डीएपी पाने के लिए आपस में भिड़े सैकड़ों किसान:प्रतापगढ़ में सहकारी समिति पर विवाद, 3 घंटे तक बाधित रहा वितरण

प्रतापगढ़ में डीएपी खाद की भारी किल्लत के कारण किसानों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। ताजा मामला मानधाता विकासखंड के साधन सहकारी समिति सहेरुआ का है, जहां सैकड़ों किसान डीएपी खाद पाने के लिए आपस में भिड़ गए। स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी भी भीड़ को नियंत्रित करने में नाकाम रहे, जिससे तीन घंटे तक खाद का वितरण रोकना पड़ा। किसानों में मची होड़, प्रशासन की व्यवस्था नाकाम साधन सहकारी समिति सहेरुआ में डीएपी खाद की खेप प्रशासन द्वारा पहुंचाई गई थी। समिति के सचिव ने पहले ही किसानों को इसकी सूचना दे दी थी, जिसके बाद सुबह से ही किसान लंबी कतारों में खड़े हो गए। जैसे ही खाद का वितरण शुरू हुआ, खाद पाने के लिए किसानों के बीच होड़ मच गई। इससे स्थिति बहुत तनावपूर्ण हो गई और पुलिस को स्थिति पर काबू पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। पुलिस की कोशिश से हुआ वितरण फिर से शुरू स्थिति को शांत करने के लिए शनिदेव धाम चौकी इंचार्ज उमाशंकर सिंह और उनके पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। हालांकि, किसानों की भीड़ इतनी अधिक थी कि पुलिस भी इन्हें शांत करने में असमर्थ दिखी। स्थानीय गणमान्य लोगों के हस्तक्षेप से किसी तरह विवाद शांत हुआ और डीएपी का वितरण फिर से शुरू किया जा सका। पुलिस ने किसानों को आधार कार्ड की जांच करने के बाद खाद वितरित करना शुरू किया। इस व्यवस्था के बाद वितरण सुचारू रूप से चलता रहा, और किसानों ने राहत की सांस ली।

Nov 16, 2024 - 14:30
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डीएपी पाने के लिए आपस में भिड़े सैकड़ों किसान:प्रतापगढ़ में सहकारी समिति पर विवाद, 3 घंटे तक बाधित रहा वितरण
प्रतापगढ़ में डीएपी खाद की भारी किल्लत के कारण किसानों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। ताजा मामला मानधाता विकासखंड के साधन सहकारी समिति सहेरुआ का है, जहां सैकड़ों किसान डीएपी खाद पाने के लिए आपस में भिड़ गए। स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी भी भीड़ को नियंत्रित करने में नाकाम रहे, जिससे तीन घंटे तक खाद का वितरण रोकना पड़ा। किसानों में मची होड़, प्रशासन की व्यवस्था नाकाम साधन सहकारी समिति सहेरुआ में डीएपी खाद की खेप प्रशासन द्वारा पहुंचाई गई थी। समिति के सचिव ने पहले ही किसानों को इसकी सूचना दे दी थी, जिसके बाद सुबह से ही किसान लंबी कतारों में खड़े हो गए। जैसे ही खाद का वितरण शुरू हुआ, खाद पाने के लिए किसानों के बीच होड़ मच गई। इससे स्थिति बहुत तनावपूर्ण हो गई और पुलिस को स्थिति पर काबू पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। पुलिस की कोशिश से हुआ वितरण फिर से शुरू स्थिति को शांत करने के लिए शनिदेव धाम चौकी इंचार्ज उमाशंकर सिंह और उनके पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। हालांकि, किसानों की भीड़ इतनी अधिक थी कि पुलिस भी इन्हें शांत करने में असमर्थ दिखी। स्थानीय गणमान्य लोगों के हस्तक्षेप से किसी तरह विवाद शांत हुआ और डीएपी का वितरण फिर से शुरू किया जा सका। पुलिस ने किसानों को आधार कार्ड की जांच करने के बाद खाद वितरित करना शुरू किया। इस व्यवस्था के बाद वितरण सुचारू रूप से चलता रहा, और किसानों ने राहत की सांस ली।

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