चंडीगढ़ बम ब्लास्ट के आरोपियों तक कैसे पहुंची पुलिस:बाइक छिपाकर रोडवेज बस में भागे, लिफ्ट लेने पर फंसे; पुलिस ने 500 CCTV खंगाले
चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित 2 क्लबों के बाहर बम फेंकने वाले 2 आरोपियों का शुक्रवार को चंडीगढ़ पुलिस और हरियाणा स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने हिसार में एनकाउंटर कर दिया। हिसार के खरड़ गांव के रहने वाले अजीत और देवा गांव के विनय के पैर में गोलियां लगी हैं। दोनों कबड्डी प्लेयर हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपी चंडीगढ़ में ब्लास्ट करने के बाद बाइक से हरियाणा में एंट्री कर गए और हिसार-चंडीगढ़ हाईवे पर सैनी माजरा टोल पर पहुंचे। यहां दोनों ने बाइक छिपा दी और हरियाणा रोडवेज की बस में सवार हो गए। दोनों हिसार के बरवाला स्थित बाडो पट्टी टोल पर पहुंचे। यहां से उन्होंने सोनू नाम के युवक से बाइक पर लिफ्ट ली। फिर अपने-अपने गांव पहुंच गए। चंडीगढ़ पुलिस की अलग-अलग टीमें आरोपियों के पीछे लगी हुई थीं। पुलिस ने चंडीगढ़ और बरवाला के बीच करीब 500 CCTV फुटेज खंगाली। पुलिस ने बाडो पट्टी टोल पर CCTV चेक किए तो आरोपी बस से उतरते दिखे। पुलिस को CCTV में सोनू की बाइक भी दिखी। बाइक के नंबर से पुलिस सोनू तक पहुंची। सोनू ने पुलिस को दोनों आरोपियों के बारे में बताया। चंडीगढ़ पुलिस ने STF को इसकी सूचना दी। साथ ही आरोपियों के फोटो शेयर कर दिए। चंडीगढ़ पुलिस और हिसार STF दोनों को हिसार में ढूंढ रही थी। इसी दौरान सूचना मिली कि दोनों आरोपी हिसार के साउथ बाइपास पर पीरावाली गांव के पास हैं। पुलिस को देखते ही आरोपियों ने भागने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें सरेंडर करने को कहा। उनके पास ऑटोमैटिक पिस्टल थी। इन्होंने पुलिस से बचने के लिए 6-7 राउंड फायरिंग की। 2 पुलिसवालों को गोलियां लगीं, लेकिन बुलेटप्रूफ जैकेट होने की वजह से वे बच गए। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। जिसमें विनय और अजित के पैर पर गोली लगी। जिसके बाद दोनों को पुलिस ने पकड़ लिया और हिसार सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। अब सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला... 2 क्लबों के बाहर धमाके हुए, एक क्लब के रैपर बादशाह पार्टनर चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित सेविले बार एंड लाउंज और डि'ओरा क्लब के बाहर मंगलवार अल सुबह सवा 3 बजे बाइक सवार युवकों ने बम फेंके। इससे क्लब के शीशे टूट गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेविले बार एंड लाउंज क्लब के मालिकों में मशहूर रैपर बादशाह भी पार्टनर हैं। धमाकों की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली है। गोल्डी बराड़ ने इस बारे में सोशल मीडिया पोस्ट डाली। हालांकि, कुछ देर बाद पोस्ट डिलीट कर दी गई। पुलिस पता लगा रही है कि यह पोस्ट किस फोन और कहां से अपलोड की गई थी? गोल्डी बराड़ के हवाले वाली सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा- '2 ब्लास्ट की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग के गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा लेते हैं। इन दोनों क्लबों के मालिकों को प्रोटेक्शन मनी के लिए मैसेज किया था। मगर इन्हें हमारी कॉल की घंटी नहीं सुनाई दे रही थी। इनके कान खोलने के लिए यह धमाके किए। जो भी हमारे कॉल्स को इग्नोर कर रहे हैं, वह समझ जाएं कि इससे भी कुछ बड़ा हो सकता है।' गोल्डी बराड़ की सोशल मीडिया पोस्ट... सिक्योरिटी गार्ड से बोला- तू मेरा क्या कर लेगा क्लब के सिक्योरिटी गार्ड पूर्ण सिंह ने बताया है कि आरोपी बाइक पर आए थे। एक युवक बाइक स्टार्ट कर खड़ा था, दूसरे युवक ने विस्फोटक फेंका। धमाके की आवाज सुनकर वह आया तो देखा कि शीशा टूटा हुआ था। वहां दूसरा सिक्योरिटी गार्ड नरेश भी खड़ा था। एक हमलावर नरेश से कह रहा था कि तू मेरा क्या कर लेगा। उनके मुंह ढंके हुए थे। इसके बाद बदमाश भाग गए। चंडीगढ़ के जिस इलाके में धमाके हुए, वह पॉश एरिया है। इसके पास ही सब्जी मंडी लगती है। कई केंद्रीय संस्थान भी नजदीक में हैं । पुलिस लाइन और सेक्टर-26 का थाना भी पड़ता है। दोनों क्लबों के बीच 30 मीटर की दूरी नकाबपोश आरोपी सेक्टर-26 थाने के आगे से होकर आए थे। आरोपियों ने स्लिप रोड पर बाइक खड़ी की। पहले उन्होंने सेविले बार एंड लाउंज के बाहर देसी बम फेंका। इसके बाद वे डि'ओरा क्लब के बाहर बम फेंकने पहुंचे। इन दोनों क्लबों के बीच करीब 30 मीटर की दूरी है। चंडीगढ़ में क्लबों के बाहर जिस समय धमाके हुए, उस समय क्लब बंद थे। इस कारण धमाकों से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। मौके पर केवल सिक्योरिटी गार्ड था। उसने ही पुलिस को सूचना दी। आरोपियों की 3 सीसीटीवी फुटेज सामने आईं... आरोपियों की 3 सीसीटीवी फुटेज भी सामने आईं। पहली में एक युवक क्लब के बाहर बम फेंकता दिख रहा है। इसके बाद दोनों आरोपी मोहाली में आयशर लाइट पॉइंट से पहले स्थित मॉल के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए। वहीं तीसरी फुटेज आयशर लाइट पॉइंट से सामने आई। इसमें बाइक सवार तेजी से निकल रहे हैं। उन्होंने हेलमेट पहना हुआ था और शॉल ओढ़े हुए थे। इसके बाद आरोपी दप्पर टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हुए थे। सूत्रों ने बताया था कि आरोपी हरियाणा में दाखिल हो सकते हैं। गैंगस्टर काली से पूछताछ मामले की छानबीन के दौरान पुलिस को एक फोन कॉल के बारे में पता चला था। बताया गया कि यह कॉल लॉरेंस के करीबी गैंगस्टर काली के गुर्गे ने की थी। इस बातचीत के दौरान काली का गुर्गा एक क्लब संचालक से बहस कर रहा था। दोनों ने आपस में गाली-गलौज और मारपीट की धमकियां दी थीं। इसके बाद पुलिस ने गैंगस्टर काली से कनेक्शन का पता लगाने के लिए पूछताछ की। ********** चंडीगढ़ में ब्लास्ट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... लॉरेंस ने चंडीगढ़ के 2 क्लबों के बाहर ब्लास्ट कराया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 3 दिसंबर को चंडीगढ़ दौरे से पहले 26 नवंबर की सुबह सेक्टर-26 में 2 क्लबों के बाहर धमाके हुए। धमाकों की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली है। गोल्डी बराड़ ने इस बारे में सोशल मीडिया पोस्ट डाली है। उसने धमाके की वजह प्रोटेक्शन मनी न देना बताया है। पढ़ें पूरी खबर चंडीगढ़ बम ब्लास्ट में क्लब संचालक का लॉरेंस कनेक्शन, 3 से 4 केस दर्ज चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित 2 क्लबों के बाहर 3 दिन पहले बम ब्लास्ट हुआ। इसमें से एक डि'ओरा क्लब के संचालक का लॉरेंस गैंग से कनेक्शन सामने आया है। संचालक की लॉरेंस के
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