हर है। यहां श्रद्धालु दीपदान करेंगे। इसके साथ ही अटल, सरसैया घाट पर भी दीपदान का कार्यक्रम होगा।

Nov 15, 2024 - 06:20
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कार्तिक पूर्णिमा आज, लगेगी आस्था की डुबकी:घाटों पर लाखों की संख्या में उमड़ेंगे श्रद्धालु, देव दीपावाली से जगमग होंगे घाट
कार्तिक पूर्णिमा का पावन पर्व आज भरणी नक्षत्र में मनाया जाएगा। इस पर्व पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगाने को उमड़ेंगे। कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी माता की विदाई के साथ श्रद्धा व उल्लास के साथ देव दीपावली की पर्व मनाया जाएगा। पौराणिक कथाओं के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा पर भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था, जिसके बाद उन्हें त्रिपुरारी के नाम से भी जाना जाता है। कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान के बाद दान पुण्‍य करने से सभी कष्‍ट दूर होते हैं। भरणी नक्षत्र में होगी कार्तिक पूर्णिमा ज्योतिषाचार्य पी.एन द्विवेदी ने बताया कि इस बार कार्तिक पूर्णिमा का पर्व भरणी नक्षत्र में पड़ रही है। भरणी नक्षत्र का स्वामी शुक्र होता है, जो कि सुख संपदा का कारक होता है। इस वर्ष शुक्रवार को ही कार्तिक पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा। पतित पावनी मां गंगा में स्नान करने कर दान पुण्य करने से सुख–समृद्धि घर में वास करेगी। गंगा स्नान का यह है शुभ मूहुर्त पंचांग के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा की शुरुआत 15 नवंबर को सुबह 06 बजकर 19 मिनट पर होगी और समापन 16 नवंबर को सुबह 02 बजकर 58 मिनट पर होगा। इस दिन स्नान और दान का शुभ मुहूर्त सुबह 04 बजकर 58 मिनट से सुबह 5 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। भगवान सत्यनारायण की पूजा का समय सुबह 06 बजकर 44 मिनट से सुबह 10 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। 51 हजार दीपों से जगमगाएगा परमट घाट शहर के गंगा घाटों पर आज देव दीपावली धूम-धाम से मनाई जाएगी। परमट मंदिर घाट पर 51 हजार दीपों का श्रृद्धालु दीपदान करेंगे। नगर निगम ने इसको लेकर तैयारियां पूरी की है। परमट मंदिर से लेकर घाट तक विशेष सफाई व्यवस्था कराई जा रही है। नगर निगम की टीम ने गुरुवार को दिनभर घाटों को चमकाया। इस दौरान सड़कों पर बेसहारा पुशुओं को भी पकड़ा गया। परमट मंदिर और घाट की साज–सज्जा की जा हर है। यहां श्रद्धालु दीपदान करेंगे। इसके साथ ही अटल, सरसैया घाट पर भी दीपदान का कार्यक्रम होगा।

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