गुजरात में रैगिंग, MBBS स्टूडेंट की मौत:परिजन बोले- ऐसी मानसिकता वाले कैसे डॉक्टर बन सकते हैं? इन्हें उम्रकैद हो
गुजरात में पाटण जिले में रैगिंग से एक स्टूडेंट की मौत के मामले में धारपुर मेडिकल कॉलेज के 15 सीनियर छात्रों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। सभी को कॉलेज से भी सस्पेंड कर दिया गया है। सोमवार को पुलिस ने सभी को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने 1 दिन की रिमांड मंजूर की है। पुलिस आज फिर आरोपी छात्रों को कोर्ट में पेश कर रिमांड अवधि बढ़ाने की मांग करेगी। परिवार ने की उम्रकैद की मांग अनिल मेथानिया धारपुर मेडिकल कॉलेज का फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट था। शनिवार की रात अनिल समेत 11 जूनियर स्टूडेंट की रैगिंग हुई थी। घंटों तक खड़े रहने के बाद अनिल गिर गया और बेहोश हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां उसने खुद ही पुलिस को बताया था कि उसे तीन घंटे तक खड़ा रखा गया था। अनिल के चचेरे भाई गौरव ने कहा- जिन स्टूडेंट्स की मानसिकता दूसरों को दुख देने की है, वे डॉक्टरी जैसे सेवा क्षेत्र में कैसे काम कर सकते हैं।ये किस तरह के डॉक्टर बनेंगे? ऐसे आपराधिक मानसिकता वाले लोगों की पढ़ाई बंद कर उम्रकैद की सजा दी जानी चाहिए। अनिल एक इंटेलिजेंट स्टूडेंट था। हमारे परिवार में एमबीबीएस कर रहा पहला बेटा था। वह भविष्य में डॉक्टर बनता। हमारे पहुंचने से पहले अनिल की मौत हो गई थी: गौरव गौरव ने कहा, "हमें रात में फोन आया और बताया गया कि अनिल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हमें जल्द से जल्द अस्पताल जाने के लिए कहा गया।" हमारा परिवार मेडिकल कॉलेज से 150 किमी दूर गुजरात के सुरेंद्रनगर जिले में रहता है। हम चार लोग सुबह 4 बजे के आसपास अस्पताल पहुंचे और हमें पता चला कि मेरे भाई की मौत हो गई है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। वहां कॉलेज के डीन और पुलिस मौजूद थे, हमें पता चला कि रैगिंग हुई थी। सीनियर्स से पूछताछ की जा रही है। 11 फ्रेशर्स की हुई थी रैगिंग कॉलेज की एंटी-रैगिंग कमेटी ने 26 छात्रों के बयान दर्ज किए और पाया कि 15 सीनियर्स ने 11 फ्रेशर्स की रैगिंग की थी। एफआईआर के मुताबिक, फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स को घंटों तक खड़ा रखा गया और गाने, नाचने और अपशब्दों का इस्तेमाल करने के लिए मजबूर किया गया था। UGC ने स्कूल कॉलेजों में हर रूप में रैगिंग पर बैन लगाया है। रैगिंग लेने वालों या रैगिंग को बढ़ावा देने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। इसके बावजूद कॉलेजों से रैगिंग की खबरें आ रही हैं। ------------------------------------- ये खबरें भी पढ़ें... सभी 15 स्टूडेंट्स कॉलेज से सस्पेंड, आरोपियों के वकील ने रैगिंग को मस्ती-मजाक बताया गुजरात में पाटण जिले में रैगिंग से एक स्टूडेंट की मौत के मामले में धारपुर मेडिकल कॉलेज के 15 सीनियर छात्रों के खिलाफ बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। सभी 15 छात्रों को कॉलेज से भी सस्पेंड कर दिया गया है। पूरी खबर पढ़ें... सीनियर्स ने तीन घंटे खड़ा रखा, बेहोश हुआ; 15 पर FIR, कॉलेज से सस्पेंड गुजरात में पाटन जिले के GMERS मेडिकल कॉलेज में फर्स्ट ईयर के MBBS छात्र की मौत हो गई। मृत छात्र समेत अन्य जूनियर छात्रों की सीनियर्स ने रैगिंग की थी। इस दौरान सीनियर स्टूडेंट्स ने छात्र को 3 घंटे तक खड़ा रखा था। अनिल की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। पूरी खबर पढ़ें...
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