घरेलू हिंसा की पीड़ित महिलाओं ने की शिकायत:महिला आयोग ने कंप्लेन के निस्तारण के लिए दिया 15 दिन का समय; चकेरी से आए अधिक मामले
बुधवार को उप्र राज्य महिला आयोग की सदस्या पूनम द्विवेदी की अध्यक्षता में सर्किट हाउस में घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं ने अपनी शिकायत दर्ज कराई। मिशन शक्ति फेस-5 के अन्तर्गत महिलाओं से संबंधित महिला उत्पीड़न की रोकथाम व महिलाओं की समस्याओं को त्वरित न्याय दिलाने के लिए जनसुनवाई हुई। 15 दिन में शिकायत निस्तारित करने के निर्देश जनसुनवाई में महिलाओं के उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, दहेज संबंधी मामले एवं महिलाओं से संबंधित कुल-22 मामले सामने आए। जिन पर प्रत्येक मामले को गम्भीरता से सुनते हुये उक्त प्रकरणों के त्वरित निस्तारण और 15 दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश महिला आयोग ने दिए। जनसुनवाई में कुल 22 मामले आए, इसमें सबसे अधिक 7 मामले चकेरी थाने क्षेत्र से आए। इन्होंने दर्ज कराई शिकायत शिव कुमारी सिंह पत्नी मान सिंह ने बहू से प्रताड़ित किए जाने की शिकायत की। जिस पर सुनवाई करते हुये महिला थाना में दोनो पक्षों को बुलाकर सुनवाई कराते हुये प्रकरण को निस्तारित कराने को कहा गया। आफरीन खातून पत्नी कामरान अहमद द्वारा पति से प्रताड़ित किये जाने, अदिती राय पुत्री कमल कुमार मंगेतर ने गोदभराई के बाद शादी से मना किए जाने, अभिलाषा पाण्डेय पत्नी पकंज पाण्डेय पति व ससुराल पक्ष द्वारा मारपीट व प्रताड़ित किए जाने की शिकायत की गई। शिकायत को संबंधित थाने में मामला दर्ज कराने के लिए कहा गया। महिला हेल्पलाइन के बारे में किया जागरुक महिला जन सुनवाई में उपस्थित महिलाओं को जागरुक करते हुये बताया गया कि महिलाओं के किसी भी प्रकार के उत्पीड़न, घरेलू हिंसा में सहायता के लिये तत्काल 112 नम्बर डायल करें। नम्बर पर रजिस्ट्रेशन कराकर तत्काल पुलिस की सहायता प्राप्त कर सकते हैं। महिला हेल्प लाइन 1090 व 181 में भी कॉल करके महिलाओं की समस्या व सहायता प्राप्त कर सकती हैं। डफरिन अस्पताल का भी किया निरीक्षण महिला जन सुनवाई में एडीएम लैंड रिंकी जायसवाल, एडीसीपी महिला अपराध अमिता सिंह, डीपीओ जयदीप सिंह मौजूद रहे। इसके अलावा पूनम द्विवेदी ने जनसुनवाई के बाद डफरिन अस्पताल, जिला जेल, बालिका संरक्षण गृह एवं वन स्टॉप सेन्टर का निरीक्षण किया।
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