डिप्टी CM तक पहुंची जिला अस्पताल में भ्रष्टाचार की शिकायत:गोरखपुर SIC राजेंद्र ठाकुर पर होगी कार्रवाई, ब्रजेश पाठक ने दिए निर्देश
गोरखपुर जिले के अस्पताल में कार्यवाहक प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक (SIC) डॉ. राजेंद्र ठाकुर पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। जिसके लिए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया है। मंत्री ने इस मामले को लेकर प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को तुरंत जांच करने का निर्देश दिया है। स्वास्थ्य मंत्री का सोशल मीडिया पर बयान स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने अपने ट्विटर हैंडल (अब X) पर एक पोस्ट के जरिए डॉ. राजेंद्र ठाकुर और कुछ अन्य वरिष्ठ चिकित्सकों पर भ्रष्टाचार के आरोपों का खुलासा किया। मंत्री के इस बयान के बाद जिला अस्पताल और स्वास्थ्य विभाग में हलचल मच गई है। मंत्री ने प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य को तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया। डॉ. ठाकुर पर भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के गंभीर आरोप डॉ. राजेंद्र ठाकुर पर आरोप है कि उन्होंने जिला अस्पताल में सीनियर डॉक्टरों के साथ मिलकर करीब सवा दो करोड़ रुपए के टेंडर में गड़बड़ी की और चहेती फर्म से अत्यधिक कीमतों पर चिकित्सा उपकरण खरीदे। इसके अलावा, रेडियोलाजिस्ट रहते हुए उन्होंने कुछ मेडिको-लीगल मामलों में सीटी स्कैन रिपोर्ट में हेरफेर की। एडी हेल्थ की जांच में इन आरोपों की पुष्टि भी हो चुकी है। SIC का बचाव, स्वास्थ्य मंत्री की नाराजगी पर प्रतिक्रिया इस पूरे मामले पर डॉ. राजेंद्र ठाकुर ने अपनी स्थिति स्पष्ट की है। उनका कहना है कि उन्हें स्वास्थ्य मंत्री की नाराजगी का कारण नहीं समझ आ रहा है। सोमवार की रात सीएमओ ने उन्हें फोन कर मंत्री के पोस्ट के बारे में जानकारी दी, और उन्होंने कहा कि वह इस मामले पर उचित मंच पर जवाब देंगे। स्वास्थ्य मंत्री के आदेश और मीडिया में इस मामले के आने के बाद अब शासन स्तर पर भी मामले की गंभीरता बढ़ गई है। आरोपों की पुष्टि के बाद अब इस पर कार्रवाई करने का दबाव स्वास्थ्य विभाग और मुख्यमंत्री पर बढ़ गया है।
What's Your Reaction?