कृपालु महाराज की बेटी की मौत, मनगढ़ धाम में शोक:राजा भैया ने दी श्रद्धांजलि,

यमुना एक्सप्रेसवे पर शनिवार देर रात एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। भक्ति धाम मनगढ़ के संस्थापक और मथुरा के प्रेम मंदिर के निर्माता जगद्गुरु कृपालु महाराज की तीनों बेटियां दुर्घटनाग्रस्त हो गईं। हादसे में उनकी सबसे बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौके पर ही मौत हो गई। दो अन्य बेटियां, डॉ. कृष्णा त्रिपाठी और डॉ. श्यामा त्रिपाठी, घायल हो गईं। घटना रात करीब 3 बजे नोएडा के दनकौर थाना क्षेत्र में हुई। कृपालु महाराज की बेटियां अपने सहयोगियों के साथ दो गाड़ियों में दिल्ली जा रही थीं। यमुना एक्सप्रेसवे पर एक कैंटर ने ओवरटेक करते हुए नियंत्रण खो दिया और पहली गाड़ी पर पलट गया। इस गाड़ी में सवार डॉ. विशाखा त्रिपाठी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। दूसरी गाड़ी में बैठी डॉ. कृष्णा और डॉ. श्यामा त्रिपाठी घायल हो गईं। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने तुरंत घायलों को निकालकर दिल्ली के अपोलो अस्पताल भेजा, जहां उनका इलाज जारी है। भक्ति धाम में शोक की लहर इस हादसे की खबर से मनगढ़ धाम और कृपालु महाराज के अनुयायियों में गहरा शोक छा गया है। प्रतापगढ़ में आश्रम में तीन दिन का शोक घोषित किया गया है। डॉ. विशाखा का पार्थिव शरीर रविवार शाम वृंदावन के प्रेम मंदिर लाया जाएगा, जहां अनुयायी उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देंगे। सोमवार को उनका अंतिम संस्कार यमुना तट पर किया जाएगा। राजा भैया ने दी श्रद्धांजलि घटना की सूचना पाकर जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने भक्ति धाम पहुंचकर डॉ. विशाखा के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। जगद्गुरु कृपालु महाराज का भी जीवन एक हादसे से जुड़ा है। 2013 में प्रतापगढ़ के आश्रम में फिसलने से उनके सिर पर गंभीर चोट आई थी। इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। कृपालु महाराज और उनका परिवार जगद्गुरु कृपालु महाराज का जन्म 1922 में प्रतापगढ़ के मनगढ़ गांव में हुआ था। उन्होंने लाखों अनुयायियों को आध्यात्मिक मार्ग दिखाया। उनके परिवार में पांच संतानें थीं—तीन बेटियां और दो बेटे। इस हादसे में उनकी सबसे बड़ी बेटी डॉ. विशाखा का निधन हो गया, जबकि उनकी दो बेटियां गंभीर हालत में हैं। देखें फोटो...

Nov 24, 2024 - 17:00
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कृपालु महाराज की बेटी की मौत, मनगढ़ धाम में शोक:राजा भैया ने दी श्रद्धांजलि,
यमुना एक्सप्रेसवे पर शनिवार देर रात एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। भक्ति धाम मनगढ़ के संस्थापक और मथुरा के प्रेम मंदिर के निर्माता जगद्गुरु कृपालु महाराज की तीनों बेटियां दुर्घटनाग्रस्त हो गईं। हादसे में उनकी सबसे बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौके पर ही मौत हो गई। दो अन्य बेटियां, डॉ. कृष्णा त्रिपाठी और डॉ. श्यामा त्रिपाठी, घायल हो गईं। घटना रात करीब 3 बजे नोएडा के दनकौर थाना क्षेत्र में हुई। कृपालु महाराज की बेटियां अपने सहयोगियों के साथ दो गाड़ियों में दिल्ली जा रही थीं। यमुना एक्सप्रेसवे पर एक कैंटर ने ओवरटेक करते हुए नियंत्रण खो दिया और पहली गाड़ी पर पलट गया। इस गाड़ी में सवार डॉ. विशाखा त्रिपाठी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। दूसरी गाड़ी में बैठी डॉ. कृष्णा और डॉ. श्यामा त्रिपाठी घायल हो गईं। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने तुरंत घायलों को निकालकर दिल्ली के अपोलो अस्पताल भेजा, जहां उनका इलाज जारी है। भक्ति धाम में शोक की लहर इस हादसे की खबर से मनगढ़ धाम और कृपालु महाराज के अनुयायियों में गहरा शोक छा गया है। प्रतापगढ़ में आश्रम में तीन दिन का शोक घोषित किया गया है। डॉ. विशाखा का पार्थिव शरीर रविवार शाम वृंदावन के प्रेम मंदिर लाया जाएगा, जहां अनुयायी उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देंगे। सोमवार को उनका अंतिम संस्कार यमुना तट पर किया जाएगा। राजा भैया ने दी श्रद्धांजलि घटना की सूचना पाकर जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने भक्ति धाम पहुंचकर डॉ. विशाखा के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। जगद्गुरु कृपालु महाराज का भी जीवन एक हादसे से जुड़ा है। 2013 में प्रतापगढ़ के आश्रम में फिसलने से उनके सिर पर गंभीर चोट आई थी। इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। कृपालु महाराज और उनका परिवार जगद्गुरु कृपालु महाराज का जन्म 1922 में प्रतापगढ़ के मनगढ़ गांव में हुआ था। उन्होंने लाखों अनुयायियों को आध्यात्मिक मार्ग दिखाया। उनके परिवार में पांच संतानें थीं—तीन बेटियां और दो बेटे। इस हादसे में उनकी सबसे बड़ी बेटी डॉ. विशाखा का निधन हो गया, जबकि उनकी दो बेटियां गंभीर हालत में हैं। देखें फोटो...

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