कुशीनगर में 12 दिन से धरने पर बैठा परिवार:दबंगों पर जमीन पर कब्जा करने का आरोप, पीड़ित परिवार बोला-पुलिस मिली है
कुशीनगर के पडरौना तहसील क्षेत्र में 60 वर्षीय गुलाब साहनी और उनका परिवार पिछले 12 दिनों से धरने पर बैठा है। यह परिवार अपने पड़ोसियों द्वारा पुलिस की मिलीभगत से उनकी जमीन पर कब्जे के खिलाफ संघर्ष कर रहा है। गुलाब साहनी और उनकी पत्नी मंदिर पर धरना दे रहे हैं, लेकिन अब तक कोई अधिकारी उनकी शिकायत सुनने नहीं पहुंचा। पुलिस और दबंगों की मिलीभगत का आरोप पीड़ित का आरोप है कि दबंगों ने 26 अक्टूबर से उनकी जमीन पर कब्जा शुरू किया, उनके घर का रास्ता और पानी का निकास रोक दिया, और जमीन पर दीवार खड़ी कर दी। पुलिस की मदद लेने की कोशिश में उल्टा गुलाब और उनके बेटे को चौकी ले जाया गया और विपक्षियों के साथ मिलकर उनका ही चालान कर दिया गया। धरना देने के लिए मजबूर हुआ परिवार गुलाब साहनी ने बताया कि उन्होंने तहसीलदार से जमीन की पैमाइश का आदेश करवाया, लेकिन जब लेखपाल मौके पर पहुंची, तो दबंगों ने उनके और उनके बेटे के साथ मारपीट की। इस घटना के बाद परिवार ने पहले घर पर धरना दिया, लेकिन दबाव में आकर चौराहे पर स्थित मंदिर पर आकर बैठ गए। जीवन यापन हुआ मुश्किल गुलाब का परिवार आर्थिक संकट से भी जूझ रहा है। उनकी चाय की दुकान, जो परिवार का मुख्य सहारा थी, इस संघर्ष में बंद हो गई। बेटे ने पत्नी और बच्चों को ससुराल भेज दिया है। 'दबंगों ने घर का सामान भी लूटा' पीड़ित के बेटे क्याश साहनी ने बताया कि दबंगों ने उनकी जमीन पर कब्जा करने के साथ-साथ पम्पिंग सेट, चारा काटने की मशीन, बकरी और तख्त भी उठा लिया। पुलिस के कहने पर दो सामान वापस किया गया, लेकिन बाकी अभी भी विपक्षियों के पास है। अब तक कोई कार्रवाई नहीं पीड़ित परिवार का कहना है कि कई बार शिकायत के बावजूद पुलिस और प्रशासन ने उनकी कोई मदद नहीं की। गुलाब ने कहा, "मैंने अधिकारियों को पोस्ट द्वारा सूचना दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।" धरने पर बैठा परिवार न्याय की आस में गुलाब साहनी का परिवार अब मेन चौराहे पर धरने पर बैठा है और न्याय की उम्मीद कर रहा है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से अपील की है कि उनकी जमीन वापस दिलाई जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
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