कोच के कहने पर संन्यास से वापस लौटे सुनील छेत्री:रिटायरमेंट के बाद से भारत ने कोई मैच नहीं जीता, पिछले साल जून में लिया था रिटायरमेंट

भारतीय फुटबॉल के सबसे बड़े सितारे सुनील छेत्री ने जून 2024 में कतर के खिलाफ मैच के बाद कोलकाता में संन्यास ले लिया था। 19 साल के उनके शानदार अंतरराष्ट्रीय करियर के बाद भारतीय फुटबॉल में सबसे बड़ा सवाल था – “सुनील छेत्री के बाद कौन?” क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनेल मेसी के बाद अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में सबसे ज्यादा गोल करने वाले एक्टिव खिलाड़ियों में छेत्री तीसरे नंबर पर थे। इतने बड़े खिलाड़ी का विकल्प ढूंढना कभी आसान नहीं होने वाला था। हुआ भी ऐसा ही। बीते नौ महीनों में भारतीय फुटबॉल में कोई ऐसा खिलाड़ी नहीं उभरा जो उनकी जगह ले सके। ऐसे में छेत्री ने 6 मार्च को संन्यास से वापसी की। जो सवाल था कि सुनील छेत्री के बाद कौन, तो जवाब है – खुद सुनील छेत्री ही। कोच मार्केज ने कहा, ‘टीम को अभी जीत चाहिए और अभी छेत्री भारत के सबसे बेहतरीन स्ट्राइकर हैं, इसमें कोई शक नहीं है। क्यों लौट रहे हैं छेत्री? छेत्री का लौटना बताता है कि आईएसएल के 13 क्लब नाकाम रहे बाईचुंग भूटिनया का कहना है कि छेत्री का लौटना भारतीय फुटबॉल के लिए अच्छा संकेत नहीं है। हमें 40 साल के रिटायर खिलाड़ी पर निर्भर रहना पड़ रहा है। कोच पर क्वालिफायर जीतने का दबाव है, लेकिन हमें दीर्घकालिक सोचना चाहिए और युवाओं को मौका देना चाहिए। हालांकि, छेत्री का लौटना टीम के लिए अच्छा है। कोच ने उन पर भरोसा जताया है। अब यह देखना होगा कि वह पूरे 90 मिनट खेलते हैं या नहीं। यहां पर छेत्री के लिए भी बड़ा जोखिम है। अगर भारत क्वालिफाई नहीं कर पाया तो सारा दोष उन्हीं पर ही डाला जा सकता है। पूर्व स्ट्राइकर का कहना है कि छेत्री का लौटना आईएसएल की नाकामी को दर्शाता है। यह दिखाता है कि आईएसएल के 13 क्लबों ने पिछले कुछ सालों में एक भी ऐसा भारतीय स्ट्राइकर तैयार नहीं किया जो छेत्री की जगह ले सके। मौजूदा घरेलू सीजन में छेत्री भारत के सर्वोच्च स्कोरर 40 साल की उम्र में भी छेत्री भारत के सबसे अच्छे स्ट्राइकर हैं। घरेलू फुटबॉल लीग आईएसएल में बेंगलुरु एफसी के लिए वे 12 गोल कर चुके हैं, जो इस सीजन भारतीयों में सर्वाधिक है। 2005 में डेब्यू के बाद से छेत्री ने टीम इंडिया के लगभग 40 फीसदी गोल किए हैं, और 2021 से 2024 के बीच तो राष्ट्रीय टीम के 45 फीसदी गोल सिर्फ उन्होंने किए हैं। ___________________________ यह खबर भी पढ़ें... ICC वनडे रैंकिंग में रोहित शर्मा नंबर-3 बल्लेबाज:शुभमन पहले नंबर पर कायम; बॉलर्स में जडेजा की टॉप-10 में एंट्री, कुलदीप तीसरे स्थान ICC वनडे बैटर्स रैंकिंग में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं, जबकि टीम के उप कप्तान शुभमन गिल अभी भी टॉप पर बने हुए हैं। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल मुकाबले में 76 रन की शानदार पारी खेलने वाले रोहित शर्मा को ICC की ताजा वनडे रैंकिंग में 2 पायदान का फायदा हुआ। पूरी खबर

Mar 13, 2025 - 08:00
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कोच के कहने पर संन्यास से वापस लौटे सुनील छेत्री:रिटायरमेंट के बाद से भारत ने कोई मैच नहीं जीता, पिछले साल जून में लिया था रिटायरमेंट
भारतीय फुटबॉल के सबसे बड़े सितारे सुनील छेत्री ने जून 2024 में कतर के खिलाफ मैच के बाद कोलकाता में संन

कोच के कहने पर संन्यास से वापस लौटे सुनील छेत्री

भारतीय फुटबॉल के दिग्गज खिलाड़ी सुनील छेत्री ने हाल ही में अपने कोच के कहने पर संन्यास से वापसी की है। पिछले साल जून में उन्होंने रिटायरमेंट लेने का फैसला किया था, लेकिन भारत की खराब प्रदर्शन और कोई जीत न होने के कारण वह वापस लौटने का विचार कर रहे हैं। सुनील छेत्री का फुटबॉल करियर बहुमूल्य रहा है और उनकी वापसी से भारतीय फुटबॉल को नई ऊर्जा मिल सकती है। News by indiatwoday.com

रिटायरमेंट के बाद भारत का प्रदर्शन

सुनील छेत्री के रिटायरमेंट के बाद भारत की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम ने कोई भी मैच नहीं जीता। यह स्थिति भारतीय फुटबॉल में एक बड़ी चिंता का विषय बन गई है। पिछले कुछ महीनों में टीम की तुलना में खेलने की शैली में कमी आई है। छेत्री की वापसी से शायद टीम को न केवल अनुभव मिलेगा बल्कि उन्हें जीत की राह पर भी वापस लाने का सहारा मिल सकता है।

कोच की सोच और छेत्री का निर्णय

कोच ने सुनील छेत्री से कहा कि उनकी गहन अनुभव और नेतृत्व टीम के लिए बहुत आवश्यक है। छेत्री का मानना है कि उनकी वापसी से टीम को नई प्रेरणा मिलेगी और वे आगामी मैचों में बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे। टीम की कमज़ोरियों को पहचानते हुए, कोच और छेत्री एक साथ मिलकर भारत के भविष्य को संवारने की योजना बना रहे हैं।

भविष्य की योजनाएँ

अब जब सुनील छेत्री ने वापसी का निर्णय लिया है, तो उनकी तैयारी और मानसिकता निश्चित रूप से पहले से बेहतर होगी। उनका उद्देश्य न केवल अपने व्यक्तिगत रिकॉर्ड को बढ़ाना है, बल्कि भारतीय फुटबॉल को नए मुकाम पर पहुँचाना भी है। छेत्री का फुटबॉल के प्रति प्रेम और समर्पण उन्हें एक बार फिर से गेम में वापस लाने में मदद कर रहा है।

उम्मीद की जाती है कि छेत्री की वापसी से भारत की टीम में सकारात्मक बदलाव आएगा, और वे अंतरराष्ट्रीय और स्थानीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा में उत्कृष्टता हासिल करेंगे। News by indiatwoday.com Keywords: सुनील छेत्री संन्यास रिटायरमेंट, कोच के कहने पर वापसी, भारत फुटबॉल टीम प्रदर्शन, भारतीय फुटबॉल ने मैच नहीं जीते, छेत्री का अनुभव भारतीय फुटबॉल के लिए, भारतीय फुटबॉल की चुनौतियाँ, छेत्री की वापसी का असर, फुटबॉल करियर की नई ऊँचाई।

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