ट्रम्प के शपथ ग्रहण में दिखा खालिस्तानी आतंकी पन्नू:खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहा था, दावा किया- ट्रम्प गुट ने बुलाया था

डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बन गए हैं। उन्होंने भारतीय समयानुसार सोमवार रात 10:30 बजे अमेरिकी संसद कैपिटल हिल में पद की शपथ ली। ट्रम्प के शपथ ग्रहण में देश-दुनिया के कई मेहमान और नेता भी शामिल हुए। इसमें भारत का मोस्ट वांटेड खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू भी नजर आया। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि ट्रम्प के शपथ ग्रहण के समय पन्नू वहीं था और खालिस्तानी जिंदाबाद के नारे लगा रहा था। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पन्नू ने दावा किया है कि उसे ट्रम्प गुट ने आमंत्रित किया था। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि पन्नू ने अपने संपर्क के जरिए टिकट खरीदा था और फिर शपथ समारोह में पहुंचा। वायरल वीडियो में ट्रम्प के मंच के पास दिखा पन्नू सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में देखा जा सकता है कि ट्रंप अपनी पत्नी मेलानिया के साथ मंच पर मौजूद हैं। उनके मंच के पास ही खालिस्तानी आतंकी दिख रहा है। वीडियो में जनता यूएसए, यूएसए के नारे लगा रही है, तभी पन्नू खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाना शुरू कर देता है। अमेरिका ने भारत पर पन्नू की हत्या की साजिश का आरोप लगाया था अमेरिका ने आरोप लगाया था कि पूर्व भारतीय अधिकारी ने न्यूयॉर्क में पन्नू की हत्या की साजिश रची थी। इसके लिए भाड़े के शूटर की हायरिंग की गई थी। इसके साथ-साथ अमेरिका ने पूर्व भारतीय अधिकारी पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप भी लगाया था। अमेरिकी कोर्ट ने मामले में 2 लोगों को आरोपी बनाया था। इसमें निखिल गुप्ता और CC1 नाम का एक शख्स शामिल था। अमेरिका की खुफिया एजेंसी FBI ने CC1 को विकास यादव बताया था। उनकी भारतीय सेना की वर्दी में फोटो भी जारी की गई थी। FBI का कहना है कि विकास भारतीय इंटेलिजेंस एजेंसी RAW से जुड़े थे। विकास पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप भी लगाए गए। इसके बाद केंद्र सरकार ने ड्रग माफिया और आपराधिक गैंग के साथ एजेंट के संबंधों की जांच के लिए कमेटी बनाई थी। 2023 में दिल्ली में गिरफ्तार हुआ था विकास यादव अमेरिका में वांटेड विकास यादव को दिल्ली पुलिस ने 18 दिसंबर 2023 को गिरफ्तार किया था। उसके खिलाफ दिल्ली के एक बिजनेसमैन ने हत्या के प्रयास और किडनैपिंग का केस दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस ने विकास और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया था। व्यापारी ने विकास और गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई के संबंधों के बारे में भी बताया था। इस मामले में विकास को अप्रैल में जमानत मिल चुकी है। कौन है गुरपतवंत सिंह पन्नू? पन्नू की हत्या की साजिश का मामला क्या है पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को 30 जून 2023 को चेक रिपब्लिक पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद 14 जून 2024 को निखिल को अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया गया था। निखिल पर अमेरिका में केस चलाया गया, जहां उसने खुद को निर्दोष बताया था। अमेरिकी एजेंसियों के मुताबिक, पन्नू को मारने की साजिश पिछले साल सितंबर में PM मोदी के अमेरिका दौरे के वक्त की गई थी। भारत के एक पूर्व अफसर (विकास यादव) ने निखिल गुप्ता से पन्नू की हत्या की साजिश रचने को कहा था। ------------------------------------- पन्नू मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... FBI के पास पन्नू के मर्डर की साजिश की चैट, दो एजेंट के बीच बातचीत का दावा पन्नू की हत्या की साजिश के मामले में US जस्टिस डिपार्टमेंट ने निखिल गुप्ता और विकास यादव के बीच हुई बातचीत का ब्योरा उजागर किया है। इसमें पन्नू के मर्डर की डील से लेकर किलर हायर करने तक की पूरी बात है। पूरी खबर पढ़ें...

Jan 22, 2025 - 03:59
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ट्रम्प के शपथ ग्रहण में दिखा खालिस्तानी आतंकी पन्नू:खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहा था, दावा किया- ट्रम्प गुट ने बुलाया था
डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बन गए हैं। उन्होंने भारतीय समयानुसार सोमवार रात 10:30 बज

ट्रम्प के शपथ ग्रहण में दिखा खालिस्तानी आतंकी पन्नू

हाल ही में, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह में एक अप्रत्याशित घटना घटी। समारोह के दौरान, खालिस्तानी आतंकी अमृतपाल पन्नू को वहां उपस्थित देखा गया। पन्नू ने 'खालिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए, जिससे समारोह में हलचल मच गई। इस सबके बीच पन्नू ने यह दावा भी किया कि ट्रम्प गुट ने उन्हें इस आयोजन के लिए आमंत्रित किया था।

शपथ ग्रहण समारोह का महत्व

ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह को अमेरिका में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना के रूप में देखा जाता है। यह समारोह नए प्रशासन के विचारों और नीतियों को संप्रेषित करता है। ऐसे में, एक खालिस्तानी आतंकी का समारोह में उपस्थित होना बेहद विवादास्पद है। इससे ना केवल अमेरिका में बल्कि भारत में भी राजनीतिक हलचल बढ़ गई है।

आतंकवादी गतिविधियों पर ध्यान

पन्नू की उपस्थिति ने यह सवाल उठाया है कि क्या अमेरिका में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा मिल रहा है। कई विशेषज्ञ इस पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं कि ऐसे आयोजनों में आतंकी तत्वों का आना सुरक्षा और सामुदायिक एकता के लिए खतरा हो सकता है। भारत सरकार ने इस विषय पर गंभीरता से विचार करने का निर्णय लिया है।

सामाजिक मीडिया पर प्रतिक्रियाएं

सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर लोगों की प्रतिक्रियाएं तेजी से आई हैं। नागरिकों ने पन्नू की उपस्थिति को बेहद आपत्तिजनक बताया है और कहा है कि अमेरिका को ऐसे तत्वों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए। कई जानकारों का मानना है कि यह घटना भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिए भी एक चेतावनी है कि वे किसी भी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ एकजुट रहें।

अंतिम विचार

ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह में पन्नू की उपस्थिति एक गंभीर मुद्दा है, जिससे न केवल अमेरिका की सुरक्षा, बल्कि भारतीय राजनीति पर भी असर पड़ सकता है। इस प्रकार की घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। आने वाले समय में यह देखना होगा कि अमेरिका और भारत सरकारें इस मामले में क्या कदम उठाती हैं।

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