टप्पेबाजों को थाने से छोड़ने पर निलंबित दरोगा का दर्द:थाने के ग्रुप में लिखा- ये कलयुग है, किसी का किया-धरा, किसी को भोगना पड़ता है, हम लडे़ंगे

आगरा के थाना शाहगंज सुर्खियों में है। यहां के तीन पुलिसकर्मियों को टप्पेबाज गैंग से लेनदेन कर छोड़ने के मामले में निलंबित किया गया है। निलंबन के बाद एक ट्रेनी दरोगा का दर्द सामने आया। उसने थाने के वाट्स एप ग्रुप में अपने मन की भड़ास निकाली। उसने लिखा किसी का किया किसी को भोगना पड़ता है, लेकिन ये कलयुग है। यहां अपने लिए लड़ना पड़ता है। हम लड़ेंगे और जीतेंगे। पहले बताते हैं कि क्या है पूरा मामला जनकपुरी आयोजन के दौरान दिल्ली के चार टप्पेबाज पकड़े गए थे। उन्होंने एक मोबाइल व्यापारी को साढ़े तीन लाख रुपएका सोना बेचा था। सोना टप्पेबाजी का था। कोतवाली क्षेत्र में एक व्यापारी के यहां सोना गलवाकर लाए थे। मोबाइल व्यापारी ने सोने की शुद्धता की जांच कराई तो वो कम निकली। उसने पुलिस से शिकायत की। पुलिस के कहने पर व्यापारी ने टप्पेबाजों को बुलाया। पुलिस ने उन्हें पकड़कर शाहगंज डिवीजन चौकी ले गई थी। रात भर वहां रखा था। उसके बाद चारों को छोड़ दिया था। उनसे पूछताछ के बाद कोतवाली से भी एक सराफ को उठाया था। बाद में उसे भी छोड़ दिया गया। शिकायत पर हुई कार्रवाई थाने से टप्पेबाजों को छोड़ने की शिकायत अधिकारियों से हुई। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने गुरुवार को इस मामले में प्रशिक्षु दरोगा शुभम सिंह, सिपाही प्रशांत और संजीव अत्री को निलंबित किया था। थाने से मिली रिपोर्ट के आधार पर तीनों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। अधिकारी से मिले, बताई अपनी कहानी सूत्रों के अनुसार निलंबन के आदेश के बाद तीनों पुलिसकर्मी अपने अधिकारी से मिले। तीनों ने घटना के संबंध में जो हुआ था विस्तार से उन्हें बताया। उन्होंने कहाकि इंस्पेक्टर और चौकी प्रभारी दोनों को घटना की जानकारी थी। चौकी प्रभारी ने पुलिसकर्मियों को मौके पर भेजा था। पुलिसकर्मी टप्पेबाजों को चौकी पर बैठाकर दूसरे काम से चले गए थे। थाने के ग्रुप में लिखा दर्द सूत्रों के अनुसार निलंबित दरोगा ने थाने के बने ग्रुप पर लिखा है कि दोस्तों आप सबके प्यार सम्मान के लिए आभारी हूं। दिल लगाके काम करा। सभी छोटे बड़े लोगों का सम्मान करा । कुछ लोगों को व्यवहार आदत पसंद नहीं आई। लेकिन ऐसे कुछ लोग हमेशा जीवन में होते ही हैं और सबको हम संतुष्ट कर भी नहीं सकते हैं। बाकी आज रवानगी भी हुई और तथाकथित किसी मामले में मुझे सस्पेंड भी किया गया है, जिसकी जानकारी स्पष्ट नहीं है। थाने के स्टाफ को दिल से धन्यवाद। आप सब ने हमेशा साथ दिया। बाकी बहुत बार जीवन में ऐसा होता है किसी का किया धरा किसी को भोगना पड़ता है, लेकिन ये कलयुग है। यहां अपने लिए लड़ना पड़ता है। हम लड़ेंगे और जीतेंगे। ना कभी गलत करा और ना गलत सहेंगे जय हिंद दोस्तों।

Oct 26, 2024 - 01:25
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टप्पेबाजों को थाने से छोड़ने पर निलंबित दरोगा का दर्द:थाने के ग्रुप में लिखा- ये कलयुग है, किसी का किया-धरा, किसी को भोगना पड़ता है, हम लडे़ंगे
आगरा के थाना शाहगंज सुर्खियों में है। यहां के तीन पुलिसकर्मियों को टप्पेबाज गैंग से लेनदेन कर छोड़ने के मामले में निलंबित किया गया है। निलंबन के बाद एक ट्रेनी दरोगा का दर्द सामने आया। उसने थाने के वाट्स एप ग्रुप में अपने मन की भड़ास निकाली। उसने लिखा किसी का किया किसी को भोगना पड़ता है, लेकिन ये कलयुग है। यहां अपने लिए लड़ना पड़ता है। हम लड़ेंगे और जीतेंगे। पहले बताते हैं कि क्या है पूरा मामला जनकपुरी आयोजन के दौरान दिल्ली के चार टप्पेबाज पकड़े गए थे। उन्होंने एक मोबाइल व्यापारी को साढ़े तीन लाख रुपएका सोना बेचा था। सोना टप्पेबाजी का था। कोतवाली क्षेत्र में एक व्यापारी के यहां सोना गलवाकर लाए थे। मोबाइल व्यापारी ने सोने की शुद्धता की जांच कराई तो वो कम निकली। उसने पुलिस से शिकायत की। पुलिस के कहने पर व्यापारी ने टप्पेबाजों को बुलाया। पुलिस ने उन्हें पकड़कर शाहगंज डिवीजन चौकी ले गई थी। रात भर वहां रखा था। उसके बाद चारों को छोड़ दिया था। उनसे पूछताछ के बाद कोतवाली से भी एक सराफ को उठाया था। बाद में उसे भी छोड़ दिया गया। शिकायत पर हुई कार्रवाई थाने से टप्पेबाजों को छोड़ने की शिकायत अधिकारियों से हुई। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने गुरुवार को इस मामले में प्रशिक्षु दरोगा शुभम सिंह, सिपाही प्रशांत और संजीव अत्री को निलंबित किया था। थाने से मिली रिपोर्ट के आधार पर तीनों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। अधिकारी से मिले, बताई अपनी कहानी सूत्रों के अनुसार निलंबन के आदेश के बाद तीनों पुलिसकर्मी अपने अधिकारी से मिले। तीनों ने घटना के संबंध में जो हुआ था विस्तार से उन्हें बताया। उन्होंने कहाकि इंस्पेक्टर और चौकी प्रभारी दोनों को घटना की जानकारी थी। चौकी प्रभारी ने पुलिसकर्मियों को मौके पर भेजा था। पुलिसकर्मी टप्पेबाजों को चौकी पर बैठाकर दूसरे काम से चले गए थे। थाने के ग्रुप में लिखा दर्द सूत्रों के अनुसार निलंबित दरोगा ने थाने के बने ग्रुप पर लिखा है कि दोस्तों आप सबके प्यार सम्मान के लिए आभारी हूं। दिल लगाके काम करा। सभी छोटे बड़े लोगों का सम्मान करा । कुछ लोगों को व्यवहार आदत पसंद नहीं आई। लेकिन ऐसे कुछ लोग हमेशा जीवन में होते ही हैं और सबको हम संतुष्ट कर भी नहीं सकते हैं। बाकी आज रवानगी भी हुई और तथाकथित किसी मामले में मुझे सस्पेंड भी किया गया है, जिसकी जानकारी स्पष्ट नहीं है। थाने के स्टाफ को दिल से धन्यवाद। आप सब ने हमेशा साथ दिया। बाकी बहुत बार जीवन में ऐसा होता है किसी का किया धरा किसी को भोगना पड़ता है, लेकिन ये कलयुग है। यहां अपने लिए लड़ना पड़ता है। हम लड़ेंगे और जीतेंगे। ना कभी गलत करा और ना गलत सहेंगे जय हिंद दोस्तों।

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