जिसने किया चापड़ से हमला उसने जेल में लगाई फांसी:नैनी जेल में बंदी की सुसाइड से उठे सवाल, सेंट्रल जेल परिसर की सुरक्षा के हैं खास इंतजाम

प्रयागराज के नैनी जेल में अफरोज नाम के विचाराधीन बंदी ने फांसी लगाकर जान दे दी। जानलेवा हमले के मामले में अफरोज जेल गया था। शनिवार को उसने जेल के अहाते में गमछे से फांसी लगा ली। उसे तुरंत स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जेल प्रशासन की ओर से अफरोज के परिवार वालों को सूचना दी गई कि उसकी तबीयत खराब थी। नैनी सेंट्रल जेल में जहां हाई सिक्यारिटी इंतजाम हैं। वहां बंदी के फांसी लगाने पर सवाल खड़े हो गए हैं। हालांकि जेल प्रशासन ने लापरवाही में एक सिपाही को सस्पेंड किया है, लेकिन बंदी के परिवार वाले आरोप लगा रहे हैं। ऐसे में मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। सुरक्षा के हैं खास इंतजाम, फिर कैसी लापरवाही नैनी सेंट्रल जेल परिसर में ही जिला जेल तैयार की गई है। अब इसी में बंदियों को रखा जाने लगा है। सेंट्रल जेल परिवार की सुरक्षा के खास इंतजाम हैं। यहां आतंकी, माफिया, नामी शूटर्स बंद हैं। सेंट्रल जेल के साथ ही जिला जेल में सुरक्षा के खास इंतजाम हैं। ऐसे में एक बंदी चुपके से खिड़की तक पहुंच फांसी लगा लेता है। यह सवाल सबको परेशान कर रहा है। नैनी थाना क्षेत्र के इंदलपुर इलाके के रहने वाले अफसर अली के बेटे अफरोज अली को छह जून को नैनी पुलिस ने अरेस्ट कर जेल भेजा था। अफसर पर आरोप है कि उसने डांडी नैनी के रहने वाले शमशाद अली के बेटे आसिफ अली पर चापड़ से हमला कर दिया था। आसिफ की गर्दन में चापड़ लगा था। बमुश्किल उसकी जान बच सकी। 5 जून की वारदात के बाद छह जून को नैनी पुलिस ने आरोपी अफरोज को अरेस्ट कर जेल भेज दिया था। अफरोज की निशानदेही पर पुलिस ने चापड़ बरामद किया था। तब से अफरोज नैनी जेल में था। अफरोज के पिता ने उठाए सवाल जेल में फांसी लगाकर जान देने वाले अफरोज के पिता अफसर अली ने घटना पर सवाल उठाए हैं। उसका कहना है कि दो दिन पहले अफरोज की मां जेल में उससे मिलने गई थी। तब वह एकदम ठीक था। उसने अपनी मां से बातचीत कर खुद को बेगुनाह बताया था। उसकी जमानत का प्रयास चल रहा था। फिर अचानक यह घटना हो गई। उसका कहना है कि शनिवार सुबह उसे सूचना दी गई कि अफरोज बीमार है। उसे एसआरएन अस्पताल ले जाया गया गया है। वहां पहुंचे तो पता चला अफरोज की मौत हो गई है। लाश पोस्टमार्टम हाउस में रखी है। दो दिन से बीमार था बताते हैं कि अफरोज जेल में रहने के दौरान बीमार हो गया था। उसे जेल अस्पताल में रखा गया था। शुगर लेवल बहुत कम हो गया था। वह बहुत तनाव में था। उसे मनो चिकित्सक को भी दिखाया गया था। शनिवार को वह किसी बहाने अहाते पहुंचा और फांसी लगाकर जान दे दी। इस मामले पर जेल प्रशासन के अधिकारी चुप हैं। नैनी पुलिस को अफरोज की मौत की सूचना दी गई है। हालांकि नैनी पुलिस भी जेल के भीतर क्या हुआ इसे लेकर कुछ बोलने को तैयार नहीं है। रविवार को अफरोज के शव का पोस्टमार्टम होगा।

Nov 10, 2024 - 07:40
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जिसने किया चापड़ से हमला उसने जेल में लगाई फांसी:नैनी जेल में बंदी की सुसाइड से उठे सवाल, सेंट्रल जेल परिसर की सुरक्षा के हैं खास इंतजाम
प्रयागराज के नैनी जेल में अफरोज नाम के विचाराधीन बंदी ने फांसी लगाकर जान दे दी। जानलेवा हमले के मामले में अफरोज जेल गया था। शनिवार को उसने जेल के अहाते में गमछे से फांसी लगा ली। उसे तुरंत स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जेल प्रशासन की ओर से अफरोज के परिवार वालों को सूचना दी गई कि उसकी तबीयत खराब थी। नैनी सेंट्रल जेल में जहां हाई सिक्यारिटी इंतजाम हैं। वहां बंदी के फांसी लगाने पर सवाल खड़े हो गए हैं। हालांकि जेल प्रशासन ने लापरवाही में एक सिपाही को सस्पेंड किया है, लेकिन बंदी के परिवार वाले आरोप लगा रहे हैं। ऐसे में मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। सुरक्षा के हैं खास इंतजाम, फिर कैसी लापरवाही नैनी सेंट्रल जेल परिसर में ही जिला जेल तैयार की गई है। अब इसी में बंदियों को रखा जाने लगा है। सेंट्रल जेल परिवार की सुरक्षा के खास इंतजाम हैं। यहां आतंकी, माफिया, नामी शूटर्स बंद हैं। सेंट्रल जेल के साथ ही जिला जेल में सुरक्षा के खास इंतजाम हैं। ऐसे में एक बंदी चुपके से खिड़की तक पहुंच फांसी लगा लेता है। यह सवाल सबको परेशान कर रहा है। नैनी थाना क्षेत्र के इंदलपुर इलाके के रहने वाले अफसर अली के बेटे अफरोज अली को छह जून को नैनी पुलिस ने अरेस्ट कर जेल भेजा था। अफसर पर आरोप है कि उसने डांडी नैनी के रहने वाले शमशाद अली के बेटे आसिफ अली पर चापड़ से हमला कर दिया था। आसिफ की गर्दन में चापड़ लगा था। बमुश्किल उसकी जान बच सकी। 5 जून की वारदात के बाद छह जून को नैनी पुलिस ने आरोपी अफरोज को अरेस्ट कर जेल भेज दिया था। अफरोज की निशानदेही पर पुलिस ने चापड़ बरामद किया था। तब से अफरोज नैनी जेल में था। अफरोज के पिता ने उठाए सवाल जेल में फांसी लगाकर जान देने वाले अफरोज के पिता अफसर अली ने घटना पर सवाल उठाए हैं। उसका कहना है कि दो दिन पहले अफरोज की मां जेल में उससे मिलने गई थी। तब वह एकदम ठीक था। उसने अपनी मां से बातचीत कर खुद को बेगुनाह बताया था। उसकी जमानत का प्रयास चल रहा था। फिर अचानक यह घटना हो गई। उसका कहना है कि शनिवार सुबह उसे सूचना दी गई कि अफरोज बीमार है। उसे एसआरएन अस्पताल ले जाया गया गया है। वहां पहुंचे तो पता चला अफरोज की मौत हो गई है। लाश पोस्टमार्टम हाउस में रखी है। दो दिन से बीमार था बताते हैं कि अफरोज जेल में रहने के दौरान बीमार हो गया था। उसे जेल अस्पताल में रखा गया था। शुगर लेवल बहुत कम हो गया था। वह बहुत तनाव में था। उसे मनो चिकित्सक को भी दिखाया गया था। शनिवार को वह किसी बहाने अहाते पहुंचा और फांसी लगाकर जान दे दी। इस मामले पर जेल प्रशासन के अधिकारी चुप हैं। नैनी पुलिस को अफरोज की मौत की सूचना दी गई है। हालांकि नैनी पुलिस भी जेल के भीतर क्या हुआ इसे लेकर कुछ बोलने को तैयार नहीं है। रविवार को अफरोज के शव का पोस्टमार्टम होगा।

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